भोपाल। गुलाबी गैंग महिला संगठन की मुखिया संपत पाल देवी ने मध्यप्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र में दलित-आदिवासी व महिला सुरक्षा के मुद्दों पर संघर्ष कर रहे विपक्षी संगठनों का समर्थन किया है। इस सिलसिले में भोपाल में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात की। संपत पाल महिलाओं की सुरक्षा उनके हित, अधिकारों के लिए आवाज उठाती हैं। उन्होंने सीएम शिवराज की सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। द मूकनायक ने संपत पाल से महिलाओं से जुड़े मुद्दों पर विस्तृत बातचीत की। पढि़ए ये खास रिपोर्ट...
द मूकनायक से बातचीत करते हुए संपत पाल ने कहा कि देश का लोकतंत्र खतरे में है। खासतौर से मध्यप्रदेश में लॉ एण्ड आर्डर खत्म हो चुका है। सरकार सत्ता के नशे में चूर है। महिलाओं के खिलाफ अत्याचार बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि कमलनाथ की स्वस्थ्य सरकार को बीजेपी ने जिस तरह षड्यंत्र करके गिराया। वह लोकतंत्र की हत्या का उदाहरण है।
संपत पाल ने कहा कि मध्यप्रदेश में आए दिन महिलाओं के खिलाफ घटनाएं बढ़ी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में दलित आदिवासी और पिछड़े वर्ग की महिलाओं पर सबसे ज्यादा अत्याचार हो रहे हैं। सीएम शिवराज सिंह की सरकार इन्हें रोक पाने में असफल रही है। सुशासन का ढोल पीट रहे शिवराज के शासन में सिर्फ कुशासन दिखाई देता है। मैंने कई बार कहा है कि महिला सुरक्षा और अधिकार देने के लिए सदन और मंत्रिमंडल में महिलाओं की भागीदारी बढ़े, लेकिन बीजेपी की विचारधारा महिलाओं को हमेशा से पीछे रखते आई है।
संपतपाल ने बातचीत के दौरान कहा कि आरएसएस और बीजेपी महिलाओं के अधिकारों की पैरवी का ढोंग रच रही है। आरएसएस ने एक ऐसी विचारधारा को जन्म दिया है, जिसमें सिर्फ पुरुष ही प्रधान है। यहाँ महिलाओं के लिए जगह नहीं है। इससे समझा जा सकता है कि आरएसएस की मानसिकता महिलाओं के प्रति कैसी होगी? उन्होंने कहा बीजेपी भी आरएसएस का अंग है और उनकी विचारधारा भी आपस में मेल खाती है। उन्होंने कहा कि संविधान में मिले महिलाओं के आरक्षण की वजह से महिलाओं को मंत्री परिषद में शामिल करते है, लेकिन इनकी मंशा इससे ज्यादा और कुछ नहीं है।
संपत पाल ने कहा कि मध्यप्रदेश में दलित आदिवासी और पिछड़े समाज की महिलाएं संकीर्ण सोच के पुरुषों से प्रताड़ित हो रही हैं। यह शर्म की बात है कि आदिवासी महिलाओं के साथ हो रही घटनाओं में मध्यप्रदेश पूरे देश में सबसे आगे निकल चुका है। बीजेपी की सरकार मध्यप्रदेश में पिछले 20 वर्षों से है। इसके बाद सरकार बलात्कार की घटनाओं पर अकुंश लगाने में नाकाम है। संपत पाल का आरोप है कि सरकार सिर्फ सत्ता के सुख ले रही है, उन्हें महिलाओं की समस्या और उनके अधिकारों से कोई लेना देना नहीं है।
विधानसभा चुनाव 2023 से पहले संपत पाल मध्यप्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र, गाँव कस्बों में महिलाओं को सरकार की हकीकत बताएंगी। उन्होंने बताया कि लगातार महंगाई बढ़ने और महिलाओं के खिलाफ अत्याचार बढ़ने से महिलाओं में भय व्याप्त है। महिलाएं बाहर निकलने से डर रही हैं। यहां तक कि कानून व्यवस्था चौपट है। अपराधियों को सजा मिलने में भी देरी हो रही है।
संपत पाल देवी ने कहा, "नेमावर आदिवासी हत्याकांड को याद करके आज भी मन दुखी हो जाता है। निर्दयी अपराधियों ने आदिवासी परिवार को 15 फीट गहरे गड्ढे में दफना दिया था।" इस बात कहते हुए संपत भावुक हो गईं।
गुलाबी गैंग की मुखिया संपत पाल 2012 में लोकप्रिय टेलीविजन रियलिटी शो बिग बॉस दिखाई दी थीं, जहां उन्हें ज्यादातर गुलाबी साड़ियों में देखा गया था। संपत पाल उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के गरीब बुंदेलखंड क्षेत्र में सक्रिय गुलाबी गैंग की प्रमुख हैं। वह एक ऐसे समूह का नेतृत्व करती हैं, जिसके दोनों राज्यों में लगभग 270,000 सदस्य हैं। पाल की शादी 12 साल की उम्र में यूपी के बांदा जिले के निवासी से हुई थी। 16 साल की उम्र में, उन्होंने एक पड़ोसी द्वारा उसकी पत्नी को नियमित रूप से पीटने का विरोध किया। पाल ने क्षेत्र की महिलाओं को उस आदमी को सबक सिखाने के लिए प्रेरित किया। आरोपी युवक को सार्वजनिक रूप से माफी मांगने के बाद ही उसे जाने दिया। इसके बाद वह सामाजिक कार्यकर्ता जय प्रकाश शिवहरे के संपर्क में आईं, जिन्होंने उन्हें महिलाओं के अधिकारों के लिए लड़ने और 1980 में गुलाबी गैंग शुरू करने के लिए प्रेरित किया। गुलाबी गैंग पर बॉलीवुड में एक फिल्म भी बनी, जिसमें मुख्य भूमिका ख्यात अभिनेत्री माधुरी दीक्षित ने निभाई।
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