महाराष्ट्र। साउथ मुंबई के सरकारी गर्ल्स हॉस्टल में 18 साल की छात्रा की रेप के बाद हत्या कर दी गई। जानकारी के मुताबिक उसका शव नग्न अवस्था में बिस्तर पर पड़ा हुआ था। महिला के गले में दुपट्टा बंधा हुआ था। उसके प्राइवेट पार्ट पर चोट के निशान मौजूद थे। इस मामले में एक सिक्योरिटी गार्ड का भी शव रेलवे ट्रैक के किनारे पड़ा हुआ मिला। कयास लगाए जा रहे हैं कि, सिक्योरिटी गार्ड ने इस घटना को अंजाम देने के बाद ट्रेन के आगे कूदकर सुसाइड कर लिया है। पुलिस ने पूरे मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मुम्बई के बांद्रा में मरीन ड्राइव इलाके के एक गर्ल्स हॉस्टल में रहने वाली छात्रा का शव हॉस्टल के कमरे में मिला है। छात्रा अपने माता पिता की इकलौती बेटी थी। छात्रा गर्ल्स हॉस्टल की चौथी मंजिल पर रहती थी। वह पॉलीटेक्निक के द्वितीय वर्ष की छात्रा थी, और एक निजी कंपनी में पार्ट टाइम काम भी कर रही थी। हॉस्टल के अधिकारियों के मुताबिक, छात्रा अपना फोन नहीं उठा रही थी। जब हॉस्टल के कर्मचारियों ने खिड़की से उसके कमरे में झांका, तो वह बिस्तर पर नग्न अवस्था में पड़ी मिली थी। जिसके बाद मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन को सूचित किया। 6 जून की शाम करीब चार बजे अलर्ट के बाद मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन की एक टीम वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंची। जानकारी के मुताबिक छात्रा एक दो दिन में अपने घर जाने की तैयारी कर रही थी।
जानकारी के मुताबिक, 6 जून की शाम करीब 4 बजे छात्रा का नग्न शव उसके चौथी मंजिल के छात्रावास के कमरे से बरामद किया गया, जिसका दरवाजा बाहर से बंद था। जानकारी के मुताबिक छात्रा की रेप के बाद गला घोंटकर हत्या एक दिन पहले रात को की गई थी। इस मामले में हॉस्टल का गार्ड भी संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो था। पुलिस ने सीसीटीवी की जांच की है। इस मामले में संदिग्ध व्यक्ति के रूप में गार्ड 6 जून की सुबह लगभग 5 बजे छात्रावास से बाहर निकलते हुए देखा गया था। पुलिस ने इसकी जांच शुरू की। गार्ड नेताजी सुभाष रोड स्थित हॉस्टल के पीछे चर्नी रोड स्टेशन गया था और चर्चगेट की ओर से आ रही ट्रेन के सामने प्लेटफॉर्म नंबर एक से छलांग लगा दी। रेलवे पुलिस ने रेलवे ट्रैक किनारे मिले शव को कब्जे में ले लिया था। बाद में उसकी शिनाख्त हॉस्टल के गार्ड के रूप में हुई थी।
इस घटना के बाद आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस की एक टीम बनाई गई थी। इसमें एडिशनल कमिश्नर, साउथ रीजन डॉ. अभिनव देशमुख, मरीन ड्राइव के सीनियर इंस्पेक्टर नीलेश बागुल के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। इसमें डिटेक्शन टीम पीएसआई राकेश शिंदे, कॉन्स्टेबल लोंधे, ठाकुर, सांगले और कोराटे शामिल थे।
पुलिस ने गार्ड का मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया है, जिसे उसने हॉस्टल में छोड़ दिया था और रेलवे पुलिस के रिकॉर्ड से उसकी मौत की पुष्टि की कि उसने अपनी जीवन लीला समाप्त करने के लिए चलती ट्रेन के आगे छलांग लगाई। घटना के बाद महिला एवं बाल कल्याण मंत्री एमपी लोधा ने देर रात छात्रावास का दौरा किया।
इस मामले में राज्य सरकार ने जांच के लिए टीम गठित कर दी है। सरकार ने एक आदेश में कहा, ‘‘राज्य के परियोजना निदेशक डॉक्टर निपुन विनायक एक सदस्यीय कमेटी के प्रमुख होंगे। उच्च शिक्षा विभाग के राज्य निदेाक और उच्च शिक्षा विभाग के संभागीय संयुक्त निदेशक उनकी मदद करेंगे। जांच रिपोर्ट जल्द से जल्द सौंपी जानी चाहिए।’’
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