एमपी की 38.5 प्रतिशत महिलाएं ही चलाती हैं स्मार्टफोन, देश में सबसे कम

गोवा में सर्वाधिक महिलाएं इस्तेमाल करती हैं स्मार्टफोन
एमपी की 38.5 प्रतिशत महिलाएं ही चलाती हैं स्मार्टफोन, देश में सबसे कम
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भोपाल। देश आधुनिक बन रहा है और प्रगति कर रहा है। वहीं दूसरी ओर आधी आबादी (महिलाएं) टेक्नोलॉजी से दूर हैं। स्मार्टफोन इस्तेमाल किए जाने के मामले में एमपी सबसे ज्यादा पिछड़ा हुआ है। हाल ही में एक सर्वे में खुलासा हुआ है कि मध्य प्रदेश की सिर्फ 38.5 प्रतिशत महिलाएं स्मार्ट फोन का इस्तेमाल कर रही हैं जो की देशभर में सबसे कम है।

महिलाओं द्वारा फोन इस्तेमाल करने के लिहाज से मध्य प्रदेश की स्थिति देश में सबसे खराब है। राज्यसभा में केंद्र सरकार द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक भारत में 15 से 49 वर्ष की आयु के बीच 53.9 प्रतिशत महिलाएं निजी फोन का उपयोग करती हैं। जबकि मध्य प्रदेश में यह आंकड़ा सिर्फ 38.5 प्रतिशत है। इनमें से इंटरनेट इस्तेमाल करने वाली महिलाओं की संख्या और भी कम है। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण के मुताबिक देश में कुल 33.3 प्रतिशत महिलाओं की ही पहुंच इंटरनेट तक है।

इस अनुपात से मध्य प्रदेश के लिए यह आंकड़ा करीब 23 प्रतिशत पर सिमट जाता है। कोविड महामारी के बाद पूरी तरह बदल चुके सूचना क्रांति के इस दौर में डिजिटल लिंगभेद से जुड़े ये आंकड़े महिलाओं के लिए तिहरे नुकसान की चेतावनी देते हैं, जो पहले से ग्रामीण-शहरी और आय आधारित डिजिटल विभाजन को झेल रही हैं।

महिलाओं के सीमित वर्ग द्वारा ही मोबाइल का इस्तेमाल कर पाने के लिए राज्यों में कम साक्षरता दर, आर्थिक स्थिति और पितृसत्तात्मक सोच जिम्मेदार है। जिन प्रदेशों में महिलाओं को अपने फोन इस्तेमाल करने की छूट नहीं है, वे अपनी आधी आबादी की साक्षरता के लिहाज से भी पिछड़े हुए हैं। नेशनल स्टैटिक्स ऑफिस (एनएसओ) के मुताबिक महिलाओं की साक्षरता के लिहाज से मध्य प्रदेश देश का सातवां सबसे पिछड़ा राज्य है। एक शोध के मुताबिक राज्य की एक बड़ी आबादी महिलाओं द्वारा निजी फोन के उपयोग करने को आजाद यौन प्रवृत्ति को बढ़ावा देने से जोड़कर देखती है।

द मूकनायक से बातचीत करते हुए मध्य प्रदेश राज्य महिला आयोग की पूर्व सदस्य संगीता शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार सिर्फ विज्ञापन में महिलाओं को आगे बताती है। हकीकत इससे अलग है। प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अत्यचार और बढ़ता साइबर क्राइम भी महिलाओं को आगे बढ़ने में प्रभावित कर रहा है। संगीता शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार की योजनाएं जमीनी स्तर तक नहीं पहुच रहीं। स्मार्ट फोन चलाने की बात रही तो महिलाएं यदि आधुनिक युग में भी टेक्नोलॉजी में पीछे हैं तो सरकार को इसके लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए।

मध्य प्रदेश की महिलाएं सबसे पीछे

स्मार्ट फोन के मामले में मध्य प्रदेश की महिलाएं सबसे पीछे हैं। मध्यप्रदेश में 38.5 प्रतिशत महिलाएं स्मार्ट फोन इस्तेमाल करतीं है। वहीं छत्तीसगढ़ 40.7 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश 46.5 प्रतिशत, गुजरात 48.8 प्रतिशत और आंध्र प्रदेश 48.9 प्रतिशत का आंकड़ा हैं। वहीं देश में सबसे अधिक गोवा राज्य की महिलाएं 91.2 प्रतिशत स्मार्ट फोन का उपयोग कर रहीं है। इसके बाद सिक्किम 88.6 प्रतिशत, केरल 86.6 प्रतिशत, लक्षद्वीप 84 प्रतिशत और पॉन्डिचेरी 82.8 प्रतिशत का आंकड़ा सामने आया है।

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