गोरखपुर से काकोरी ट्रेन एक्शन शताब्दी समारोह का आगाज, पहली बार सार्वजनिक तौर पर दिखेंगी नायकों से जुड़ी ये चीजें

समारोह में काकोरी कांड के नायकों से संबधित पत्रों, डायरी, टेलीग्राम, स्मृति चिन्ह, समाचार पत्र, पत्रिकाएं, पुस्तकों, तस्वीरों, मुकदमें की फाइल आदि की प्रदर्शनी पहली बार लोग सार्वजनिक तौर पर देखकर उस दौर को महसूस कर सकेंगे।
गोरखपुर से काकोरी ट्रेन एक्शन शताब्दी समारोह का आगाज, पहली बार सार्वजनिक तौर पर दिखेंगी नायकों से जुड़ी ये चीजें
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गोरखपुरः चंबल संग्रहालय, पंचनद की तरफ से ‘काकोरी ट्रेन एक्शन शताब्दी समारोह’ पर देश का पहला दो दिवसीय आयोजन 8-9 अगस्त 2024 को गोरखपुर में होने जा रहा है। इसमें काकोरी केस के नायकों से संबधित पत्रों, डायरी, टेलीग्राम, स्मृति चिन्ह, समाचार पत्र, पत्रिकाएं, पुस्तकों, तस्वीरों, मुकदमें की फाइल आदि की प्रदर्शनी पहली बार लोग सार्वजनिक तौर पर देखकर उस दौर को महसूस कर सकेंगे। इसके साथ किस्सागोई, नाटक, क्रांति मार्च, क्विज, रंगोली, पेंटिग और भाषण प्रतियोगिता के साथ-साथ विविध सांस्कृतिक कार्यक्रम किये जाएंगे।

इस आयोजन के जरिए स्वतंत्रता संग्राम के महत्वपूर्ण गौरवशाली इतिहास से नई पीढ़ी को अवगत कराया जाएगा। पत्रकार सम्मेलन को संबोधित करते हुए महुआ डाबर एक्शन के महानायक पिरई खां के वंशज और प्रसिद्ध दस्तावेजी लेखक डॉ. शाह आलम राना ने कहा कि गोरखपुर आयोजन के बाद चंबल म्यूजियम काकोरी केस के नायकों से जुड़े अन्य स्थलों फैजाबाद, गोंडा, शाहजहांपुर, बरेली, फर्रूखाबाद, कानपुर, सुल्तानपुर, इलाहाबाद, बनारस, औरैया, मुरैना, मेरठ में समारोह आयोजित करने के बाद 7-8 अगस्त 2025 को लखनऊ में इसका भव्य और ऐतिहासिक समापन होगा।

काकोरी ट्रेन एक्शन शताब्दी समारोह समिति, गोरखपुर के संयोजक अविनाश गुप्ता ने बताया कि समारोह की तैयारियां पूरी कर ली गई है। समारोह का शुभारंभ शहीद मणीन्द्रनाथ बनर्जी के परिजन करेंगे। समारोह के लिए भारत सरकार के संस्कृति और पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश, प्रसार भारती के चेयरमैन नवनीत कुमार सहगल, सूबे के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह, लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय आदि प्रमुख हस्तियों ने अपनी शुभकामनाएं भेजी हैं। आयोजन समिति से जुड़े विजेन्द्र कुमार अग्रहरि ने बताया कि काकोरी ट्रेन एक्शन के सौवें वर्ष पर क्रांतियोद्धाओं की स्मृति में सौ वृक्षों का रोपण किया जाएगा।

कार्यक्रम के लिए स्थानीय साथियों की आयोजन समिति बनाई गई है जिसमें, दीपक शर्मा, धीरेन्द्र प्रताप, आराधना श्रीवास्तव, सुरेन्द्र कुमार, हरगोविंद प्रवाह, पवन कुमार, योगेन्द्र कुमार, विवेक वर्मा, पारस नाथ मौर्य, सुनील तिवारी, संदीप गुप्ता, संजू चौधरी, वर्षा श्रीवास्तव, सुधिराम रावत, रीना जयसवाल, इन्द्रजीत कुमार, अनिल गुप्ता, नजरूल हसन, साकेत कुमार पांडेय, चंदन आर्या, राजू गुप्ता, मंजेश कुमार, पारस नाथ चौहान आदि शामिल हैं।

