नई दिल्ली: भीषण गर्मी को देखते हुए राज्य में बच्चों के लिए आंगनबाड़ी केंद्र 1 जून से लेकर 30 जून 2024 तक बंद रहेंगे। दिल्ली सरकार डोर स्टेप डिलीवरी के जरिए, आंगनबाड़ी लाभार्थियों के घर में पूरक पोषण सामग्री भिजवाएगी।
महिला और बाल विकास मंत्री कैलाश गहलोत ने सोमवार को कहा कि "पूरक पोषण भोजन की डोर स्टेप डिलीवरी से हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि लोगों को भीषण गर्मी में परेशान नहीं होना पड़े। उन्हें आवश्यक पोषण सहायता मिलती रहे। हमारे लिए माताएं और बच्चों का स्वास्थ्य सर्वोच्च प्राथमिकता है। मैंने सचिव महिला और बाल विकास विभाग को आदेश का अनुपालन सुनिश्चित करने और दैनिक आधार पर रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं।"
10,897 आंगनबाड़ी केन्द्रों वाले दिल्ली सरकार ने फरमान तो जारी कर दिया। लेकिन इस गर्मी में बच्चों के साथ-साथ आंगनवाड़ी वर्कर को भी छुट्टी नहीं मिली। हाल ही में द मूकनायक ने भीषण गर्मी के बीच आंगनवाड़ी वर्कर और बच्चों की छुट्टियों पर स्टोरी की थी। खबर प्रकाशन के बाद बच्चों को तो छुट्टी मिल गई लेकिन वर्कर अभी भी काम पर आ रहे हैं.
आंगनवाड़ी यूनियन की सदस्य प्रियम्वदा द मूकनायक को बताती है कि, "हमारी मांग थी कि बच्चों और आंगनवाड़ी वर्कर हेल्पर सबको छुट्टी मिले। क्योंकि गर्मी सबके लिए बराबर है। हेल्पर, वर्कर को भी गर्मी लगती है। जो हमें पत्र भेजा गया है उसमें साफ-साफ लिखा है कि बच्चों को केंद्र नहीं बुलाना है, और आंगनवाड़ी वर्कर हेल्पर को समय से केंद्र आना है। वर्कर की ड्यूटी वैसे ही रहेगी, जैसे पहले थी।"
वह कहती हैं कि, "अब पहले से ज्यादा काम करना पड़ेगा। पहले वर्कर केंद्र में ही बच्चों के लिए खाना देते थे। अब उन्हें घर-घर जाकर खाना देना होगा। उसके साथ-साथ सारा लेखा-जोखा भी उनको समय से देना होगा। उनके लिए तो समस्या और बढ़ गई है। ये तो बहुत सही हुआ है कि बच्चों को छुट्टी मिल गई है। लेकिन वर्कर, हेल्पर को भी छुट्टी मिलनी चाहिए थी। अब हम यही मांग कर रहे हैं कि आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर की भी छुट्टी मिलनी चाहिए। आंगनवाड़ी केंद्र भी बंद होने चाहिए।"
आंगनवाड़ी वर्कर भाग्यवती बताती हैं कि, छुट्टी केवल बच्चों के लिए ही हुई है। हमारी कोई छुट्टी नहीं है। देखिए.... दिल्ली में कैसी भीषण गर्मी पड़ रही है। हम लोग बार-बार बोल रहे हैं कि छुट्टियां दे दीजिए.... पर कुछ नहीं हो पा रहा है। मैंने भी कहा था कि हमें भी छुट्टियां दे दीजिए। क्योंकि बाहर बहुत गर्मी है, और गर्मी में आना और जाना बहुत ही समस्या पूर्ण है। लेकिन हमसे यही बोला गया कि आप लोगों की छुट्टी नहीं है। आपको समय से केंद्र आना है। अपना काम करना है। हमें घर-घर जाकर राशन के पैकेट देने होते हैं। मैंने खुद छुट्टी ले रखी है। मेरे पैसे काटे जाएंगे, लेकिन क्या करूं..!! तबीयत बहुत ज्यादा खराब है। राशन देने के लिए गर्मी में बाहर निकलना बहुत मुश्किल है। मुझे काफी दूर तक जाना भी होता है। तो बताइए कैसे मैं इतनी गर्मी में काम करूंगी..?"
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