नई दिल्ली। भारत में पिछले 12 घण्टे में महिला अपराध से जुड़े कई गम्भीर मामले सामने आए हैं। सबसे बड़ा मामला यूपी के अयोध्या का है। ट्रेन में एक महिला सिपाही खून से लथपथ सीट के नीचे मिली है। महिला की पैंट गायब थी। इसके साथ ही महिला के चेहरे और गले को बुरी तरह काटा गया था। महिला सिपाही के साथ जबरन रेप करने के साथ ही विरोध में जानलेवा हमलाकर हत्या करने की कोशिश की आशंका जताई जा रही है। हालांकि पुलिस पूरे मामले की गहनता से छानबीन में जुट गई है। इसके अतिरिक्त उत्तर प्रदेश और पंजाब सहित महाराष्ट्र से कई मामले सामने आए हैं।
यूपी में गोंडा के मनकापुर से अयोध्या होकर प्रयागराज जाने वाली सरयू एक्सप्रेस में गत बुधवार की सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में एक महिला मुख्य आरक्षी गंभीर रूप से घायल पाई गई। उसके शरीर पर धारदार हथियार से वार किए जाने के निशान हैं। वह अर्धनग्न अवस्था में थी। संभावना जताई जा रही है कि उसके साथ बलात्कार कर हत्या करने का प्रयास किया गया है। उसे गंभीर अवस्था में श्रीराम अस्पताल अयोध्या से लखनऊ रेफर कर दिया गया है। बताया गया कि उक्त महिला मुख्य आरक्षी सुल्तानपुर पुलिस में तैनात है। उसकी अयोध्या सावन झूला मेला में ड्यूटी लगी हुई है। वह मंगलवार की रात सुल्तानपुर से सरयू एक्सप्रेस में अयोध्या आने के लिए सवार हुई थी लेकिन ट्रेन में सो जाने के कारण वह मनकापुर पहुंच गई। सुबह करीब साढ़े 4 बजे जब सरयू एक्सप्रेस अयोध्या पहुंची तो वह गंभीर रूप से घायल अवस्था में मिली।
गाजियाबाद के कविनगर क्षेत्र की एक कॉलोनी में आठवीं की छात्रा से दो युवक और एक किशोर ने सामूहिक बलात्कार किया। घर के सामने एक क्लीनिक में काम करने वाले दीशांत राजपूत (20) और एक किशोर से छात्रा का संपर्क था। 24 अगस्त को दीशांत, अभिषेक सिंह और किशोर घुमाने के बहाने उसे गोविंदपुरम में दीशांत के घर ले गए जहां तीनों ने छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार किया। किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी। तबीयत बिगड़ने पर परिजनों ने जोर देकर पूछा तो छात्रा ने आपबीती बताई। मामले में छात्रा के पिता ने कविनगर थाने में केस दर्ज कराया है। जानकारी के मुताबिक छात्रा घर के सामने क्लीनिक में काम करने वाले दीशांत और एक किशोर के दो साल से संपर्क में थी। छात्रा के पिता ने पुलिस से कहा कि कई दिनों से उनकी बेटी गुमशुम थी। उन्होंने उससे पूछा भी लेकिन उसने कुछ नहीं बताया। अचानक तबीयत बिगड़ने पर उन्होंने चिकित्सक को भी दिखाया। उसके बाद भी उसकी तबीयत में सुधार नहीं हुआ। ऐसे में उन्होंने उससे जोर देकर पूछा तो रोते हुए छात्रा ने आपबीती बताई। एसीपी कविनगर अभिषेक श्रीवास्तव का कहना है कि मामले में तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। नाबालिग आरोपी को बाल सुधार गृह भेजा जा रहा है।
पंजाब के सरहदी जिले अमृतसर में गत बुधवार को नाबालिग लड़की की हत्या की वारदात सामने आई है। इसे एक सिरफिरे आशिक ने अंजाम दिया है। बताया जा रहा है कि पिछले करीब 6 महीने से यह युवक महज 15 साल की लड़की के पीछे पड़ा हुआ था।
