लखनऊ। यूपी में रायबरेली के समसपुर पक्षी विहार में एक कमरे में कैद सारस को चिड़ियाघर भेजा जा रहा है। वन विभाग की टीम सारस पक्षी को लेकर रायबरेली के समसपुर पक्षी विहार आई थी, जिसके बाद सारस पक्षी उड़कर गायब हो गया था। देर शाम वह पक्षी विहार से 5 किमी दूर एक गांव में मिला था। जिसके बाद पक्षी विहार की टीम ने सारस को वीआइसी बिल्डिंग में कैद कर दिया था। द मूकनायक ने यह खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी, जिसके बाद अधिकारियों में हड़कम्प मच गया। पक्षी को शनिवार सुबह कानपुर चिड़ियाघर की ओर ले जाया गया।
बता दें कि यूपी में अमेठी जिले की गौरीगंज तहसील के जामो विकास खण्ड के मंडका गांव में किसान मोहम्मद आरिफ को अक्टूबर 2021 में एक घायल सारस खेत में पड़ा मिला था। तब से वह उसकी सेवा कर रहे थे। एक बार सोशल मीडिया पर आरिफ के साथ सारस का वीडियो वायरल हो गया। उसके बाद वह अखबारों और चैनलों की सुर्खियों में आ गए, जिसके बाद अखिलेश यादव सारस से मिलने पहुंच गए। अखिलेश के आरिफ और सारस से मिलने के बाद राजनीति गरम हो गई।। बीते 21 मार्च 2023 को अमेठी जिला प्रशासन की टीम रायबरेली के समसपुर पक्षी विहार के कर्मचारियों और अधिकारियों के साथ आरिफ के घर पहुंच गई।
आरिफ ने बताया, "समसपुर पक्षी विहार की टीम उसे मेरे घर से एक पिकप में ले गए थे। मैं भी उसे छोड़ने के लिए गया था। मुझे पक्षी विहार नहीं आने की चेतावनी भी दी गई थी।"
गांव के रहने वाले एक व्यक्ति ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया, "बुधवार यानी 22 मार्च 2023 की दोपहर में सारस उड़कर केरमुआ गांव पहुंच गया था। वहां गांव के लोगों ने उसे पकड़ लिया। गार्ड को जब जानकारी मिली तो उसे वहां से छुड़ाया गया। इसके बाद सारस बिसैया गांव में होमगार्ड सतीश के घर पर पाया गया था।"
रायबरेली के सलोन के बिसैया गांव के रहने वाले दिलीप कुमार ने बताया, 22 मार्च 2023 की शाम को लगभग 7 बजे पक्षी गांव के बाहर घूर पर बैठा था। कुत्ते उसे चारों ओर से घेरे हुए थे। मैंने उन्हें भगाया और अपने भाई सतीश को फोन किया। वह सलोन थाने में होमगार्ड हैं। उनकी ड्यूटी फ़ायर स्टेशन में लगी हुई है। उन्होंने उसे सुरक्षित घर लाने को बोला। सारस बहुत भूखा था। उसे हमने खाना खिलाया। मेरे भाई ने समसपुर पक्षी विहार के अधिकारियों को सूचना दी। जिसके बाद वह रात 11 बजे इसे ई-रिक्शा में रखकर ले गए थे।
सारस पक्षी को वीआईसी बिल्डिंग में रखा गया था। इस बिल्डिंग में पक्षियों का म्यूजियम है। कर्मचारियों ने उसे रात में खाना दिया था। दिनभर मीडियाकर्मी आते रहे इस दौरान कमरे में ताला मारकर चाभी हटा दी गई। जिसके बाद आज पूरा दिन म्यूजियम बन्द रहा। उसमें किसी भी व्यक्ति को जाने नहीं दिया गया। उसे दिन में न तो खाना दिया गया और न ही पानी। इस पूरे मामले को द मूकनायक ने प्रमुखता से लिखा था। जिसके बाद सारस को लखनऊ हजरतगंज के नरही स्थित वाजिद अली शाह चिड़ियाघर के वाहन से दूसरी जगह शिफ्ट करने की तैयारी शुरु की गई।
इस मामले में समसपुर पक्षी विहार के रेंज अधिकारी रूपेश श्रीवास्तव ने बताया, "सारस को लखनऊ चिड़ियाघर की गाड़ी से कानपुर भेजा गया है।"
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