राजस्थान के सवाईमाधोपुर जिले में पर्यटन के लिए आई राष्ट्रीय महिला आयोग अध्यक्ष रेखा शर्मा ने जिला मुख्यालय स्थित बिनोवा बस्ती का औचक्क निरीक्षण किया, इस दौरान उन्होंने बस्ती में नाबालिग लड़कियों की खरीद-फरोख्त कर जबरन देह व्यापार कराने का दावा किया, वहीं जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए।
जयपुर। राजस्थान के सवाईमाधोपुर जिला मुख्यालय स्थित एक छोटी सी बस्ती मीडिया की सुर्खियों में है। हाल में राष्ट्रीय महिला आयोग अध्यक्ष रेखा शर्मा जब जिले में पर्यटन प्रवास पर थीं। इस दौरान बस्ती के पास से गुजरते हुए उन्होंने कुछ ऐसा देखा कि अगले दिन वे पूरे प्रशासनिक अम्ले के साथ पुनः बस्ती में थीं। यहां उन्होंने बस्ती के एक एक घर जाकर लोगों से बात की। शर्मा ने वापस जयपुर जाकर एक प्रेसवार्ता की, जहां उन्होंने कुछ चौकाने वाले खुलासे किए।
शर्मा ने कहा- "बस्ती में बहुत बड़ा सेक्स रैकेट चलाया जा रहा है। यहां हर घर में कई-कई नाबालिग बच्चियां हैं। यह इन्ही लोगों की है या चोरी की है। यह एडमिस्ट्रेशन को देखना है। यहां बच्चियों की खरीद फरोख्त की जा रही है। उनसे देह व्यापार कराया जा रहा है।"
बिनोवा बस्ती का सच क्या है इसकी पड़ताल के लिए द मूकनायक ने कुछ स्थानीय लोगों से बातचीत की। सवाईमाधोपुर के वरिष्ठ पत्रकार राजेश शर्मा ने बताया कि सवाईमाधोपुर जिला मुख्यालय स्थित शहर के प्रवेश द्वार भैरू दरवाजा के पास यह बस्ती रजवाड़ा काल से है। इसकी बसावट को लेकर किसी के पास तथ्यात्मक प्रमाण नहीं मिलते है। यह भी सच है कि पूर्व में यहां लोग चोरी व अन्य अपराधों से जुड़े रहे हैं। इसके बाद देह व्यापार इनका मुख्य कारोबार बन गया।
शर्मा बताते है कि पूर्व में यह बस्ती किसी अन्य नाम से जानी जाती थी। बाद में प्रशासन ने इसे बिनोबा बस्ती का नाम दिया। उन्होंने कहा कि यह कड़वा सच है कि किसी भी राज नेता या प्रशासनिक अधिकारी ने देह व्यापार के दल दल में फंसे इन लोगों के पुनर्वास के प्रयास नहीं किए। यहां देह के साथ नशे का अवैध कारोबार भी जग जाहिर है। यही वजह है पुलिस प्रशासन यहां ठोस कार्रवाई से बचता रहा है। राष्ट्रीय महिला आयोग अध्यक्ष रेखा शर्मा ने भी पुलिस पर असहयोग के आरोप लगा कर इन आरोपों को मजबूती दी है।
सामाजिक कार्यकर्ता एडवोकेट हरिप्रसाद योगी बताते है कि पहली बार किसी ने सवाईमाधोपुर जिला मुख्यालय के बीचोंबीच खुले आम चल रहे देह व्यापार से जुड़ी बस्ती का दौरा किया है। योगी ने द मूकनायक को बताया कि एक बार राज्य बाल आयोग अध्यक्ष मनन चतुर्वेदी सवाईमाधोपुर आई थीं। मैंने खुद उन्हें बिनोबा बस्ती का दौरा करने के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने भी मेरी बात को अनसुना कर दिया था।
महिला पुलिस थाने के नाक के नीचे चल रहा देह व्यापार का कारोबार
योगी ने बताया कि सवाईमाधोपुर की बिनोबा बस्ती जिला मुख्यालय के बीचोबीच बसी हुई है। महिला पुलिस थाना व कोतवाली पुलिस थाने की नाक के नीचे देह व्यापार चल रहा है। नाबालिग लड़कियों को यहां लाकर गलत काम करवाया जा रहा है। देह व्यापार के अलावा अवैध नशे का कारोबार चल रहा है।