काकोरी केस के नायकों का गोरखपुर कनेक्शनः हिन्दुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन के आर्मी विंग के सेनापति पं. राम प्रसाद ‘बिस्मिल’ को काकोरी षड्यंत्र केस में ‘चीफ कोर्ट आफ अवध जजमेंट’ 6 अप्रैल 1927 के फैसले में मृत्युदंड की सजा मिली। लखनऊ जिला जेल से ट्रांसफर कर गोरखपुर जेल के कोठरी न. आठ में बिस्मिल रखे गए। फांसी पर झूलने से महज तीन दिन पहले जेल अधिकारियों नजर बचाकर लिखी उनकी आत्मकथा विश्व की सर्वश्रेष्ठ आत्मकथा मानी जाती है। 19 दिसंबर 1927 को गोरखपुर जेल में ‘मैं ब्रिटिश साम्राज्य का विनाश चाहता हूं’ गरजते हुए बिस्मिल ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया।

महान क्रांतिवीर और विचारक शचीन्द्र नाथ सान्याल का भी जुड़ाव गोरखपुर से रहा है। शचीन्द्र दा ने बनारस षड्यंत्र केस और काकोरी षड्यंत्र केस में दो बार आजन्म कारावास की सजा भोगी। हमारे सामने वे एक ऐसे प्रकाश स्तंभ हैं जिन्होंने अपने जीवन के 50 वर्ष में से 20 वर्ष जेल में नारकीय जीवन बिताया। इनके सबसे छोटे भाई भूपेन्द्रनाथ सान्याल को काकोरी केस में भी 5 वर्ष की कड़ी कैद हुई थी। शचीन्द्र दा के भाई रवीन्द्रनाथ सान्याल भी बनारस षड्यंत्र केस में कैद व नजरबंद रहे तो वहीं उनके भाई जितेन्द्रनाथ सान्याल सरदार भगत सिंह के साथ लाहौर षड्यंत्र केस में 2 वर्ष की सजा हुई थी। गोरखपुर कचहरी के पास रवीन्द्रनाथ सान्याल के घर में शचीन्द्रनाथ सान्याल देवली कैम्प से बीमारी की हालत में नजरबंदी से छूटकर आने के बाद 6 फरवरी 1943 को आखिरी सांस ली। रवीन्द्र नाथ सान्याल गोरखपुर के चर्चित सेंट एंडड्रूज कालेज में शिक्षक रहे और इसी कालेज में शचीन्द्रनाथ दा के पुत्र रंजीत सान्याल और पुत्री अंजली सान्याल ने पढ़ाई की है।

काकोरी ट्रेन एक्शन शताब्दी समारोह का कार्यक्रम विवरण इस प्रकार से है।

पहला दिन, 8 अगस्त 2024 (गुरुवार)

प्रातः 8 बजे, पैदल मार्च कर शहीद रामप्रसाद ‘बिस्मिल’ को सलामी

स्थानः लोकनायक जेपी चौराहा, असुरन से जिला कारागार, गोरखपुर तक

प्रातः 10 बजे, विभिन्न विद्यालयों और कालेज के छात्र-छात्राओं का ‘आजादी के मतवाले’ विषय पर पेंटिग प्रतियोगिता

स्थानः असेम्बली सभागार, सेंट एंड्रयूज पीजी कॉलेज, गोरखपुर

प्रातः 10 बजे, विभिन्न विद्यालयों और कालेज के छात्र-छात्राओं का ‘सिनेमा और भारत के शहीद’ विषय पर रंगोली रंगोली प्रतियोगिता

