शर्मनाकः चौथी क्लास की बच्ची से स्कूल के टॉयलेट में रेप

शर्मनाकः चौथी क्लास की बच्ची से स्कूल के टॉयलेट में रेप
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भोपाल। मध्य प्रदेश में रेप की घटनाएं कम होने का नाम नही ले रही है। खासकर बच्चों के साथ घट रही लगातार घटनाओं से चिंता और भी ज्यादा बढ़ गई है। प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक स्कूल की चौथी क्लास की आठ साल की बच्ची के साथ रेप का मामला सामने आया है। टायलेट में अकेला पाकर आरोपी ने मासूम बच्ची के साथ रेप किया।

जानकारी के मुताबिक घटना भोपाल के पॉश इलाके कोहेफिजा क्षेत्र से सामने आई है। कोहेफिजा के एक स्कूल में चौथी क्लास की छात्रा से महिला सफाईकर्मी के पति ने रेप किया है, बता दें, साढ़े 8 साल की बच्ची के साथ स्कूल टॉयलेट में ये वारदात हुई।

लंच टाइम में बच्ची गई थी टॉयलेट

बच्ची लंच टाइम में बाथरूम के लिए गई थी, तभी आरोपी उसका पीछा करते हुए गया और बच्ची का मुंह दबाकर उसके साथ गलत काम किया, फिर आरोपी फरार हो गया। बच्ची को रोता हुआ देख बच्चों ने टीचर को जानकारी दी। टीचर ने जब पूछा तो बच्ची ने बताया- पीली शर्ट वाले अंकल ले गए थे। इस मामले की जानकारी स्कूल स्टाफ ने पुलिस को दी, पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में टीआई ने बताया कि, स्कूल कवर्ड कैम्पस के अंदर ही दो बाथरूम हैं। एक बाथरूम का सभी बच्चे यूज करते हैं। नए वाले में अंधेरा होने की वजह से बच्चे नहीं जाते। इस स्कूल में पीडि़ता का एडमिशन हाल ही में हुआ था। उसे पता नहीं था कि कौन से बाथरूम में जाना है। वह नए वाले में चली गई। आरोपी ने वहां अंधेरा होने का फायदा उठाकर वारदात की।

6 दिन पहले ही हुआ था बच्ची का एडमिशन-

दरअसल, यह हैरान कर देने वाली घटना शुक्रवार दोपहर करीब एक बजे सामने आई। जहां भोपाल के कोहेफिजा के एक स्कूल में 8 साल की बच्ची के साथ स्कूल टॉयलेट में बलात्कार किया गया। दुखद बात यह है कि मासूम का 6 दिन पहले ही स्कूल में एडमिशन हुआ था।

बाल संरक्षण आयोग ने लिया संज्ञान

मासूम से स्कूल में हुई हैवानियत के मामले में मध्यप्रदेश के राज्य बाल संरक्षण आयोग ने संज्ञान लिया है। द मूकनायक से बात करते हुए आयोग के सदस्य बृजेश चौहान ने बताया कि मामले में हमने कलक्टर और जिला शिक्षा अधिकारी को जांच के निर्देश दिए हैं।

सीएम कहते है मध्यप्रदेश शांति का टापू!

मध्य प्रदेश में इस साल भी क्राइम का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है, खास तौर पर महिला अपराध के मामले रोजाना सामने आ रहे हैं। जिसे रोकने में एमपी पुलिस नाकाम नजर आ रही है, हाल ही में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कानून व्यवस्था को लेकर पुलिस अधिकारियों को, गुंडे बदमाशों पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए थे। पूर्व में भी महिलाओं के खिलाफ घटनाओं और भयावह मामलों को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने और अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की बात कही थी। सीएम शिवराज अपने भाषणों में अक्सर प्रदेश को शांति का टापू कहते है। लेकिन जमीनी हकीकत उलट ही दिखाई पड़ती है।

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