उत्तर प्रदेश। यूपी के उन्नाव में पति ने दूसरी बेटी होने की नाराजगी के चलते महिला पर कहर ढा दिया। पत्नी के हाथ-पैर बांधकर जमकर पीटा और घर के बाहर फेंक दिया। महिला की चीख पुकार सुनकर ग्रामीण मदद को पहुंचे और पुलिस को घटना की जानकारी दी। पति की इस करतूत का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पीड़ित महिला की मां ने दामाद के खिलाफ मारपीट और उत्पीड़न की धाराओं में मुकदमा दर्ज करवाया है। पुलिस मामला दर्ज कर विधिक कार्रवाई में जुट गई है।
यूपी में उन्नाव के अजगैन क्षेत्र में खडहरा गांव है। यहां श्यामलाल अपने परिवार के साथ रहते हैं। श्यामलाल ने बताया- बेटी का माखी क्षेत्र के खडहरा गांव के रहने वाले दीपू के साथ तीन साल पहले शादी की थी। डेढ़ साल पहले मेरी बेटी सुषमा ने एक बेटी को जन्म दिया था, जबकि उसका पति बेटे की चाहत में था। सुषमा ने 59 दिन पहले दोबारा एक और बेटी को जन्म दिया। इस पर उसका पति दीपू आग बबूला हो गया। उसने 25 फ़रवरी 2023 को बेटी के हाथ पैर बांधकर बेरहमी से पिटाई शुरू की। उसने मेरी बेटी पर धारदार हथियार से कई बार हमला किया। चीख पुकार सुनकर गांव वालों ने मौके पर जाकर उसे छुड़ाया।"
इस मामले में सुषमा ने घटना का जिक्र करते हुए बताया-"सुबह के 6 बजे अपनी छोटी सी बेटी को तेल लगा रही थी। वह अभी 59 दिन की है। तेल लगाते वक्त मेरे पति कमरे में आए और बोले इतना लेट क्यों उठी हो? मैं बोली आज थोड़ा सा देरी हो गया है। इतने में पति ने पिटाई शुरू कर दी। मेरी बेटी डर गई और वह रोने लगी। फिर मेरे पति ने मेरे बाल पकड़े और नीचे धक्का दिया और कमरे का दरवाजा बंद किया और मुझे बेरहमी से फिर से पीटने लगा। मैं बहुत डर गई थी।"
मुझे खाना नहीं दिया सास ने भी किया बुरा बर्ताव, मुझे किचन से भगाया
सुषमा बताती हैं-"मेरे पति के इस बर्ताव को मैंने अनदेखा किया। वह हमेशा मेरे साथ ऐसा ही बर्ताव करते थे। मुझे भूख लगी थी। मैं खाना लेने के लिए किचन में गई किचन से मेरी सास ने मुझे भगा दिया। मैंने इस बात का विरोध किया। मेरे पति ने मेरे साथ गाली- गलौज की। उसने फिर चाकू उठाया और मुझे मारने की कोशिश करने लगा। सास ने आंगन का दरवाजा बंद कर दिया, जिससे कि मेरी आवाज बाहर ना जाए।"
मेरे हाथ पैर बांधकर घण्टों तक पीटा
सुषमा रोते हुए कहती हैं-"मेरे पति ने एक बार फिर मेरे हाथ पैर बांधकर मुझे बहुत मारा।उसने घर के हर सामान जैसे बेल्ट, डंडे आदि से मेरी बेरहमी से पिटाई की। मैं बुरी तरह घायल हो चुकी थी।"
गांव वालों ने महिला की जान बचाई और परिवार को सूचित किया
सुषमा बताती हैं-"मेरी सास और पति ने मिलकर मुझे घण्टों पीटा। मैं इस दौरान कई बार बेहोश हुई। जब मुझे ज्यादा चोट आई तो मैं जोर-जोर से चीखने लगी। शोरगुल सुनकर गांव के लोग इकट्ठा होने लगे। उन लोगों ने किसी तरह मुझे बचाया और मेरे पिता को जानकारी दी। जिसके बाद मेरे पिता पुलिस लेकर आये।"
जानकारी के मुताबिक महिला को पुलिस ईलाज के लिए सीएचसी ले गई। प्राथमिक उपचार के बाद महिला को जिला अस्पताल भेज दिया गया है। जहां महिला का इलाज चल रहा है। वहीं पिता की तहरीर पर पुलिस मुकदमा दर्ज कर जांच कर रही है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार अफसर ?
इस मामले में क्षेत्राधिकारी सफीपुर ऋषि कांत शुक्ला ने बताया -"सुषमा नाम की महिला है उसके पति का नाम दीपू है। सुषमा को पुत्री का जन्म हुआ है। इसकी जानकारी जब दीपू को लगी तो इस बात से नाराज होकर उसने अपनी पत्नी के साथ मारपीट की घटना कर दी। इस पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और इस संबंध में वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।"
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