उत्तर प्रदेश। बीएचयू के कैंपस में 25 जनवरी की शाम लिफ्ट देने के बहाने युवक ने विकलांग छात्रा के साथ छेड़खानी की थी। अब तक की जानकारी के अनुसार घटना में शामिल आरोपी को जमानत मिल जाने के कारण छात्र आक्रोशित हो उठे और रात एक बजे धरना प्रदर्शन पर बैठ गए।
बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में शुक्रवार की शाम एक विकलांग छात्रा यूनिवर्सिटी परिसर में ही जा रही थी। इसी दौरान एक लड़के ने उसे लिफ्ट का ऑफर किया। पहले तो पीड़िता ने इस ऑफर को लेने से माना कर दिया। बाद में लड़के के बार-बार कहने पर वह चलने के लिए मान गई। लड़के कुछ दूर लेने जाने के बाद पीड़िता के साथ छेड़छाड़ करना शुरु कर दिए। लड़की ने अपनी अस्मिता बचाने के लिए जोर-जोर से चिल्लाना शुरु किया तो कुछ दूरी पर काम कर रहे कुछ मजदूर उसे बचाने के लिए वहां पहुँच गए। बीएचयू के स्टूडेंट्स का इस मामले पर कहना है कि जब मजदूरों ने उसे बचाने की कोशिश की तो आरोपी ने उनके साथ भी हाथापाई की।
मामले पर की गई एफआईआर के अनुसार धारा 354(क), 354(घ), 323 के तहत मामला दर्ज कर किया। यह मामला आरोपी असीम राय के खिलाफ दर्ज किया गया है। पुलिस से कार्रवाई करते हुए असीम राय को गिरफ्तार कर लिया। लेकिन जल्द ही जमानत भी मिल गई। अब इस घटना के बाद स्टूडेंट्स यूनिवर्सिटी परिसर में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
असीम राय को जमानत मिलने के बाद से ही छात्र यूनिवर्सिटी में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। इस घटना के बाद से ही छात्र एकजुट होकर चीफ प्रॉक्टर के ऑफिस पहुंचे और आरोपी को हिरासत में लेने की मांग करने लगे। छात्रों की मांग है कि दिव्यांग स्टूडेंट्स को सभी तरह की सुरक्षा दी जाए ताकि ऐसी घटना को रोका जा सके।
लगातार यूनिवर्सिटी में बढ़ रही ऐसे घटना के बाद से स्टूडेंट्स में आक्रोश बढ़ रहा है। द मूकनायक ने इस मामले में छात्रनेता आकंक्षा से बात की। उन्होंने बताया कि, "बीएचयू का क्या माहौल है इस वक्त सभी जानते हैं। यहां पूजा के नाम पर फुहड़ गाने पर डांस हो रहा है। समझ नहीं आता यहां लोग पढ़ने आएं है या ऐसे फुहड़ गानों पर डांस करने।" वह कहती है कि, "जब ऐसे अश्लील गाने बजेंगे तो लोगों की मानसिकता महिलाओं के साथ छेड़छाड़ करने वाली ही होगी न।"
आपको बता दें कि, मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पिछले 20 दिनों में बीएचयू में छेड़छाड़ का यह का चौथा मामला है। यूनिवर्सिटी के छात्रों का कहना है कि पुलिस की लापरवाही के कारण ही कैंपस में घटनाएं बढ़ रही हैं। उनका आरोप है कि शिकायत करने के बाद भी सुनवाई नहीं होती है।
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