नई दिल्ली। भारत में पिछले 12 घण्टे में महिला अपराध से जुड़े कई मामले सामने आए हैं। इनमें राजस्थान और यूपी से जुड़े मामले है। इन सभी मामले में पुलिस कार्रवाई में जुटी है।
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के इंदिरापुरम कोतवाली क्षेत्र में फिजिक्स के कोचिंग संचालक ने एक्स्ट्रा क्लास देने के बहाने दसवीं की दो छात्राओं से छेड़छाड़ की। छात्राओं ने घर जाकर आपबीती बताई। इंदिरापुरम पुलिस ने संचालक सुनील कुमार के खिलाफ छेड़छाड़ और पॉक्सो एक्ट का मुकदमा दर्ज किया है। शुक्रवार शाम उसे कोचिंग से गिरफ्तार कर लिया।
आरोप है कि उनकी बेटी अपनी सहपाठी के साथ सुबह दस बजे कोचिंग सेंटर पहुंची थी। संचालक कुछ देर दोनों को एक साथ पढ़ाने के बाद पहले सहपाठी को कमरे में ले गया और वहां उसे अंदर बंद कर दिया। उसके साथ गंदी हरकत करके उनकी बेटी को भी कमरे में ले गया। वहां उनकी बेटी से भी छेड़छाड़ की। छात्राएं किसी तरह कोचिंग से भागकर घर पहुंची। छात्रा की मां ने बताया कि वह और अन्य परिजन रक्षाबंधन पर घर गए थे। संचालक की हरकत से डरी छात्रा ने फोन पर आपबीती बताई। वह आधी रात में ही घर पहुंची और सुबह इंदिरापुरम कोतवाली जाकर मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने छेड़छाड़ और पाक्सो एक्ट की धारा में रिपोर्ट दर्ज की।
छत्तीसगढ़ के रायपुर से लगे मंदिर हसौद क्षेत्र में दो युवती के साथ कुछ लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया है। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पीड़िता के अनुसार वह महासमुंद से रक्षाबंधन का त्योहार मानकर अपने भाई और छोटी बहन के साथ रायपुर स्कूटी से लौट रहे थी। उसी दौरान मोटर साइकिल पर सवार तीन लोगों ने उन्हें रोका और डरा धमकाकर उनके मोबाइल और पैसे लूट लिए।
इसके बाद पीछे से कुछ बदमाश और आ गए। इन बदमाशों ने उसकी बहन को जान से मारने की धमकी देकर उसे जबरदस्ती अपनी मोटर साइकिल पर बैठा लिया और सड़क से कुछ दूर ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया
पुलिस ने पीड़िता की शिकायत के बाद 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में पूनम ठाकुर हत्या, दुष्कर्म के मामले में जेल जा चुका है। ये 17 जुलाई को दुष्कर्म के मामले पर जमानत पर बाहर आया हुआ था। इसके खिलाफ मंदिर हसौद और आरंग में कुल 5 मामले दर्ज हैं।
उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में सनसनीखेज घटना सामने आई है। पूराकलंदर थाना क्षेत्र के एक गांव में शुक्रवार को विशेष समुदाय के युवकों ने हिंदू युवती को गन्ने के खेत में जबरदस्ती ले जाकर सामूहिक दुष्कर्म किया गया। पुलिस ने तहरीर के आधार तीन सगे भाइयों समेत 4 के खिलाफ मुकदमा कर जांच कर रही है। सभी आरोपी पीड़िता के गांव के ही रहने वाले हैं।
