विवादित बयान देने पर मिर्ची बाबा के खिलाफ नोएडा पुलिस ने दर्ज किया मामला

विवादित बयान देने पर मिर्ची बाबा के खिलाफ नोएडा पुलिस ने दर्ज किया मामला
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  • वीडियो में हिन्दू देवी-देवताओं का अपमान करने वाले फिल्म निर्माताओं का सर काटकर लाने वाले को 20 लाख रुपए का इनाम देने की घोषणा करते आए थे नजर, वायरल वीडियो के आधार पर कार्यवाही

भोपाल। महामंडलेश्वर वैराज्ञानंद गिरी महाराज उर्फ मिर्ची बाबा एक बार फिर सुर्खियों में है। दरअसल सोशल मीडिया पर मिर्ची बाबा का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें उन्होंने कहा कि जो हिन्दू देवी-देवताओं का अपमान करने वाले फिल्म निर्माताओं का सर काटकर लाएगा उसको 20 लाख का इनाम देंगे। उनका ये बयान ऐसे समय में आया है जब 'काली' डॉक्युमेंट्री फिल्म विवादों में घिरी हुई है। इधर, नोएडा पुलिस ने वायरल वीडियो के आधार पर बाबा के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी है।

क्या है पूरा मामला

मध्यप्रदेश में मिर्ची बाबा के नाम से प्रख्यात महामंडलेश्वर वैराज्ञानंद गिरी महाराज ने अपने नोएडा प्रवास के दौरान एक बयान दिया। बयान देने के बाद ही वीडियो वायरल हो गया। वीडियो में मिर्ची बाबा कहते नजर आए कि जो भी फिल्म निर्माता हिन्दू धर्म का अपमान करके फिल्म बनाएगा। ऐसे लोगों का सिर काट कर लाने वाले को 20 लाख रुपए इनाम में दिए जायंगे। इस मामले में द मूकनायक ने मिर्ची बाबा से बातचीत की। बाबा ने कहा कि हिंदू धर्म का अपमान हमारे देवी-देवताओं का अपमान कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मिर्ची बाबा के अनुसार इस बयान के बाद नोएडा में उनके खिलाफ मामला भी दर्ज किया गया है। लेकिन उनका कहना है कि वे अपने बयान पर कायम है।

साधु-संतों ने फिल्म काली के खिलाफ खोला मोर्चा

दरअसल, पूर्व में रायपुर में महात्मा गांधी पर विवादित बयान देने वाले कालीचरण महाराज ने गत गुरुवार को मध्यप्रदेश के इंदौर में लोगों से फिल्म का विरोध करने की अपील की थी। उन्होंने एक प्रेस कांफ्रेंस में हिंदूवादी संगठनों और मंदिरों के पुजारियों से अपने-अपने थाना क्षेत्रों में शिकायत दर्ज कराने की अपील की थी। उन्होंने फिल्म 'काली' की डायरेक्टर लीना मणिमेकलाई पर भी आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। वहीं सीहोर में रहने वाले कथावाचक प्रदीप मिश्रा ने भी महिला फिल्मकार पर आपत्तिजनक बयान जारी किया था।


कौन है मिर्ची बाबा


वैराग्यानंद गिरी महाराज (मिर्ची बाबा) अक्सर सुर्खियों में रहते हैं। उन्होंने गो-शालाओं में घास नहीं पहुंचने और गोहत्या के विरोध में मुख्यमंत्री आवास तक पैदल यात्रा की थी। मिर्ची बाबा की प्रदेश कांग्रेस के नेताओं से नजदीकियां जगजाहिर हैं। वे अघोषितरूप से मध्यप्रदेश कांग्रेस के गुरु माने जाते है। मिर्ची बाबा पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के करीबियों में से एक है। बता दें कि मिर्ची बाबा वर्ष 2019 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान तब चर्चा में आए थे, जब उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की जीत सुनिश्चित करने के लिए पांच क्विंटल लाल मिर्ची का हवन किया था। मिर्ची बाबा ने तब यह भी ऐलान किया था कि यदि दिग्विजय सिंह चुनाव नहीं जीते तो वह जल समाधि ले लेंगे। चुनाव परिणाम आने के बाद भाजपा की साध्वी प्रज्ञा ठाकुर जब तीन लाख से भी ज्यादा मतों से विजयी हुईं तो मिर्ची बाबा की जल समाधि को लेकर सवाल उठे। पर उस वक्त वह गायब हो गए। बाद में उन्होंने अपने अधिवक्ता के माध्यम से जल समाधि लेने के लिए भोपाल कलक्टर से अनुमति मांगी थी, जिसे अमान्य कर दिया गया। मिर्ची बाबा को कांग्रेस की कमलनाथ सरकार में राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त था।

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