गोरखपुर: काकोरी ट्रेन एक्शन शताब्दी समारोह के पहले दिन आयोजित हुए कई कार्यक्रम, शहीदों के परिजन हुए सम्मानित

समारोह में, काकोरी ट्रेन एक्शन के शहीदों को याद किया गया और शहीदों के परिजन सम्मानित हुए. बच्चों ने रंगोली और पेंटिंगों में उकेरी काकोरी ट्रेन एक्शन के शहीदों की कहानियां. ऐतिहासिक दस्तावेजों के प्रदर्शन से जीवित हुए काकोरी नायकों के क़िस्से. काकोरी ट्रेन एक्शन के शहीदों के नामों पर रोपें गए पौधे.
गोरखपुर: काकोरी ट्रेन एक्शन शताब्दी समारोह के पहले दिन आयोजित हुए कई कार्यक्रम, शहीदों के परिजन हुए सम्मानित
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उत्तर प्रदेश: चम्बल संग्रहालय पंचनद के तत्वावधान में आयोजित काकोरी ट्रेन एक्शन शताब्दी समारोह के प्रथम दिन शहर में विविध कार्यक्रम आयोजित हुए। आज़ादी की लड़ाई में शहादत देने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि देने उनके प्रति कृतज्ञता और आभार प्रकट करने, गुमनाम शहीदों को खोजने, उनको चिन्हित करने समुचित सम्मान दिलाने और युवा पीढ़ी को जंग ए आज़ादी के इतिहास में अति महत्वपूर्ण काकोरी ट्रेन एक्शन से अवगत कराने के उद्देश्य से मनाये जा रहे इस समारोह में विद्यार्थियों, खिलाड़ियों, समाजसेवियों, कलाकारों और जन प्रतिनिधियों सहित भारी संख्या में आम जनमानस ने हिस्सा लेकर शहीदों को याद किया।

काकोरी ट्रेन एक्शन शताब्दी वर्ष समारोह का आग़ाज़ गुरुवार की सुबह काकोरी ट्रेन एक्शन के हीरो पंडित राम प्रसाद बिस्मिल के शहादत स्थल जिला कारागार गोरखपुर में स्थित उनकी प्रतिमा को सलामी देकर हुआ।

अमर शहीद पंडित राम प्रसाद बिस्मिल फाँसी स्थल पर पहुँचने के लिए आज सुबह 8 बजे से सैकड़ों की संख्या में लोग अपने हाथों में तिरंगा लिए असुरन चौराहे पर एकत्रित हुए और 8:30 बजे से पदयात्रा करते हुए जिला कारागार पहुँचे। पदयात्रा में मौजूद लोगों ने “काकोरी ट्रेन एक्शन के शहीद अमर रहे”, पंडित राम प्रसाद बिस्मिल, राजेन्द्रनाथ लाहिड़ी, अश्फ़ाक उल्ला ख़ाँ, ठाकुर रोशन सिंह अमर रहें, “वीर शहीदों का बलिदान याद करेगा हिंदुस्तान”, “भारत माता की जय” जैसे गगनभेदी नारे लगाए।

पदयात्रा में शामिल लोगों ने जिला कारागार पहुंचकर पंडित राम प्रसाद बिस्मिल के शहादत स्थल और उनके कारावास में प्रयुक्त काल कोठरी को नमन किया। फाँसी के तख़्ते और छोटी सी अँधेरी कालकोठरी को देखकर शहीदों को दी गई यातनाओं की कल्पना करते हुए कई युवाओं की आंखें भर आयी। पदयात्रा का नेतृत्व आयोजन समिति सदस्य धीरेंद्र प्रताप ने किया।

काकोरी ट्रेन एक्शन शताब्दी समारोह के क्रम में प्रातः 12 बजे से नगर निगम गोरखपुर के सभागार में “काकोरी केस के नायकों का देश” विषय पर राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित हुआ जिसमें उपस्थित शहीद मनींद्र नाथ बनर्जी के पौत्र गौतम कुमार बनर्जी एडवोकेट ने अपने उद्बोधन में कहा कि काकोरी एक्शन शताब्दी वर्ष समारोह का यह आयोजन आने वाली पीढ़ी के लिए एक नई सीख व नई दिशा दिखाने का कार्य करेगी। आज़ादी के आंदोलन के दौरान जो यातनाएं हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने सही और शहीद हुए उनके बारे में जानने का मौक़ा इस आयोजन से मिलेगा। उन्होंने कहा कि हमारी आने वाली पीढ़ियों को आज़ादी के आन्दोलन से अवगत करवाना अत्यंत आवश्यक है। आज़ादी में दी गई क़ुर्बानियो को जानकर युवाओं को आज़ादी की क़ीमत पता चलेगी और इस युवा पीढ़ी को राष्ट्र के प्रति उनके कर्तव्यों को याद दिलाने में सहायक होगी।

