–आरोपी शिक्षक के समर्थन में आए शिक्षक संगठन, निकाली रैली
जयपुर। राजस्थान में सरकारी स्कूलों से गत कुछ दिनों से हर रोज कोई न कोई मामला मीडिया की सुर्खियां बन रहा है। ताजा मामला सवाईमाधोपुर जिले का है। यहां एक सरकारी विद्यालय में विज्ञान विषय के अध्यापक पर स्कूल की ही दो छात्राओं ने छेड़खानी का आरोप लगाया है। इधर, शिक्षक के परिजनों ने छात्राओं के परिजन व अज्ञात लोगों पर पढ़ाते समय बीच कक्षा से शिक्षक को खींचकर बाहर लाने व मारपीट कर वीडियो बनाने का आरोप लगाया है। घटना 22 अगस्त की बताई गई है। छात्राओं के परिजनों की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने शिक्षक के खिलाफ पाक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तारी के बाद न्यायालय के आदेश पर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है। घटना के बाद से सोशल मीडिया पर अलग-अलग वीडियो वायरल हो रहे हैं। शिक्षक अल्पसंख्यक समुदाय से है।
थाना पुलिस के अनुसार पीडि़त छात्राओं के परिजनों ने रिपोर्ट में बताया कि 22 अगस्त को आरोपित शिक्षक ने दो छात्राएं को झाड़ू लगाने के बहाने कम्प्यूटर कक्ष में बुलाया और उनके साथ छेड़छाड़ की। इधर, शिक्षा विभाग के सूत्रों की माने तो सोमवार सुबह स्कूल में पढ़ाई चल रही थी। अचानक से लोगो की भीड़ स्कूल में घुसी। कुछ लड़के सीधे ही शिक्षक के पास पहुंचे। उन्हें पकड़ कर घसीटते हुए कक्ष से बाहर लाए। लात-घूसांे से पीटते हुए स्कूल परिसर के बाहर ले गए। जहां उनपर छात्राओं के साथ छेड़खानी करने का आरोप लगाते हुए सर के बाल काट दिए। इस दौरान छेड़खानी करने की बात सार्वजनिक रूप से कहलवाई गई। वहीं मारपीट का वीडियो बनाया गया, जिसे बाद में सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया।
शिक्षक से मारपीट का मामला दर्ज
छात्राओं से छेड़खानी के आरोप में लोगांे ने स्कूल परिसर में घुस कर राज कार्य मे बाधा डालते हुए शिक्षक के साथ मारपीट की। घसीट के स्कूल के अंदर से बाहर ले गए। मुख्य द्वार बंद कर दिया। शिक्षक के सर के बाल तक काट दिए। स्कूल परिसर में शिक्षक से मारपीट के मामले में स्कूल प्रबंधन ने मुकदमा तक दर्ज करवाना उचित नहीं समझा। हालांकि घटना के बाद शिक्षक के पुत्र की ओर से 13 लोगों को नामजद करते हुए संबंधित पुलिस थाने में मामला दर्ज करवाया गया है।
राजनैतिक द्वेषता के आरोप
विभिन्न शिक्षक संगठनों ने मामले को राजनैतिक द्वेषता से प्रेरित बताया है। छात्राओं से छेड़खानी के आरोपी शिक्षक को निर्दोष बताते हुए शिक्षक संघ राष्ट्रीय, शिक्षक संघ सियाराम, शिक्षक संघ अंबेडकर, शिक्षक संघ कांग्रेस, शिक्षक संघ रकमा सहित अन्य संगठनों ने शिक्षक से मारपीट एवं जानलेवा हमले की घटना के विरोध में रैली निकाल कर जिला मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान जिला कलक्टर, जिला पुलिस अधीक्षक, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक एवं मुख्य शिक्षा अधिकारी सवाई माधोपुर के समक्ष विरोध दर्ज कराते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की। साथ ही मारपीट के आरोपियों के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज कराने को लेकर ज्ञापन दिया।
यह बोले परिजन
द मूकनायक को आरोपित शिक्षक के भाई ने बताया कि मेरा भाई नेक दिल इंसान है। हमेशा ईमानदारी के साथ बच्चों को पढ़ाया है। छात्राओं से छेड़खानी के आरोप साजिश है। स्कूल में नमाज पढ़ने की बात पर कुछ लोगों द्वारा परेशान करने की बात तो कहते थे, लेकिन हमें किसी का कभी नाम नहीं बताया। शिक्षक के बेटे ने भी पुलिस को सौंपी रिपोर्ट में स्कूल में श्रेष्ठ परिणाम देने व नमाज पढ़ने की बात का जिक्र किया है।
यह बोले जिला शिक्षा अधिकारी
द मूकनायक को जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक नाथूलाल खटीक ने बताया कि शिक्षक पर छेड़खानी के आरोप लगे है। जांच के लिए तीन सदस्य कमेटी गठित की है। जांच के बाद नियमानुसार कार्रवाई करेंगे। स्कूल में घुस कर शिक्षक से मारपीट के आरोपियों पर मामला दर्ज कराने के सवाल पर बोले कि अन्य राजकार्य मे व्यस्त था। सम्बन्धित प्रधानाचार्य को मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए है।
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