थाना पूराकलंदर क्षेत्र के एक गांव निवासी पीड़िता की मौसी ने पुलिस को दी शिकायत बताया कि वह शुक्रवार की दोपहर को अपने खेत की सिंचाई कर रही थी। इस दौरान वहां कुछ लोग थे। ये सभी लोग बार-बार मोटर का तार निकाल दे रहे थे। इससे परेशान होकर उसने अपनी बहन की लड़की को मोटर के पास खड़ा कर खेत की सिंचाई शुरू कर दी। इसी बीच मौका पाकर चारों ने उसकी बहन की बेटी गन्ने के खेत में खींचकर ले गए और सामूहिक दुष्कर्म किया। शोर मचाने पर जब वह मौके पर बचाने पहुंची तो उसके साथ भी मारपीट और दुष्कर्म करने की कोशिश की गई। इस दौरान आरोपियों ने उसे और उसकी बहन की लड़की को कई जगह पर दांत से बुरी तरह काट लिया इसके साथ मारपीट की, जिसके कारण दोनों बुरी तरह से जख्मी हो गई हैं। इसके साथ ही आरोपियों ने धमकी दी की अगर किसी को बताया जान से मार देंगे।
घटना की सूचना पर पहुंची पूराकलंदर पुलिस ने दोनों पीड़िताओं को अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया। इसके साथ पीड़िता की तहरीर पर चारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई शुरू कर दी। थानाध्यक्ष पूरा कलंदर रतन कुमार शर्मा ने बताया कि मामले की सूचना मिल गई है। पीड़िता की तहरीर के आधार पर 4 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर घटना की जांच की जा रही है।
यूपी के बाराबंकी जिले में नगर कोतवाली क्षेत्र के बनवा रोड स्थित घासीराम तालाब की रहने वाली एक छात्रा ने कॉलेज में हुई कथित प्रताड़ना के बाद फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया। इसके बाद कॉलेज के दो शिक्षकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। इससे पहले आजमगढ़ में भी एक छात्रा ने खुदकुशी कर ली थी। खुदकुशी के लिए टीचर और प्रिंसिपल की प्रताड़ना को दोषी मानते हुए दोनों के खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तार भी कर लिया गया था। टीचर के खिलाफ हुई इस कार्रवाई का स्कूल संगठन ने तीव्र विरोध जताया था। पहली बार पूरे यूपी में एक साथ सभी निजी स्कूलों को एक दिन के लिए बंद कर दिया गया था। इस एकजुटता का असर भी दिखाई दिया। पुलिस ने अगले ही दिन टीचर और प्रिंसिपल के खिलाफ फाइनल रिपोर्ट लगा दी और दोनों को जमानत पर रिहा कर दिया गया था। हालांकि आजमगढ़ की घटना निजी स्कूल में हुई थी। बारांबकी की घटना सरकारी सहायता प्राप्त कॉलेज से जुड़ी है।
बाराबंकी पुलिस ने बताया कि कॉलेज की एक शिक्षक एवं शिक्षिका पर छात्रा को प्रताड़ित करने का आरोप है। इसमें यह भी कहा गया है कि उसने घर पर फंदे से लटककर जान दे दी थी। परिजनों को छात्रा का सुसाइड नोट भी मिला था। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर गुरुवार शाम दोनों शिक्षकों के विरुद्ध आत्महत्या के लिये उकसाने का मामला दर्ज किया गया है।
छात्रा की मां नसरीन बानो का आरोप हैं कि वह इस मामले की शिकायत के लिए कोतवाली गयी थी लेकिन कोई कार्रवाई न होने पर उसने पुलिस अधीक्षक से इसकी शिकायत की। पुलिस के मुताबिक शहर के बनवा रोड स्थित घासीराम तालाब के निकट रहने वाली नसरीन बानो ने पुलिस अधीक्षक को दी शिकायत में बताया कि वर्ष 2022 में उन्होंने अपनी दो बेटियों सानिया बानो तथा मारिया बानो का प्रवेश अजीमुद्दीन अशरफ इस्लामिया इंटर कॉलेज (सरकारी सहायता प्राप्त) में कराया।