स्थानः सदन सभागार, नगर निगम, गोरखपुर

पूर्वाह्न 11 बजे, काकोरी केस से संबंधित दुर्लभ दस्तावेजों, पत्रों, तस्वीरों, टेलीग्राम, मुकदमें की फाइल, पुस्तकों आदि की प्रदर्शनी

स्थानः सदन सभागार, नगर निगम, गोरखपुर

पूर्वाह्न 11.30 बजे, काकोरी एक्शन के सौवें वर्ष पर 100 वृक्षारोपण

स्थानः नगर निगम परिसर में काकोरी के चार शहीदों के नाम और गोरखपुर के विभिन्न पार्कों में

दोपहर 12 बजे, शताब्दी वर्ष का उद्घाटन समारोह

स्थानः सदन सभागार, नगर निगम, गोरखपुर

देशभक्ति सामूहिक लोक नृत्य-गायन की प्रस्तुति, अतिथियों का स्वागत

सामूहिक रुप से दीप प्रज्वलन, देश भर से आये हुए विशिष्ट जनों के संदेशों का पाठ

अपराह्न 2 बजे, भोजनावकाश

अपराह्न 2.30 बजे, राष्ट्रीय सम्मेलन- काकोरी केस के नायकों का देश

स्थानः सदन सभागार, नगर निगम, गोरखपुर

सायं 4.30 बजे, सांस्कृतिक संध्या और किस्सागोई

स्थानः सदन सभागार, नगर निगम, गोरखपुर

दूसरा दिन, 9 अगस्त 2024 (शुक्रवार)

प्रातः 10 बजे, काकोरी केस से संबंधित दुर्लभ दस्तावेजों, पत्रों, तस्वीरों, टेलीग्राम, मुकदमें की फाइल, पुस्तकों आदि की प्रदर्शनी

स्थानः सदन सभागार, नगर निगम, गोरखपुर

प्रातः11 बजे, देशभक्ति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम

स्थानः सदन सभागार, नगर निगम, गोरखपुर

प्रातः 11.30 बजे, ‘भारतीय क्रांतिकारी आंदोलन का इतिहास’ विषय पर प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता

स्थानः असेम्बली सभागार, सेंट एंड्रयूज पीजी कॉलेज, गोरखपुर

अपराह्न 2 बजे, भोजनावकाश

अपराह्न 2.30 बजे, ‘युवाओं की नजर में आजादी के मायने’ विषय पर स्पीच कंप्टीशन

स्थानः सदन सभागार, नगर निगम, गोरखपुर

सायं 4.45 बजे, काकोरी ट्रेन एक्शन शताब्दी वर्ष में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को उचित सम्मान दिए जाने के संबंध में माननीया राष्ट्रपति को ज्ञापन

स्थानः सदन सभागार, नगर निगम, गोरखपुर

सायं-5 बजे, प्रतिभागियों को प्रमाण प्रत्र वितरण और समापन समारोह

स्थानः सदन सभागार, नगर निगम, गोरखपुर

काकोरी ट्रेश एक्शन शताब्दी समारोह की प्रदर्शनी सूची

फैसले की प्रति

1- चीफ कोर्ट ऑफ अवध जजमेंट फाइल

2- सप्लिमेंट्री काकोरी षड्यंत्र केस जजमेंट फाइल

3- अपील, प्रिवी काउंसिल, लंदन फाइल

रजिस्टर

1- मिशन स्कूल, शाहजहांपुर में वर्ष 1919 में राम प्रसाद, कक्षा 8 रजिस्टर

2- मिशन स्कूल, शाहजहांपुर में 1919 में अशफाक उल्ला खां कक्षा 7 का रजिस्टर

3- फैजाबाद कारागार के जेल रजिस्टर में अशफाक उल्ला खां का दर्ज विवरण

दस्तावेज

1- अशफाक उल्ला खां की हस्तलिखित डायरी

2- काकोरी ट्रेन डकैती से प्राप्त राशि विवरण

3- काकोरी नायकों का विवरण और गिरफ्तारी की तिथि

4- काकोरी चार्जशीट, सैय्यद ऐनुद्दीन, स्पेशल मजिस्ट्रेट

5- हामिल्टन, स्पेशल सेशन जज, लखनऊ प्रोसेडिंग

6- खुफिया सुपरिटेंडेंट हार्टन की डायरी

7- काकोरी केस बंदियों के प्रति जेल अधिकारियों, सरकार के दुर्व्यवहार और अनशन के सम्बन्ध में ‘प्रताप’ की पहल

