उत्तर प्रदेश: पथरी के ऑपरेशन के दौरान निकाल दी बच्चेदानी, अब कभी मां नहीं बन पाएगी पीड़िता

पुलिस ने नहीं की कार्रवाई तो कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, डॉक्टर के विरुद्ध मुकदमा दर्ज.
उत्तर प्रदेश: पथरी के ऑपरेशन के दौरान निकाल दी बच्चेदानी, अब कभी मां नहीं बन पाएगी पीड़िता
Published on

उत्तर प्रदेश। यूपी के वाराणसी के चोलापुर थाने में गोला स्थित नर्सिंग होम में चिकित्सकों ने महिला के ऑपरेशन के दौरान गम्भीर लापरवाही बरती। महिला को पथरी की समस्या थी। इसके लिए महिला ने निजी नर्सिंग होम से पथरी का ऑपरेशन कराया। आपरेशन के दौरान लापरवाह चिकित्सकों ने उसकी बच्चेदानी ही निकाल डाली। आश्चर्य की बात यह है कि ऑपरेशन 2020 में किया गया था और पीड़िता और उसके पति को डॉक्टर की लापरवाही की जानकारी तीन साल बाद हुई जब इस साल मार्च में पेट दर्द होने पर पीड़िता किसी दूसरे हॉस्पिटल में इलाज करवाने पहुंची और उसे मालूम हुआ कि उसकी बच्चेदानी निकाल दी गई है। 

डाक्टरों की इस लापरवाही के कारण महिला अब कभी मां नहीं बन पाएगी। मामले की जानकारी के बाद परिजनों ने डाक्टरों पर नाराजगी जताई। महिला के पति ने थाने में शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। महिला के पति ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। बुधवार रात कोर्ट के आदेश पर अस्पताल के डॉ. प्रवीण तिवारी और आशा वर्कर आशा यादव के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है। 

जनिये क्या है पूरा मामला?

यूपी में वाराणसी के चोलापुर क्षेत्र में बेला गांव पड़ता है। बेला गांव में गोविंद मौर्या रहटर हैं  गोविंद मौर्य के अनुसार, "मेरी पत्नी उषा के पेट में 21 अप्रैल को दर्द हुआ था। इस पर मैंने गांव की आशा कार्यकर्ता आशा यादव से संपर्क किया। आशा मेरी पत्नी को गोला स्थित डॉ. प्रवीण तिवारी के नर्सिंग होम ले गई। डॉ. प्रवीण ने जरूरी जांच वगैरह कराई तो सामने आया कि पथरी के कारण दर्द हो रहा है। 21 मई 2020 को उषा को ऑपरेशन के लिए नर्सिंगहोम में भर्ती कराया गया। ऑपरेशन का डॉक्टर ने 70 हजार रुपये लिया।"

गोविंद मौर्या के मुताबिक, "मार्च 2023 में उषा के पेट में फिर दर्द हुआ तो मैंने बनियापुर स्थित नर्सिंगहोम में दिखाया गया। डॉक्टर ने जांच कराई तो सामने आया कि उषा की पथरी का ऑपरेशन न करके उसकी बच्चेदानी निकाल दी गई है। डॉ. प्रवीण तिवारी से मिले और बच्चेदानी निकालने की शिकायत किए तो वह नाराज होकर धमकाने लगे। मैंने अदालत में प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई की गुहार लगाई।"

इस मामले में चोलापुर थानाध्यक्ष राजेश त्रिपाठी ने द मूकनायक प्रतिनिधि को बताया, "अदालत के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। आरोप है कि पथरी का ऑपरेशन करने की जगह महिला की बच्चेदानी निकाल दी गई। शिकायत करने पर महिला और उसके पति को धमकी दी गई। पुलिस ने प्रकरण की जांच शुरू कर दी है।"

यह भी पढ़ें-
उत्तर प्रदेश: पथरी के ऑपरेशन के दौरान निकाल दी बच्चेदानी, अब कभी मां नहीं बन पाएगी पीड़िता
उत्तर प्रदेश: मासूम से दरिंदगी करने वाले आरोपी को फांसी की सजा
उत्तर प्रदेश: पथरी के ऑपरेशन के दौरान निकाल दी बच्चेदानी, अब कभी मां नहीं बन पाएगी पीड़िता
मणिपुर हिंसा को लेकर समुदायों को एससी-एसटी सूची में शामिल करने के लिए संसद में पेश हुआ संशोधन विधेयक
उत्तर प्रदेश: पथरी के ऑपरेशन के दौरान निकाल दी बच्चेदानी, अब कभी मां नहीं बन पाएगी पीड़िता
बुजुर्ग महिलाएं भुगत रहीं हैं पारिवारिक बहिष्कार का दंश: हेल्पएज इंडिया सर्वे रिपोर्ट

द मूकनायक की प्रीमियम और चुनिंदा खबरें अब द मूकनायक के न्यूज़ एप्प पर पढ़ें। Google Play Store से न्यूज़ एप्प इंस्टाल करने के लिए यहां क्लिक करें.

The Mooknayak - आवाज़ आपकी
www.themooknayak.com