महिलाओं के साथ अपराध के मामले में दिल्ली टॉप मेट्रो सिटी, दहेज उत्पीड़न से लेकर अपहरण के मामलों में वृद्धि

महिलाओं के साथ अपराध के मामले में दिल्ली टॉप मेट्रो सिटी, दहेज उत्पीड़न से लेकर अपहरण के मामलों में वृद्धि
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नई दिल्ली। साल दर साल-महिलाओं और बच्चों के खिलाफ आपराधिक मामलों में वृद्धि हो रही है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) द्वारा जारी ताजा आंकड़ांे के अनुसार साल 2021 के दौरान महिलाओं के खिलाफ अपराध के कुल 4 लाख 28 हजार 278 मामले दर्ज किए गए। जो 2020 की तुलना में 15.3 प्रतिशत (3,71,503) की वृद्धि को दर्शाता है। इस रिकॉर्ड के अनुसार साल 2021 में पूरे देश में औसतन हर 74 सेंकेंड में महिलाओं के खिलाफ अपराध का मामला दर्ज किया गया है।

क्राइम लिस्ट में दिल्ली टॉप पर

इन आंकड़ों के साथ ही दिल्ली का नाम एक बार फिर क्राइम लिस्ट में टॉप पर है। देश की राजधानी में साल 2021 में प्रतिदिन यानि की हर 24 घंटे में दो नाबालिग लड़कियों के साथ बलात्कार किया जा रहा है। एनसीआरबी के इन आंकड़ों के अनुसार दिल्ली महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित मेट्रो सिटी है।

दिल्ली में साल 2021 में महिलाओं के खिलाफ अपराधों के 13,892 मामले दर्ज किए गए। वहीं साल 2020 में 9,782 मामले दर्ज किए गए थे। इस हिसाब से एक साल में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों के मामलों में 40 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।

मुंबई दूसरे नंबर पर

पिछले साल दिल्ली में अपहरण के 3948 मामले, उत्पीड़न के 4674 और बच्चियों से दुष्कर्म के 833 मामले दर्ज किए गए हैं। वहीं दहेज के कारण होने वाली हत्या के मामले में भी मेट्रो सिटी दिल्ली पीछे नहीं है। आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में 2021 में दहेज हत्या के 136 मामले दर्ज किए गए हैं। जो महानगरों में होने वाली कुल मौतों का 32.26 प्रतिशत है। देश की सभी मेट्रो सिटी में दहेज के लिए की गई हत्या में 8,664 मामले सामने आए हैं। वहीं अपहरण के भी 3,948 मामले दर्ज किए गए हैं। लगातार बढ़ते अपराध के बीच मुंबई 5,543 मामलों के साथ दूसरे नंबर पर है। वहीं बेंगलुरु में 3,127 मामले सामने आए हैं।

अगर राज्य की बात की जाए तो रिपोर्ट के अनुसार महिलाओं के खिलाफ अपराध की उच्चतम दर असम में 168.3 प्रतिशत दर्ज की गई है। पिछले साल राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराध के 29,000 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं।

पति और उनके रिश्तेदार कर रहे हैं क्रूरता

आईपीसी (भारतीय दंड संहिता) के तहत महिलाओं के खिलाफ अधिकांश मामले पति या उनके रिश्तेदारों द्वारा 31.8 प्रतिशत मामले दर्ज किए गए हैं। उसके महिलाओं के साथ अपहरण में 17.6 प्रतिशत और बलात्कार में 7.4 मामले दर्ज किए गए हैं।

आंकड़ों के अनुसार बच्चों के साथ होने वाले अपराध का अगर जिक्र करें तो साल 2021 में बच्चों के खिलाफ अपराध के कुल 1,49.404 मामले दर्ज किए किए गए हैं। जो 2020 के 1,28, 531 मामले के मुकाबले 16.2 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है। इनमें सबसे ज्यादा बच्चों के खिलाफ अपहरण के मामले दर्ज किए गए हैं। जिसका प्रतिशत 45 है। साल 2020 में प्रति लाख बच्चों की आबादी में 28.9 मामले दर्ज किए गए थे। इसकी तुलना में साल 2021 में प्रति लाख बच्चों की आबादी पर 33.6 प्रतिशत मामले दर्ज किए गए हैं।

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