उत्तर प्रदेश: सप्ताहभर में महिलाओं पर अत्याचार के कई मामले; कहीं महिला जज से छेड़छाड़ तो कहीं सड़क पर चल रही छात्राओं से मारपीट

दलितों और महिलाओं पर अत्याचार
दलितों और महिलाओं पर अत्याचार
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16 अगस्त को युवती को जंगल में 6 लोगों ने किया था निर्वस्त्र

20 अगस्त को महिला जज ने वकील के खिलाफ छेड़छाड़ और यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई

20 अगस्त को तीन दलित युवतियों को सरेराह बेल्ट से पीटा गया

उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में महिलाओं के खिलाफ अपराध की बाढ़ सी आ गई है। सिटी फेस्ट में युवती से दरिंदगी के बाद महिला जज से छेड़छाड़ का मामला ठंडा पड़ा ही नहीं था कि अब तीन नाबालिग दलित छात्राओं को सरेआम बेल्ट से पिटाई की गई है। घटना सामने आने के बाद पूरे जिले में हड़कंप मच गया है।

जानिए क्या है पूरा मामला?

यूपी के हमीरपुर के राठ कस्बे में रहने वाली तीन नाबालिग दलित छात्राएं चरखारी रोड पर कोचिंग जा रही थी। इस दौरान बीच सड़क पर साथ में पढ़ने वाले तीन छात्रों ने रोककर गाली गलौज कर मारपीट की। छात्राओं ने कोतवाली में मुकदमा लिखाया है। चरखारी रोड मोहल्ला निवासी तीनों लड़कियों ने बताया कि वे नगर के एक स्कूल में हाईस्कूल की छात्राएं हैं।

तीनों में से एक ने बताया, "हम सब 20 अगस्त को मैं और मेरी तीन दोस्त कोचिंग जा रहे थे। रास्ते में ही साथ पढ़ने वाले सत्यम, कपिल व अनुज ने रोककर गाली गलौज की। हम सबने गालियां देने से मना किया। तीनों ने हम सबकी बेल्टों से पिटाई की। हमने सभी के खिलाफ थाने जाकर मुकदमा दर्ज कराया है।"

कोतवाल विनोद कुमार राय ने बताया कि, पीड़ित छात्राओं की तहरीर पर तीनों के खिलाफ मारपीट व अनुसूचित जाति उत्पीड़न की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। छात्राओं का सीएचसी में डॉक्टरी परीक्षण कराया जा रहा है। तीनों आरोपी छात्र फरार हैं, उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।

16 अगस्त को सिटी फारेस्ट में युवती को नंगा करके पीटा

हमीरपुर के सिटी फारेस्ट में 6 युवकों ने मिलकर युवती को पकड़ लिया। इसके बाद एक-एक करके उसके सारे कपड़े फाड़ डाले थे। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने कार्रवाई की थी।

महिला जज के साथ वकील ने की थी छेड़छाड़

हमीरपुर में महिला सिविल जज के साथ छेड़छाड़ करने वाले आरोपी वकील को सोमवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में नियुक्त महिला सिविल जज को आरोपी वकील मो. हारून कथित तौर पर वॉट्सऐप पर अभद्र मैसेज भेजता था। महिला जज ने कई बार अभद्र मैसेज भेजने को लेकर आपत्ति जताई थी, लेकिन वकील नहीं माना।

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