8- अशफाक उल्ला खां के संबंध में वायसराय का गर्वंमेंट को भेजा गया मेमोरेंडम

9- मैनपुरी षड्यन्त्र केस में जब्त रामप्रसाद ‘बिस्मिल’ की उत्तर पुस्तिका

10- शचीन्द्रनाथ सान्याल के संबंध में दिल्ली कमिश्नर आदेश

11- शचीन्द्रनाथ सान्याल के संबंध में बंगाल गर्वनर आदेश

12- अशफाक उल्ला खां की मां का गवर्नर के पास भेजे गया पेटीशन

13- काकोरी केस के संबंध में वायसराय के पास ट्रेड यूनियन कांग्रेस, बंबई की भेजी गई अपील

14- इंडिया आफिस लंदन में प्रिवी काउंसिल की अपील

15- सरफरोशी की तमन्ना नज्म की प्रति

टेलीग्राम

1- गृह विभाग, शिमला से अशफाक उल्ला खां की मां मजहरून निशां बेगम के नाम

2- राम प्रसाद बिस्मिल के संबंध में रिजेक्टेड पेटिशन का संदेश

पत्र

1- रोशन सिंह का पत्र हुकुम सिंह के नाम

2- अशफाक उल्ला खां का पत्र कृपाशंकर हजेला के नाम

3- अशफाक उल्ला खां का पत्र शचीन्द्रनाथ बख्शी की बहन के नाम

4- अशफाक उल्ला खां का पत्र गर्वनर, नैनीताल के नाम

5- शचीन्द्रनाथ सान्याल का होम मेंबर के नाम पत्र

6- फांसी के पहले गोरखपुर कारागार से रामप्रसाद बिस्मिल का पत्र का पं. मदनमोहन मालवीय के नाम

सामाचार पत्र

1- हमदम, उर्दू में काकोरी ट्रेन एक्शन से जुड़ी रिपोर्ट

2- टाइम्स ऑफ इंडिया में काकोरी घटना से जुड़ी रिपोर्टिंग

3- इंडियन टेलीग्रॉफ में प्रकाशित खबर

छायाचित्र

1- राजेन्द्र नाथ लाहिड़ी का छायाचित्र

2- रोशन सिंह का छायाचित्र

3- शचीन्द्र नाथ बख्शी का छायाचित्र

4- शहीद अशफाक उल्ला खां का छायाचित्र

5- काकोरीः वह स्थान जहां दस क्रांतिकारी ने मिलकर सरकारी खजाना हथिया लिया था

6- मन्मथनाथ गुप्त का छायाचित्र

7- रामकृष्ण खत्री का छायाचित्र

8- चित्र- काकोरी केस के क्रांतिकारियों का जेल में खींचा गया सामूहिक चित्र

9- जयदेव कपूर (बाएं से), पंडित पमानन्द, दुर्गा देवी वोहरा (दुर्गा भाभी), शिव वर्मा, शचीन्द्रनाथ बख्शी, स्वप्न कुमार खत्री, गोविन्द बोस (मनमाड़ केस में फरार), गजानन्द पटेल, बचनेश त्रिपाठी, गंगाधर गुप्त (तिरुवा पुलिस केस में आजीवन कारावास), रामकृष्ण खत्री आदि

10 राजा महेन्द्र प्रताप, रामकृष्ण खत्री आदि

11- रामकृष्ण खत्री (सम्बोधन करते हुए, रामपुर में), संजय डालमिया, मन्मथनाथ गुप्त व अन्य

