पटना। गया नगर निकाय चुनाव (Gaya municipal elections) की मतगणना कड़ी सुरक्षा के बीच गया कालेज मतगणना केंद्र पर हुई। यहां मेयर पद पर वीरेंद्र कुमार उर्फ गणेश पासवान एक बार फिर से चुनाव जीतने में सफल रहे। उन्हें कुल 39910 वोट मिले, उन्होंने कड़े मुकाबले में श्यामदेव पासवान को 3827 वोट से हराया।
वहीं डिप्टी मेयर के पद पर इस बार चिंता देवी ने जीत दर्ज की, उन्हें कुल 50417 वोट मिले। इनकी निकटतम प्रतिद्वंदी निकिता रजक को 22494 वोट मिले। इस तरह चिंता देवी 27923 वोटों के भारी अंतर से विजई हुई।
गया नगर निकाय चुनाव में डिप्टी मेयर पद पर जीतने वाली चिंता देवी पत्रकारों से बात करते हुए बताती हैं, वह इसी गया शहर की गलियों में तकरीबन 40 सालों तक झाड़ू लगाने व कचरा उठाने का काम करती थीं। कई वर्ष पहले वह अपने हाथों से मैला ढोने व उसे साफ करने का काम करती थी। चिंता देवी दो साल पहले ही 2020 में सेवानिवृत्त हो गई थी जिसके बाद वह सब्जी बेचने का काम करती थीं। बता दें कि, चिंता देवी के पति का देहांत पहले ही हो चुका है।
चिंता देवी बताती है कि, वह दलित (अनुसूचित जाति) से हैं। उनकी यह जीत ऐतिहासिक है। वह आने वाले दिनों में गया में नालियों और गलियों को और बेहतर बनाएंगी। वह आगे बेहतर काम करेंगी और गया को नंबर वन बनाएंगी।
विदित हो कि, इस बार गया नगर निगम का डिप्टी मेयर का पद आरक्षित कर दी गई थी।
पत्रकारों से बात करते हुए गया के पूर्व डिप्टी मेयर व 2020 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से प्रत्याशी रहे मोहन श्रीवास्तव बताते हैं, "सालों पहले मैला ढोने वाली एक महिला को गया की जनता ने आज इस पद पर पहुंचा दिया है, यह जीत एक ऐतिहासिक जीत है। गया की जनता ने हमेशा दबे कुचले का समर्थन कर उन्हें आगे बढ़ाने का काम किया है। गया की ही जनता ने कभी भगवती देवी को संसद भेजकर इतिहास रचा था आज चिंता देवी को डिप्टी मेयर की कुर्सी पर बैठाकर गया के लोगों ने फिर से इतिहास दोहराया है।"
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