मामला जिले के जग्गीवाल का है। इस बारे में मृतक किशोरी की मौसी ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि बीर सिंह नामक एक युवक पिछले करीब 6 महीने से लड़की को तंग कर रहा था। वह आते-जाते उस पर आपत्तिजनक कमेंट करता था। परिवार के लोगों ने कई बार समझाया भी, लेकिन वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आया। आखिर परेशान होकर लड़की को यहां भेज दिया गया। लड़की को जबरन शादी के लिए दबाव में ले रहा था। इसी बात का विरोध करने पर उसने लड़की एक के बाद एक कई गोलियां मार दी और फरार हो गया। पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है।
बरखेड़ा क्षेत्र के एक गांव के निवासी ग्रामीण ने बरखेड़ा पुलिस को तहरीर दी। जिसमें कहा गया कि वह मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करता है। बेटे के साथ काम के सिलसिले में बाहर गए हुए थे। उनकी 16 वर्षीय पुत्री 27 अगस्त की सुबह नौ बजे घर से कुछ ही दूरी पर एक खेत में शौच को गई थी। कुछ देर बाद पीछे से गांव का अभिषेक आ धमका। उसने किशोरी को पकड़कर उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया। इसके बाद किशोरी से बलात्कार किया। आरोपी के जाने के बाद किशोरी ने शोर मचा दिया। शोर सुनकर कुछ ग्रामीण मौके पर गए। किशोरी ने घर पहुंचकर किसी को घटना नहीं बताई। 29 अगस्त की रात को वह अपने बेटे के साथ घर पहुंचे तो उसे गुमसुम देख परिवार के सदस्यों ने पूछा। तब जाकर किशोरी ने बीती रात घटना बताई। पुलिस ने तहरीर के आधार पर आरोपी के खिलाफ बलात्कार और पॉक्सो एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज कर ली है। थानाध्यक्ष बरखेड़ा ने बताया कि आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जाएगा।
महाराष्ट्र के ठाणे शहर में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में काम करने वाली आदिवासी महिला देवती दयाल ने बोतल से पानी पी लिया तो उसे बेइज्जत किया गया। इस संबंध में पीड़िता ने जिला परिषद सदस्य सहित ग्रामीण स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों सहित 8 लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया। इस मामले में आरोपी महिला को धमका रहे हैं। पुलिस अभी तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं कर पाई है।
वाराणसी पुलिस ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में एक दलित सहायक प्रोफेसर की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक आरोप है कि दलित महिला प्रोफेसर के विभाग में एक महिला और दो छात्रों सहित दो सहयोगियों ने उनके साथ मारपीट, छेड़छाड़ और अपमानित किया। हालांकि घटना 22 मई को हुई थी, लेकिन पुलिस ने 27 अगस्त तक मामला दर्ज करने से इनकार कर दिया। पुलिस ने कहा कि शुरुआती जांच के बाद दो सहायक प्रोफेसरों सहित चार आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
शिकायतकर्ता फैकल्टी की एक सीनियर सहायक प्रोफेसर हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि आरोपी उनसे रोजाना कपड़े उतारकर विश्वविद्यालय के चक्कर लगाने को कहते थे।
सहायक पुलिस आयुक्त प्रवीण कुमार सिंह ने कहा, “सीआरपीसी प्रावधानों के अनुसार शुरुआती जांच के बाद एफआईआर दर्ज की गई। मामले की जांच अभी भी की जा रही है। बीएचयू के जनसंपर्क अधिकारी राजेश सिंह ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि प्रक्रिया के तहत कार्रवाई की जाएगी। मामला अब पुलिस के पास है, इसलिए वही जांच करेगी। हम सभी प्रक्रियाओं का पालन करेंगे। बीएचयू के कुलपति सुधीर के. जैन ने अपनी प्रतिक्रिया न तो फोन कॉल पर दी और टेक्स्ट संदेशों का जवाब दिया।"
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