UP Election 2022: “मायावती बनेंगी सीएम,” बीएसपी उम्मीदवार का दावा

कायम रजा खान, बीएसपी उम्मीदवार, लखनऊ पश्चिम / फोटो: नवीन कुमार नंदन
कायम रजा खान, बीएसपी उम्मीदवार, लखनऊ पश्चिम / फोटो: नवीन कुमार नंदन
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रिपोर्ट- नवीन कुमार नंदन

उत्तर प्रदेश। राजधानी लखनऊ में विधानसभा चुनाव लगातार दिलचस्प होता जा रहा है। लखनऊ में माना जा रहा है कि बीजेपी, बीएसपी और एसपी के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने जा रहा है।

बीएसपी ने लखनऊ पश्चिम से कायम रजा खान को अपना उम्मीदवार बनाया है जबकि बीजेपी ने अंजनी श्रीवास्तव पर भरोसा जताया है तो वहीं सपा ने अरमान पर जीत की उम्मीद करते हुए चुनाव मैदान में भेज दिया है। इसी के साथ सभी पार्टियों के उम्मीदवारों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर अपना नामांकन पत्र भी दाखिल कर दिया है, ऐसे में बीजेपी ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जिसने सबसे आखिर में अपने उम्मीदवारों की घोषणा की है।

लखनऊ पश्चिम विधानसभा सीट से बीएसपी उम्मीदवार कायम रजा खान द मूकनायक संवाददाता को बताते हैं कि, बहनजी (बसपा सुप्रीमो मायावती) की लहर चल रही है, समाजवादी पार्टी सिर्फ हवा बना रही है, जबकि ग्राउंड जीरो पर मामला इसके उलट है। लोग आज भी मायावती के शासन काल को याद कर रहे हैं।

कायम रजा खान ने कहा, "लखनऊ के साथ यूपी का विकास मायावती ने ही किया है, मायावती के कामों का क्रेडिट अखिलेश यादव लेते आए हैं और अब अखिलेश के काम का क्रेडिट योगी आदित्यनाथ ले रहे हैं।"

उन्होंने आगे कहा कि, "बीजेपी के शासन काल में आम जनता काफी परेशान है, क्योंकि बीजेपी ने कोरोना काल में आम जनता की मदद नहीं की और चुनाव में उनके पास न ही कोई मुद्दा है।" उन्होंने दावा किया कि, पूरे कोरोना काल में उन्होंने लखनऊ वासियों की सेवा की है और उन्हें पूरी उम्मीद है इस बार मायावती 5वीं बार यूपी की सीएम बनने जा रही हैं।

लखनऊ पश्चिम विधानसभा का इतिहास

लखनऊ पश्चिम विधानसभा में भी बीजेपी के सुरेश कुमार श्रीवास्तव ने सपा के मोहम्मद रेहान को 2017 में 13,072 वोट से हराया था। इस विधानसभा क्षेत्र में ज्यादातर इलाके पुराने लखनऊ के हैं और इस सीट पर ज्यादातर बार बीजेपी का कब्जा रहा है। इस क्षेत्र में अल्पसंख्यकों की संख्या काफी अधिक है, इसके अलावा ब्राह्मण और यादव का वोट प्रतिशत भी काफी अधिक माना जाता है जो जीत-हार में निर्णायक की भूमिका में रहते हैं।

लगातार चुनाव जीत चुकी है बीजेपी

साल 1989 में पहली बार बीजेपी का जनाधार बढ़ा और रामकुमार शुक्ला विधायक बने, वहीं फिर साल 1991 और साल 1993 में भी रामकुमार शुक्ला ने जीत का परचम लहराया इसके बाद भी बीजेपी की जीत का सिलसिला नहीं थमा और साल 1996 और 2002 में लगातार तीन बार लालजी टण्डन ने यहां परचम लहराया।

हालांकि, उपचुनाव में कांग्रेस के एसके शुक्ल ने बीजेपी को हरा दिया. वहीं 2012 में सपा के मोहम्मद रेहान ने बीजेपी के सुरेश कुमार श्रीवास्तव को 7812 वोट से हराया था।

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