12- रामकृष्ण खत्री, यमुना माहौर व अन्य (झांसी में)

13- रामकृष्ण खत्री, यमुना माहौर, सदाशिव राव मलकापुरकर, बाबूलाल वर्मा (देवली कैम्प), रमेश सिन्हा (स्वतंत्रता सेनानी), राम सेवक रावत (स्वतंत्रता सेनानी/संपादक दैनिक जागरण)

14- मन्मथनाथ गुप्त, प्रेम किशन खन्ना, रामकृष्ण खत्री, बाबा पृथ्वी सिंह आज़ाद, रामकिशोर रस्तोगी, (कार्यक्रम संयोजक, स्वतंत्रता सेनानी), काकोरी शहीद स्मारक शिलान्यास के अवसर पर

15- यतीन्द्रनाथ दास बलिदान दिवस की अर्द्धशती के अवसर पर लखनऊ स्टेशन पर काकोरी क्रांतिवीर रामकृष्ण खत्री, यतीन्द्र नाथ दास के छोटे भाई किरण नाथ दास व उनकी पत्न, कुंवर शांति प्रकाश (वरिष्ठ अधिवक्ता)

16- सुशीला आज़ाद (स्वतंत्रता सेनानी), रामकृष्ण खत्री, पण्डित परमानन्द, ब्रह्मचारी, गजानन्द पटल, सुरेंद्र पाण्डेय व अन्य

17- प्रो. राधेश्याम शर्मा (स्वतंत्रता सेनानी/निदेशक सचिव-स्वतंत्रता संग्राम सेनानी कल्याण परिषद्, उत्तर प्रदेश), रामकृष्ण खत्री, शिव विनायक मिश्र, जितेन्द्र सान्याल, रामचन्द्र बापट व अन्य

18- जितेन्द्र सान्याल, वीरेंद्र पाण्डेय , डॉ. भगवन दास माहौर, रामकृष्ण खत्री, शचींद्रनाथ बख्शी, भूपेंद्र नाथ सान्याल, रामदुलारे त्रिवेदी, बटुक नाथ अग्रवाल

19- शचीनंद्रनाथ बख्शी, चन्द्रभानु गुप्त, रामकृष्ण खत्री, जितेन्द्र सान्याल, रामचंद्र बापट, डॉ. भगवान दास माहौर (बनारस में)

20- (राष्ट्रपति भवन) नीलम संजीवा रेड्डी, मन्मथनाथ गुप्त, हेमवती नन्दन बहुगुणा, (काकोरी शहीद स्मृति स्मारिका के विमोचन के अवसर पर)

21- भूपेंद्र सान्याल, डॉ. भगवान दास माहौर, रामदुलारे त्रिवेदी, बटुकनाथ अग्रवाल (नीचे से बाएं), जितेन्द्र सान्याल, वीरेंद्र पाण्डेय, रामचन्द्र बापट, रामकृष्ण खत्री, शचींद्र नाथ बख्शी, वसूभूति दीक्षित

22- स्वामी सहजानन्द, सुभाष चंद्र बोस, प्रो. एन जी रंगा, रामकृष्ण खत्री, शीअल भद्र याजी व अन्य

23- गजानन्द पटेल, विष्णु शरण दुबलिश, रामकृष्ण खत्री, राजेंद्र पाल वारियर

24- बाएं से... प्रेम कृष्ण खन्ना, शचींद्र नाथ बख्शी, रघुकुल तिलक (तत्कालीन राज्यपाल, राजस्थान), नीलम संजीवा रेड्डी, पंडित परमानन्द, जगजीवन राम, बाबा सोहन सिंह जोश, मन्मथनाथ गुप्त, बाबा पृथ्वी सिंह आज़ाद, शीलभद्र याजी, डॉ. भगवान दास माहौर, प्रो. राधेश्याम शर्मा, रामकृष्ण खत्री, मनमोहन गुप्त, हेमवती नंदन बहुगुणा, बाबूलाल वर्मा, सुरेन्द्र पाण्डेय, प्रो. नंदकिशोर निगम, रमेश चंद्र गुप्त, राजेंद्र पाल सिंह वारियर व अन्य

