जयपुर। राजसमंद जिले के भीम तहसील के शेखावास गांव में एक 13 वर्षीय छात्रा स्थानीय लड़कों की बदसलूकी़ से इतनी आतंकित है कि डर के मारे उसने पढ़ाई छोड़ने की जिद पकड़ ली है। सरकारी विद्यालय में आठवीं कक्षा की यह छात्रा काफी समय से बड़ी क्लासों में पढ़ने वाले 5 लड़कों की छेड़छाड़ से तनावग्रस्त है। किशोरी का कहना है कि 21 दिसंबर को स्कूल से घर लौटते वक्त इन आरोपियों ने उसका दुप्पटा खींच लिया, बात नहीं करने पर एसिड डालकर जला देने और जबरन जंगल ले जाकर दुष्कर्म की धमकियां दीं। मामला पुलिस तक पहुंचने के बाद पोक्सो अधिनियम के प्रावधानों के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया है, लेकिन अभियुक्त फरार होने से पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।
द मूकनायक से बातचीत में किशोरी के पिता ने बताया, "पांच लड़के बेटी पर कुछ समय से बात और दोस्ती करने का दबाव बना रहे थे। वे उसे स्कूल आते-जाते हुए रास्ते में छेड़छाड़ करते थे, घर के आस-पास मंडराते हुए गंदे इशारे और फब्तियां कसते थे। पहले उसने बहुत अनदेखा किया, लेकिन इनकी हरकतें रुकी नहीं। प्रिंसिपल को इसकी शिकायत की तो उन लड़कों ने स्कूल में भी आकर बदतमीजी की", किशोरी के पिता ने बताया।
शिकायत से चिढ़कर आरोपियों ने किशोरी के साथ 21 दिसंबर को शारीरिक छेड़छाड़ की, उसके कपड़े खींचे और किताबों को फेंक दिया। बदहवास किशोरी जैसे-तैसे घर पहुंची और अपने अभिभावकों को घटना कि जानकारी दी। किशोरी के माता-पिता ने पुलिस थाना बार में 24 दिसंबर को शिकायत दी, जिसके बाद 27 दिसंबर को मामला दर्ज किया गया।
लेकिन, पीड़ित पक्ष का आरोप है कि कोर्ट में बालिका के बयान होने के बावजूद पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है और आरोपियों को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। इस संबध में बार थानाधिकारी और प्रकरण के अनुसंधान कर्ता सहायक निरीक्षक राजदीपेंद्र सिंह से जब द मूकनायक ने संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि "जांच चल रही है। पांचों आरोपी फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश कर रही है।" किशोर अपराध के संगीन मामलों में संवेदनशीलता के विषय पर थानाधिकारी ने कहा कि जांच के बाद ही आरोपों की सच्चाई का पता लगाया जा सकता है। इधर, पीड़िता के पिता का कहना है कि पुलिस जानबूझकर कार्रवाई नहीं कर रही है। सभी आरोपी गांव में ही है, कोई भी फरार नहीं है।
उन्होंने यह भी बताया कि इस मामले में राजसमन्द पुलिस अधीक्षक से भी मुलाकात की, जिसपर उन्होंने आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी का आश्वासन दिया है।
"मैं अब स्कूल नहीं जाऊंगी, मुझे पढ़ाई नहीं करनी। वो लड़के परेशान करते हैं। मेरे पूरे शरीर पर हाथ लगाया, दुप्पटा गिरा दिया। मुझे बहुत डर लगता है। उन्होंने कहा है तुझे एसिड से जला देंगे, मैं स्कूल नहीं जाऊंगी", पीड़िता ने कहा।
द मूकनायक की प्रीमियम और चुनिंदा खबरें अब द मूकनायक के न्यूज़ एप्प पर पढ़ें। Google Play Store से न्यूज़ एप्प इंस्टाल करने के लिए यहां क्लिक करें.