काकोरी ट्रेन एक्शन के अध्येता डॉक्टर अनिल मिश्रा ने अपने उद्बोधन में कहा कि काकोरी ट्रेन एक्शन का शताब्दी वर्ष प्रारम्भ हो चुका है, जिसमें देश के क्रांतिवीरों ने अपने प्राणों का उत्सर्ग कर शक्तिशाली अंग्रेज़ी सरकार की जड़ें हिला दी थी। काकोरी की यह ऐतिहासिक घटना वर्तमान समय में नई पीढ़ी के लिए साहस और बलिदान की एक उम्दा मिसाल प्रस्तुत करती है। उन्होंने कहा कि मातृभूमि के प्रति अपने कर्तव्य के निर्वहन के लिए भावी पीढ़ी को इस महान घटना से प्रेरणा ग्रहण कर राष्ट्र निर्माण में अपने उत्तरदायित्वों को भी बनाए रखना होगा।

गोरखपुर के महापौर मंगलेश श्रीवास्तव द्वारा दीप प्रज्वलन कर इस सम्मेलन का शुभारंभ किया गया, आयोजनसमिति के सदस्य अविनाश गुप्ता ने स्वागत भाषण कर सभी अतिथियों का अभिवादन किया, गायिका वर्षा श्रीवास्तव द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया, फ्यूजन डान्स अकादमी द्वारा “ऐ मेरे वतन के लोगों” गीत पर नाट्य नृत्य प्रस्तुति ने उपस्थित लोगों की आंखें नम कर दी । कार्यक्रम के अंत में पार्षद विजेंद्र अग्रहरी ने उपस्थित अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया। सम्मेलन का संचालन रीना जायसवाल और हरगोविंद प्रवाह ने किया.

काकोरी ट्रेन एक्शन शताब्दी वर्ष समारोह में विभिन्न विद्यालयों के छात्र छात्राओं ने रंगोली और पेंटिंग के माध्यम से शहीदों की जीवनी, उनकी क्रांति गाथाओं को उकेरा। “आज़ादी के मतवालों” विषय पर नगर निगम कैंपस में आयोजित रंगोली प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाले युवाओं ने काकोरी ट्रेन एक्शन के शहीदों की वीरगाथा , शौर्य पराक्रम और क़ुर्बानी को सुंदर रंगों के मिश्रण से जीवंत किया वही सैंट एंड्रयूज़ कॉलेज के प्रांगण में “सिनेमा और भारत के शहीद” विषय पर चित्रकला प्रतियोगिता में हिस्सा लेकर सैकड़ों युवा कलाकारों ने कैनवास पर काकोरी के शहीदों के गौरवशाली कृतित्व को पेंट और ब्रश से उकेर दिया।

पेंटिंग प्रतियोगिता के मुख्य निर्णायक चित्रकार अजय कुमार, पवन कुमार व ईश कुमार रहे। वहीं रंगोली प्रतियोगिता में मुख्य निर्णायक अनिल जायसवाल, साकेत विक्रम सिंह, अरविंद प्रजापति, मंजेश कुमार और स्वाति वर्मा रही। चित्र कला प्रतियोगिता संपन्न कराने में प्रोफ़ेसर जे के पांडे का विशेष योगदान रहा।

संपूर्ण समारोह में काकोरी ट्रेन एक्शन से सम्बंधित ऐतिहासिक दस्तावेजों की प्रदर्शनी आकर्षण का केंद्र बनी रही। इस प्रदर्शनी में शहीदों के बीच होने वाले पत्राचार, काकोरी ट्रेन एक्शन से संबंधित ख़बरों के अख़बार, शहीदों पर चले मुकदमों की डीटेल्स इत्यादि दस्तावेजों को देखकर लोग जंग ए आज़ादी की लड़ाई में काकोरी ट्रेन एक्शन की एतिहासिक घटना के वर्तमान साक्षी बने। काकोरी ट्रेन एक्शन शताब्दी समारोह के मुख्य संयोजक डॉक्टर शाह आलम राना ने प्रदर्शनी में शामिल दस्तावेजों के बारे में क्रमवार जानकारी से लोगों को अवगत कराया।

काकोरी ट्रेन एक्शन के शहीदों को आने वाली पीढ़ी से अवगत कराने के लिए अनूठे प्रयास किया गया जिसमें पार्षद विजेंद्र आग्रहरी के नेतृत्व में शहीदों के नाम पर पौधे लगाए गए।

काकोरी ट्रेन एक्शन शताब्दी समारोह के अंतर्गत आज संपन्न हुए कार्यक्रमों को कार्यान्वित करने में शुभम सोनकर, योगेंद्र प्रताप, दीपक शर्मा, आराधना श्रीवास्तव, सुनील तिवारी, वर्षा श्रीवास्तव, सुधिराम रावत, इन्द्रजीत कुमार, चंदन आर्या, राजू गुप्ता, मंजेश कुमार, इंद्रप्रकाश निगम, सागर भारती, रविकांत, कुणाल कुमार, राज, जयंत, राहुल झा, अंकित गौतम, सुधिराम रावत व पुलकित बिंद्रा स्वयंसेवक की भूमिका में रहे।

आयोजन समिति के सदस्य सुरेंद्र कुमार ने बताया कि दूसरे दिन होने वाले विविध कार्यक्रमों की विधिवत तैयारी हो चुकी है उन्होंने जनमानस से ज़्यादा से ज़्यादा संख्या में कार्यक्रम में उपस्थित होने की अपील की, उन्होंने समारोह को संपन्न कराने में विशेष सहयोग के लिए जिला जेल प्रशासन, नगर निगम गोरखपुर प्रशासन, और सेंट एंड्रयूज कॉलेज प्रबंधन समिति को धन्यवाद ज्ञापित किया।

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