“मैं अनपढ़ हूं, मुझे नौकरी से निकाल दिया गया। मेरी 3 लड़कियां हैं, उन्हें कहां से खिलाऊंगा! क्या उन्हें जहर दे दूं” — दलित सफाईकर्मी

बॉबी वाल्मीकि, दलित सफाईकर्मी
बॉबी वाल्मीकि, दलित सफाईकर्मी
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दलित सफाईकर्मी का झलका दर्द। पीएम मोदी, सीएम योगी व अब्दुल कलाम की कूड़े में फेंकी गई तस्वीर को ले जा रहा था सफाईकर्मी, वीडियो वायरल होने के बाद नौकरी से निकाला गया। 25 साल से नगर निगम में सेवारत् था कर्मी, कोरोना काल में भी शहर की सफाई में जुटा रहा।

लखनऊ। दलित सफाईकर्मी बॉबी वाल्मीकि के सिर पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है। उनकी गलती यह थी कि कचरे में किसी अन्य व्यक्ति द्वारा फेंकी गई पीएम मोदी और सीएम योगी की तस्वीर को उठाकर ले जाते समय कुछ लोगों ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दी। कूड़े में देश के प्रधानमंत्री मोदी व यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीर वायरल होते ही अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए। नगर आयुक्त मथुरा ने वीडियो का संज्ञान लेकर बॉबी की सेवा ही समाप्त कर दी। इस घटना के बाद से सफाईकर्मी तनाव में है। उसे रोजी-रोटी की चिंता सता रही है।

क्या है पूरा मामला?

मथुरा वृंदावन नगर निगम कार्यालय के करीब सुभाष इंटर कॉलेज के समीप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीरें कूड़े में फेंक दी गईं थी। 16 जुलाई 2022 को नगर निगम में संविदा पर तैनात दलित सफाई कर्मी बॉबी वाल्मीकि ने रोज की तरह कचरा को ठेला गाड़ी में भरा और चल पड़ा। इस दौरान अलवर से मथुरा घूमने आए आए श्रद्धालु अमर सिंह ने मथुरा के सुभाष इंटर कॉलेज के पास बॉबी को योगी और मोदी की तस्वीर कचरा गाड़ी में ले जाते हुए देखा। उसने तुरंत उसे रोककर इस घटना को अपने मोबाइल में कैद कर लिया। बाद में यह वीडियो सोशल मीडिया पर भी डाल दिया।

तस्वीरों को पानी से धुला और साथ ले गए

अलवर के अमर सिंह ने दोनों की तस्वीर को कचरा गाड़ी से निकालकर उसे पास में लगे नल के पानी से साफ किया। इसके बाद तस्वीरों को अपनी गाड़ी में रखा और वहां से चले गए।

वीडियो वायरल होने पर मचा हड़कम्प

कूड़े में पीएम और सीएम की तस्वीरें मिलने पर नगर निगम में खलबली मच गई। जिसके बाद नगर निगम सफाई कर्मचारी को निलंबित कर दिया गया है। सोशल मीडिया पर लोग सफाईकर्मी के हक में खड़े हो गए हैं।

बॉबी ने साझा की पूरी घटना

मथुरा के सुभाष इंटर कॉलेज के पास सफाई कर्मचारी बॉबी कूड़ा उठाने जाते हैं। उनके पास हाथ से खींचने वाली गाड़ी है। बॉबी के अनुसार, "यह तस्वीर मुझे कचरे में पड़ी मिली थी। मुझे बस अपने काम से मतलब था। इसलिए मैंने उसको भी साथ में रख लिया। मुझे नहीं पता था कि मेरे ऐसा करने से मेरी नौकरी चली जाएगी।"

सफाई कर्मचारी बॉबी ने कहा कि, "मैं अनपढ़ हूं। मेरा कोई कसूर नहीं है। मुझे तो सिर्फ काम करना है। संविदा कर्मचारी हूं। मेरी 25 साल की नौकरी है। मैं सीएम योगी से यही चाहता हूं कि मुझे ड्यूटी पर वापस लिया जाए। मेरी 3 लड़कियां है। क्या उन्हें जहर दे दूं। मुझे नौकरी पर वापस लिया जाए।"

सेवा की गई समाप्त

नगर निगम के अपर आयुक्त सत्येंद्र तिवारी ने कहा कि, वृंदावन नगर निगम इस घटना की निंदा करता है। लापरवाही बरतने के आरोप में संविदा कर्मचारी बॉबी की सेवा तत्काल प्रभाव से खत्म कर दी गई है।

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