मां ने आरोप लगाया कि 27 मई को शिक्षिका वस्फी खातून द्वारा सानिया से 11 सौ रुपये फीस लेकर कम की रसीद दी गई और सानिया ने जब इसका विरोध किया तो उसे प्रताड़ित किया जाने लगा। छात्रा की मां का आरोप है कि शिक्षिका ने छात्रा से कहा कि नीची जाति की होकर ऊंची जातियों की बराबरी करती हो। लेकिन कोतवाली पुलिस ने उसकी बात को अनसुनी कर दी। इसके बाद मृत छात्रा की मां पुलिस अधीक्षक के समक्ष पहुंचकर गुहार लगाई
मृत छात्रा की मां ने पुलिस अधीक्षक को बताया कि बीते चार अगस्त को छात्रा को प्रताड़ित करते हुए कक्षा के बाहर खड़ा कर दिया गया और उसी दिन घर आकर उसने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह के निर्देश पर बृहस्पतिवार की शाम को नगर कोतवाल संजय मौर्य ने शिक्षिका वस्फी खातून एवं शिक्षक तौहीद के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया है तथा मामले की पड़ताल की जा रही है।
रक्षाबंधन का त्यौहार मनाने आयी युवती ने दो वर्षीय बेटे के साथ तालाब में आत्महत्या कर ली। इस घटना के कुछ समय बाद ही युवती के पारिवारिक जनों द्वारा बताया गया कि उनकी बेटी ने पति से फोन पर हुए विवाद के बाद उक्त आत्मघाती कदम उठाया।
मायके पक्ष ने आत्महत्या करने की वजह पति को ठहराते हुए कार्रवाई की मांग की है। सम्बंधित थाना पुलिस मां-बेटे के शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरते हुए पोस्टमार्टम करा रही है। तहरीर के आधार पर आगे की कार्रवाई करने की बात पुलिस के द्वारा कही गयी।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार महोबकंठ थाना क्षेत्र के परापांतर गांव में विगत देर शाम खेत में बने तालाब में दो वर्ष के मासूम सहित मां का शव मिला था। जिस मामले में नया मोड़ सामने आया है। कहा जाता है कि त्यौहार में मायके आयी मृतका का अपने पति से फोन पर किसी बात को लेकर गंभीर विवाद हो गया जिसके बाद वह अपने मासूम बच्चे के साथ तालाब में जाकर कूद गई, जिससे उसकी मौत हो गई। मृतका की उम्र तीस वर्ष बतायी जा रही है ।
पूर्ण घटनाक्रम में परापांतर गांव निवासी मानिक राजपूत ने अपनी पुत्री पूनम का विवाह हमीरपुर जनपद के जरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत तुन्ना गांव निवासी रंजीत राजपूत के साथ तीन वर्ष पूर्व किया था।
पूनम बीए सेकंड ईयर की छात्रा भी थी। विवाह के बाद उसका एक पुत्र हुआ जिसका नाम उत्कर्ष है। रक्षाबंधन को लेकर भाई हरिओम बहन पूनम और भांजे उत्कर्ष को लेकर मायके आ गए। जहां पर सभी रक्षाबंधन पर्व को धूमधाम से मना रहे थे। गत दिवस परिवार के लोग अपने खेत पर गए हुए थे और विवाहित पूनम अपने 2 वर्ष के पुत्र के साथ घर में अकेली थी। तभी पति रंजीत का फोन आया और इसी दौरान दोनों के बीच वाद-विवाद हो गया।
बताया जाता है कि पति ने फोन पर उसी दिन वापस ससुराल आने के लिए दबाव डाला और यह मामूली बात आक्रोश के चलते विवाद में बदल गयी। फोन पर पति से झगड़ा होने के चलते पूनम अपने दो वर्ष के मासूम के साथ गांव के बाहर खेत में बने तालाब में जाकर कूद गई। मृतका के भाई हरिओम और पिता मानिक बताते हैं कि पति द्वारा ही फोन पर बताया गया कि जाकर उसकी पत्नी को तलाश लो तो परिवार के लोग उसकी तलाश करते रहे लेकिन वह नहीं मिली।
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