25- लखनऊ रेलवे स्टेशन पर परसी शाह फोटोग्राफर द्वारा लिया गया शहीद अशफाक उल्ला खां का आखिरी चित्र

26- ठाकुर रोशन सिंह का फांसी के बाद का छाया चित्र

27- बायें से... अमिय कुमार बनर्जी, मोहित कुमार बनर्जी, मन्मथनाथ गुप्त, विमलचंद्र भट्टाचार्य, शचींद्रनाथ सान्याल, बसंत कुमार बनर्जी का इलाहाबाद में मोहित बनर्जी के मकान पर लिया गया चित्र।

28- राजकुमार सिंहा, योगेशचंद्र चटर्जी, सेठ दामोदर स्वरूप का छाया चित्र

29- राम प्रसाद बिस्मिल और चंद्रशेखर आजाद की वीर प्रसूता मां का छाया चित्र

30- फैजाबाद कारागार में अशफाक उल्ला खां की कोठरी का छायाचित्र

31- गोंडा कारागार में राजेन्द्र नाथ लाहिड़ी की कोठरी का छायाचित्र

32- गोरखपुर कारागार में राम प्रसाद बिस्मिल की कोठरी का छायाचित्र

33- गोरखपुर कारागार और फैजाबाद कारागार में फांसी घर का छायाचित्र

34- फांसी के बाद राम प्रसाद बिस्मिल का पिता के साथ छायाचित्र

35- अशफाक उल्ला खां के माउजर का छायाचित्र

36- बरहज आश्रम में रामप्रसाद बिस्मिल की समाधि का दृश्य

37- प्रताप के संपादक गणेश शंकर विद्यार्थी का छायाचित्र

38- मिशन स्कूल शाहजहांपुर का छायाचित्र

39- क्रांतिवीर मणीन्द्रनाथ बनर्जी का छायाचित्र

राम प्रसाद बिस्मिल के द्वारा संग्रहित पुस्तकें

प्रवासी भारतवासी-एक भारतीय हृदय, 1918

साम्यवाद-एक ग्रेजुएट, 1919

भारत में दुर्भिक्ष-पं. गणेश दत्त शर्मा, 1921

देश की बात-देव नारायण द्विवेदी, 1923

देशभक्त मेक्स्विनी- विशम्भर नाथ जिज्जा, 1924

स्वाधीनता के पुजारी-भूदेव विद्यांकार, 1925

काकोरी केस के नायकों से जुड़ी पुस्तकें

आत्मकथा-राम प्रसाद बिस्मिल

क्रांतिपथ पर चलते चलते-शचीन्द्र नाथ बख्शी

काकोरी के दिलजले-राम दुलारे त्रिवेदी

बंदी जीवन- शचीन्द्रनाथ सान्याल

बिस्मिल वृतांत-प्रह्लाद सिंह सिकरवार

राम प्रसाद बिस्मिल को फांसी व महावीर सिंह का बलिदान-मलविंदर जीत सिंह वढ़ैच, सीताराम बांसल

