नई दिल्ली: स्वाति मालीवाल, दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष ने शुक्रवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी (आप) ने आगामी 19 जनवरी को होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। इसमें आप ने स्वाति मालीवाल को राज्य सभा सदस्य के लिए नामांकित किया है. स्वाति मालीवाल का यह कार्यकाल कुल 8 सालों तक रहा.
अपने 8 सालों के दौरान किये गए कार्यों का उल्लेख करते हुए स्वाति मालीवाल ने अपने 8 साल के रिपोर्ट को सोशल मीडिया एक्स पर भी साझा किया है. 15 अक्टूबर 1984 को जन्मी स्वाति मालीवाल जुलाई 2015 में DCW अध्यक्ष बनी थीं। उनका कार्यकाल 2018 में समाप्त हो गया था, लेकिन पुनः उनके कार्यकाल को अगले तीन वर्षों के लिए बढ़ा दिया गया था। मालीवाल इस पद पर पहुंचने वाली सबसे कम उम्र की महिला रहीं हैं। इससे पहले, वह सार्वजनिक शिकायतों पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सलाहकार थीं।
न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए एक बयान में स्वाति मालीवाल ने कहा, “दिल्ली महिला आयोग ने पिछले आठ सालों में शानदार काम किया है. हमने एक लाख सत्तर हजार कम्प्लेंट्स के ऊपर प्रत्यक्ष रूप से काम किया है. 500 से ज्यादा सुझाव केंद्र सरकार, राज्य सरकार और दिल्ली पुलिस को भेजे हैं. 60 हजार सेक्सुअल असॉल्ट सरवाईवर्स की काउंसलिंग की है, और उनके दो लाख कोर्ट मामलों में, सुनवाई में मदद की है. आठ हजार से ज्यादा विक्टिम कम्पंसेसंस सेक्सुअल असॉल्ट सरवाईवर्स के बिहाल्फ़ पर अलग-अलग न्यायालयों में भेजा है, और उनको राहत दिलवाया है.’
उन्होंने आगे कहा, “41 लाख कॉल्स हमने 181 हेल्पलाइन पर प्राप्त की है. ढाई लाख से ज्यादा हमारी ग्राउंड पर विजित हुई है. 2 लाख से ज्यादा कम्प्लेंट्स हमारी महिला पंचायत सेंटर्स ने (दिल्ली में स्थित) प्राप्त की है. इसमें हम डरे नहीं, झुके नहीं और हमने बहुत जरुरी सवाल इस सिस्टम से पूछे हैं. उसका नतीजा यह है कि आज दिल्ली महिला आयोग न सिर्फ इस पूरे दिल्ली में, देश में, बल्कि पूरे विश्व में अपने काम के लिए जाना है.”
सोशल मीडिया एक्स पर साझा किये गए एक अन्य पोस्ट में उन्होंने एक भावुक वीडियो शेयर किया, जिसके कैप्शन में उन्होंने लिखा, “पल दो पल मेरी कहानी है… आज नम आँखों से दिल्ली महिला आयोग को अलविदा कहा। 8 साल कब बीत गये पता नहीं चला। यहाँ रहते हुए बहुत उतार चढ़ाव देखे। अपना हर दिन दिल्ली और देश की भलाई को समर्पित किया। लड़ाई ख़त्म नहीं हुई है, अभी बस शुरुआत है…”
15 अक्टूबर, 1984 को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में जन्मीं स्वाति मालीवाल ने एमिटी इंटरनैशनल स्कूल में पढ़ाई की और फिर जेएसएस एकेडमी ऑफ टेक्निकल एजुकेशन से आईटी में बैचलर डिग्री हासिल की। आईटी में बैचलर डिग्री पाने के बाद स्वाति ने एक मल्टिनैशनल कंपनी में नौकरी की। बाद में वह नौकरी छोड़कर 'परिवर्तन' नामक सामाजिक संस्था से जुड़ गईं, फिर अन्न हजारे के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन 'इंडिया अंगेस्ट करप्शन' का हिस्सा बन गईं और अरविंद केजरीवाल के संपर्क में आईं।
स्वाति मालीवाल ने नवीन जयहिंद से शादी की थी। महिला अधिकारों के लिए मुखर स्वाति मालीवाल ने 2018 में ने एक बयान के लिए अपने पति की सार्वजनिक निंदा भी की थी। नवीन जयहिंद ने तब भाजपा की महिला नेताओं के लिए विवादित बयान दिए थे। उन्होंने कहा था कि जो कोई भाजपा नेता 10 लोगों से यौन उत्पीड़न करवाएंगी, उन्हें वो 20 लाख रुपये देंगे। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष के तौर पर स्वाति मालीवाल ने अपने पति के इस बयान की आलोचना की। और फरवरी 2020 में दोनों ने तलाक ले लिया। नवीन जयहिंद भी अन्न हजारे के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन 'इंडिया अंगेस्ट करप्शन' आंदोलन से जुड़े थे। आप ने नवीन जयहिंद को हरियाणा का संयोजक बनाया था और पार्टी ने उन्हीं के नेतृत्व में 2019 का विधानसभा चुनाव भी लड़ा था।
इसके अलावा, स्वाति मालीवाल ने देश के कई हिस्सों में युवतियों और महिलाओं पर अत्याचार के खिलाफ 2018 में अनशन शुरू कर दिया था। वह महिला सुरक्षा पर सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आश्वासन की मांग करते हुए महिलाओं के यौन उत्पीड़न, बलात्कार जैसे मामलों को फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई के जरिए छह महीने में निपटाने, दिल्ली पुलिस में 66 हजार पुलिसकर्मियों की भर्ती और बेहतर फॉरेंसिक लैब की व्यवस्था करने जैसी कई मांगें की थीं।
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