महिला नेता व अधिकारी भी नहीं दिला पाईं देह व्यापार से आजादी
द मूकनायक को योगी ने बताया कि सवाईमाधोपुर से कई महिला विधायक, सांसद मंत्री रहे हैं। इनके अलावा महिला कलक्टर भी रही हैं, लेकिन किसी ने भी देह व्यापार में फंसी नाबालिग बच्चियों को आजाद कराने व पुनर्वास का प्रयास नहीं किया। सवाईमाधोपुर से नरेंद्र कुंवर विधायक चुनने के बाद महिला एवं बाल विकास मंत्री रहीं। नगर परिषद सभापति पद पर संतोष शर्मा रहीं। यास्मीन अबरार विधायक रहीं। इसके अलावा राष्ट्रीय महिला आयोग की कार्यवाहक अध्यक्ष रहीं। उषा मीणा संसद चुनी गईं। जस्कोर मीणा सांसद व राज्य मानव संसाधन मंत्री रहीं। जयपुर राजघराने से जुड़ी दिया कुमारी विधायक रहीं। इनके अलावा आईएएस अधिकारी पूनम व आनन्दी जिला कलक्टर के पद पर कार्यरत रहीं। दो महिलाएं भी जिला प्रमुख के पद पर रही हैं।
पुनर्वास के प्रयास करने की जरूरत
द मूकनायक को सामाजिक कार्यकर्ता इंजीनियर मोहम्मद जियाउल इस्लाम ने बताया कि राष्ट्रीय महिला आयोग अध्यक्ष रेखा शर्मा के आरोप महिला कल्याण के दावों की पोल खोलते हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय महिला आयोग अध्यक्ष रेखा शर्मा ने पुलिस के आला अधिकारियों पर गम्भीर आरोप लगाए है। उन्होंने मीडिया को दिए बयान में आरोप लगाया कि भीलवाड़ा से खबरें प्रकाशित होने के बाद उनकी टीम भीलवाड़ा गई थी। इससे पहले ही वहां से लड़कियों को शिफ्ट कर दिया था। सवाईमाधोपुर आने की जानकारी सार्वजनिक करती तो सम्भव है कि यहां से भी लड़कियों को शिफ्ट कर दिया जाता। जियाउल इस्लाम ने कहा कि सरकार को इस मामले को गम्भीरता से लेना चाहिए। बिनोबा बस्ती में देह व्यपार से जुड़े लोगों के पुनर्वास की जरूरत है।
क्या कहा था राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ने
आयोग अध्यक्ष ने मीडिया से कहा- "बिनोवा बस्ती के हर घर में 5 से 6 बच्चियां है जो नॉर्मल नहीं है, जिनके साथ यह बच्चियां रह रही हैं। ये उनके परिवार नहीं है। यह बच्चियां कहीं और से लाई गई है। यह पूरा रैकेट है जो नाबालिग बच्चियों को बेचता खरीदता है। यह सभी लडकियां बाहर से लाई गई हैं। उन्होंने कहा कि यहां आज तक सर्वे नहीं हुआ है। एडमिस्ट्रेशन ने भी नहीं देखा कि यहां मेन रोड पर क्या हो रहा है। शाम के वक्त में आई तो खुले आम लडकिया इशारे करके बुला रही थीं। यह नाबालिग लड़कियां हैं। यह क्या हो रहा है। इसे गम्भीरता से लेने की जरूरत है। यह राजस्थान में पहली बार नहीं है। भीलवाड़ा से शुरू हुई यह बात सवाईमाधोपुर में भी है। कहां कहां तक है यह देखना पड़ेगा। बच्चिों के दस्तावेज भी फर्जी बनाए गए हैं। यह जांच का विषय है।
शर्मा ने कहा कि स्थानीय प्रशासन बिनोबा बस्ती में देह व्यापार में लगी लड़कियों के भौतिक सत्यापन के साथ डीएनए टेस्ट की प्रक्रिया अपनाएगा तो सच सामने आ जाएगा। यह लड़कियां इनकी अपनी है या कहीं ओर से खरीद कर लाई गई हैं। इसका खुलासा हो जाएगा।
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