नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एनएच-नौ पर शुक्रवार को मोबाइल लूट के दौरान आटो से गिराई गई, घायल बीटेक छात्रा कीर्ति की मौत हो गई। 48 घंटे चले इलाज के बाद गत रविवार रात सात बजकर 40 मिनट पर उसने अस्पताल में दम तोड़ दिया। हादसे के बाद से छात्रा वेंटीलेटर पर थी। मामले में मसूरी थाने के एसएचओ रविंद्र चंद पंत को निलंबित कर दिया है। थाने में तैनात इंस्पेक्टर तनवीर आलम और पुनीत कुमार को लाइन हाजिर किया गया है। दिल्ली-लखनऊ नेशनल हाईवे पर 27 अक्टूबर को लुटेरों से छीनाझपटी में एक बीटेक छात्रा ऑटो से गिरकर घायल हो गयी थी।
छात्रा गाजियाबाद के ABES इंजीनियरिंग कॉलेज में बीटेक फर्स्ट ईयर की छात्रा थी। 27 अक्टूबर की शाम वो अपनी दोस्त के साथ कॉलेज से ऑटो लेकर हापुड़ आ रही थी। रास्ते में डासना फ्लाईओवर के नजदीक बाइक सवार दो बदमाश आए। उन्होंने ऑटो के साइड में बैठी छात्रा से मोबाइल लूटने का प्रयास किया। छात्रा ने मोबाइल नहीं छोड़ा तो बदमाशों ने झटका देकर उसे ऑटो से नीचे गिरा दिया। वो सिर के बल सड़क पर गिरी और गंभीर रूप से घायल हो गई। इसके बाद बदमाश मोबाइल लूटकर फरार हो गए। तभी से छात्रा का इलाज गाजियाबाद के यशोदा हॉस्पिटल में चल रहा था। वो वेंटिलेटर पर थी।
इस हादसे के बाद से लड़की को एक बार भी होश नहीं आया। डॉक्टरों के मुताबिक उसके सिर में गम्भीर चोट आई थी और खून का क्लॉट बन गया था। वो कोमा जैसी स्थिति में पहुंच गई थी। हालांकि, पहला ऑपरेशन सफल होने के बावजूद छात्रा को होश में नहीं लाया जा सका। यशोदा हॉस्पिटल में रविवार देर शाम छात्रा की मौत हो गई।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार छात्र के भाई ने बताया कि, "जब वह अपनी दोस्त के साथ रिक्शा में बैठकर कॉलेज से घर जा रही थी तो दो लड़के आए और उसका फोन छीनने लगे, जिस वजह से वो ऑटो से गिर गई। हमारे पास कॉलेज से फोन आया था।"
मीडिया रिपोर्ट में छात्रा के पिता रविंद्र सिंह हापुड़ शहर के पन्नापुरी में रहने वाले लोको पायलट हैं। गाजियाबाद की मसूरी थाना पुलिस ने इस मामले में शनिवार देर शाम एक लुटेरे को मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया। उसके पैर में गोली लगी है। आरोपी बोबिल उर्फ बलवीर से लूटा गया मोबाइल रिकवर हो गया है। बोबिल के दूसरे साथी जितेंद्र उर्फ जीतू की 30 अक्टूबर की सुबह एनकाउंटर में मौत हो गई। जीतू पर लूट के 9 मुकदमे दर्ज हैं। ये गाजियाबाद में मसूरी थाना क्षेत्र के कल्लूगढ़ी का रहने वाला था।
कीर्ति सिंह हापुड़ से इंजीनियर बनने का सपना लेकर गाजियाबाद आई थी। पिछले महीने कीर्ति ने ABES इंजीनियरिंग कॉलेज में बीटेक (कम्प्यूटर साइंस) में दाखिला लिया था। छात्रा हर रोज हापुड़ से गाजियाबाद तक अप-डाउन करती थी। 27 अक्टूबर की शाम हर रोज की तरह कीर्ति कॉलेज से घर जा रही थी। लेकिन तभी ऐसी घटना होती है जिससे छात्रा के सिर की हड्डी टूट जाती है और उसकी जान चली जाती है।
इस मामले पर द मूकनायक ने नंदीता नारायण से बात की। उन्होंने कहा, "महिलाओं को हमेशा ही कमजोर समझा जाता है। जबकि ऐसा नहीं है, हर जगह पर महिलाएं अपना हुनर और योग्यता दिखा रही हैं । परंतु अभी उनका कम ही माना जाता है। दिल्ली तो अब महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं है। क्राइम तो हो रहा है, इसके लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है"। वह आगे एक और बात बताती है कि "जैसा कि देश में कहीं भी रोजगार की कमी होगी, वहीं पर अपराध के मामले भी ज्यादा सामने आते हैं। इस आदमी ने जरा से फोन के लिए एक महिला को ऑटो से नीचे गिरा दिया। पैसों के लिए किसी की जान जाना बहुत ही बड़ी बात है। सरकार को ऐसे अपराधों को रोकने के लिए नए और गंभीर कदम उठाने की जरूरत है। महिलाओं के लिए पुलिस में भी जागरूकता लाने की जरूरत है। क्योंकि पुलिस को और अन्य कामों के लिए लगा दिया जाता है। जिससे वह आम जनता की परेशानियों को कम ही समझते हैं। हम भी यही रहते हैं। हमारे बच्चों के लिए आगे की परिस्थितियों कितनी खराब हो सकती हैं."
"देश को आगे बढ़ाने के लिए देश में अपराध भी काम करना होगा। सबसे पहले हमारे देश की महिलाओं की सुरक्षा है। महिलाओं की सुरक्षा के लिए और अधिक कानून बनाने की जरूरत है। जिससे हर महिला अपने आप को सुरक्षित समझे."
द मूकनायक की प्रीमियम और चुनिंदा खबरें अब द मूकनायक के न्यूज़ एप्प पर पढ़ें। Google Play Store से न्यूज़ एप्प इंस्टाल करने के लिए यहां क्लिक करें.