शहीदों की छाया में-रामकृष्ण खत्री

दर्शना-जगदम्बा प्रसाद मिश्र हितैषी

यूरोप की सरकारें-श्री चंद्रभाल जौहरी

अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद-विश्वनाथ वैशम्पायन

आत्मकथा-अशफाक उल्ला खां

काकोरी केस के क्रांतिवीर-उदय खत्री

लखनऊ का क्रांतितीर्थ काकोरी-उदय खत्री

क्रांतिकारी की आत्मकथा-मन्मथनाथ गुप्त

भूले बिसरे क्रांतिकारी-वचनेश त्रिपाठी

काकोरी शहीद स्मृति-संपादक भगवान दास माहौर

क्रांतिकारी आंदोलन का इतिहास-मन्मथनाथ गुप्त

क्रांतिकारी के संस्मरण-मन्मथनाथ गुप्त

उत्तर प्रदेश में क्रांतिकारी आंदोलन का इतिहास-डॉ. एन सी मेहरोत्रा

मातृवेदीः बागियों की अमरगाथा-शाह आलम

आजादी की डगर पे पांव-शाह आलम

काकोरी ट्रेन एक्शन शताब्दी समारोह आयोजन समिति, गोरखपुर ने महामहिम राष्ट्रपति को संबोधित पत्र के माध्यम से मांग की है कि-

  • भारतीय डाक विभाग द्वारा ‘काकोरी ट्रेन ऐक्शन शताब्दी वर्ष’ पर विशेष आवरण के साथ डाक टिकट जारी किया जाए।

  • ‘काकोरी ट्रेन ऐक्शन शताब्दी वर्ष’ में चारों शहीदों पर सिक्के जारी किये जाएं।

  • काकोरी केस में शामिल रहे आजादी के परवानों के ऊपर आडियो-विजुअल सामग्री तैयार कराकर दूरदर्शन के विभिन्न नेटवर्क, संसद टीवी और आकाशवाणी पर प्रसारित कराई जाए।

  • जीपीओ पार्क, लखनऊ (तत्कालीन रिंग थिएटर) में काकोरी ट्रेन शताब्दी वर्ष स्मृति द्वार लाल ग्रेनाइट पत्थर से बनवाया जाए।

  • काकोरी के रेलवे स्टेशन पर क्रांति मशाल लगाई जाए जो अनवरत जलती रहे।

  • काकोरी शहीद स्मारक, बाजनगर, लखनऊ को और समृद्ध करने, डिजिटल संग्रहालय बनाने के साथ हर दिन शाम को वहां लाइट एंड शो कार्यक्रम किये जाएं।

  • गोरखपुर, अयोध्या, लखनऊ, बरेली, कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी, ग्वालियर, मेरठ, और आगरा के विश्वविद्यालयों में काकोरी शोधपीठ की स्थापना की जाए।

  • सौ वर्ष पूर्व की स्मृति को संजोने के उद्देश्य से 9 अगस्त 2025 की शाम काकोरी-लखनऊ के बीच ट्रेन चैन पुलिंग, काकोरी ट्रेन डकैती रिटर्न, वंशजों और सरकार के सहयोग से की जाए।

  • काकोरी केस के नायकों का जीवन चरित्र यूपी बोर्ड के पाठ्यक्रम में पढ़ाया जाए।

  • लखनऊ विश्वविद्यालय में सर्वोच्च अंक पाने वाले छात्रों को प्रति वर्ष काकोरी शहीद स्मृति स्वर्णपदक प्रदान किए जाए।

  • भारत सरकार काकोरी केस के महानायकों पर संपूर्ण और शोधपरक सामग्री पुस्तकाकार तैयार कर वितरित करे।

  • भारत सरकार काकोरी केस के खलनायक-गद्दारों की सूची जारी करे।

  • काकोरी ट्रेन ऐक्शन शताब्दी वर्ष साल भर मनाने के लिए सरकार अपने कैलेंडर जारी करे।

  • भारत सरकार काकोरी केस के शहीदों-नायकों के वंशजों को उचित सम्मान राशि प्रदान करे।

  • काकोरी के महानायकों से जुड़े स्मारकों पर स्थानीय परिजनों को आमंत्रित कर प्रतिवर्ष 9 अगस्त को पुलिस गारद से सलामी दी जाए।

  • काकोरी केस के चारों बलिदान स्थलों (गोरखपुर, गोंडा, फैजाबाद, इलाहाबाद) को कैद मुक्त करते हुए वहां पुस्तकालय-वाचनालय बनाया जाए और स्थानीय संचालन समिति बनाकर उन्हें सौंपा जाय ताकि नियमित गतिविधियां चल सकें।

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