हरदोई के बिलग्राम क्षेत्र का मामला। 300 रुपए पहले के उधार होने के कारण पीड़ित ने आरोपियों को सामान देने से किया था मना। आरोप है कि, उधार न मिलने से नाराज आरोपियों ने फूंकी दलित बुजुर्ग दुकान और घर।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में दलित उत्पीड़न से जुड़ी खबरें लगातार आ रही हैं। हरदोई के बिलग्राम में एक चौका देने वाली घटना सामने आई है। कथित तौर पर तीन सिगरेट व सात पान मसाले उधार नहीं देने पर सवर्ण जाति के आरोपियों ने दलित बुजुर्ग की दुकान और घर में आग लगा दी। आरोप है कि, पीड़ित की बर्बरता से पिटाई भी की गई, जिससे बुजुर्ग का दाया हाथ भी टूट गया। घटना की सूचना पुलिस को दी गई।
मामले में पुलिस पर आरोप है कि, मनमाने तरीके से रिपोर्ट दर्ज की। कई आरोपियों को नामजद नहीं किया। प्रकरण से संबंधित कई अहम धाराएं रिपोर्ट में दर्ज नहीं की। पीड़ित ने इस संबंध में जिला पुलिस अधीक्षक हरदोई को शिकायती पत्र भी दिया, और उचित कार्रवाई की मांग की।
क्या है पूरा मामला?
यूपी के हरदोई जिले के बिलग्राम क्षेत्र के दुर्गागंज में सरोना गांव की यह घटना 26 जून 2022 की है। देवेंद्र (60) इसी गांव में अपने परिवार के साथ रहते हैं। देवेन्द्र के बेटे रीसेन्द्र रैदास ने थाने में दी रिपोर्ट में बताया कि, गांव से 500 मीटर की दूरी पर उनके खेत हैं। इस खेत के पास ही वह अपना घर बनाकर पूरे परिवार के साथ रह रहे हैं। घर पर एक छोटी सी गुमटी भी है। "शाम करीब 6 बजे गांव के ही रहने वाले कुलदीप द्विवेदी गुमटी पर आया था— जिससे विवाद हुआ। आरोपी ने फोन कर अन्य साथियों को बुला लिया। उसने परिजनों से मारपीट की व घर व दुकान में आग लगा दी।" पीडि़त की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मामले पर द मूकनायक ने की पीडि़तों से बात की। देवेंद्र ने बताया, "कुलदीप द्विवेदी 3 सिगरेट (कैप्टन) और 7 मसाला (कमला पसन्द) उधार मांग रहा था। कुलदीप पर पहले से ही 300 रुपए बकाया था। मैंने उधार पैसा चुकाने के बाद ही सामान देने की बात कही। इस पर कुलदीप नाराज हो गया। वह गाली-गलौच करने लगा। उसने फोन करके गांव के ही अपने साथी सूरज द्विवेदी, विकास द्विवेदी, प्रदीप तिवारी, ब्रह्मस्वरूप द्विवेदी और मुरारी अग्निहोत्री को बुला लिया। सभी लोग लाठी-डंडे के साथ आए थे। सभी ने घर मे घुसकर मेरे भाई राजवीर, बहू मनीषा और मंजू पुत्र रिसेन्द्र, बेटी प्रियंका व अंजू को बुरी तरह पीटा। इससे मेरे हाथ भी टूट गया।"
"पूरे परिवार को पीटने के बाद आरोपियों ने छप्पर में आग लगा दी। इससे घर और दुकान में रखा सारा सामान भी जल गया। आरोपियों ने जान से मारने की धमकी भी दी है।" देवेंद्र ने बताया।
पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ठ
पीड़ित के बेटे रीसेन्द्र ने बताया, "मैंने पूरी घटना की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने दबाव बनाकर हम लोगों से तहरीर भी बदलवा ली। बदली हुई तहरीर पर ही मुकदमा दर्ज कर लिया गया। मैंने एक नया शिकायत पत्र जिला पुलिस अधीक्षक को दिया है।"
पुलिस प्रशासन से नहीं हो सकी बात
क्षेत्रीय पुलिस द्वारा की गई जांच एवं कार्रवाई की जानकारी के लिए बिलग्राम थानाधिकारी सम्पर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन सम्पर्क नहीं हो पाया। पुलिस पर लगे आरोपों के सम्बंध में जिला पुलिस अधीक्षक से सम्पर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन संबंधित से बात नहीं हो पाई।
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