“माननीय मुख्यमंत्री जी मेरा नाम स्कूल में नहीं लिखा जा रहा है” — बच्चे के एडमिशन के लिए सरकारी दफ्तरों का चक्कर लगाता दलित परिवार

बच्चे के एडमिशन के लिए सरकारी दफ्तरों का चक्कर लगाने को मजबूर दलित परिवार
बच्चे के एडमिशन के लिए सरकारी दफ्तरों का चक्कर लगाने को मजबूर दलित परिवार
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फरियाद लिखी तख्ती लेकर भटक रहा दलित परिवार, जिलाधिकारी के आदेश पर कार्रवाई शुरू।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में अपने बच्चों का सरकारी स्कूल में एडमिशन करवाने के लिए एक दलित परिवार दर-दर भटकने को मजबूर है। बच्चों के अभिवावकों ने स्कूल के प्रधानाध्यापक पर दलित समाज के होने की वजह से एडमिशन नहीं करने व जातिसूचक गाली देकर स्कूल से भगाने का गंभीर आरोप लगाया है। बीएसए कार्यालय के चक्कर काट कर परेशान हुए परिवार के सदस्य "माननीय मुख्यमंत्री जी मेरा नाम स्कूल में नहीं लिखा जा रहा है," लिखी तख्ती लेकर गत मंगलवार को जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे गए। इसके बाद जिला बेसिक शिक्षा विभाग ने कार्रवाई शुरू की है।

क्या है मामला?

हरदोई के भरखनी विकास खण्ड के ग्राम चठिया की निवासी पिंकी पत्नी हीरालाल अपने बच्चों का कूड़ी पचदेवरा प्राथमिक विद्यालय में एडमिशन करवाने के लिए दर-दर भटकने को मजबूर हैं। बीएसए के पास अपनी फरियाद लेकर पहुंची बच्चों की माँ ने विद्यालय के प्रधानाचार्य नरेंद्र पर दलित जाति के होने की वजह से एडमिशन नहीं करने व जातिसूचक गालियां देकर स्कूल से भगाने के गंभीर आरोप लगाए हैं।

पीड़ित ने बताया कि, वह एक गरीब परिवार से हैं और उनका पति मजदूरी करता है। कोरोना के समय में बच्चों का नाम कट गया था, लेकिन अब स्कूल दोबारा खुलने के बाद अपनी बेटी व बेटे को अच्छी शिक्षा देकर कुछ बनाने के लिए सरकारी विद्यालय में पढ़ाना चाहती हैं। जिसको लेकर कूड़ी पचदेवरा प्राथमिक विद्यालय में एडमिशन को लेकर दो माह से दौड़ रहे हैं लेकिन एडमिशन नहीं हो रहा है।

आरोप है कि, आज विद्यालय के प्रधानाचार्य से एडमिशन के सम्बंध में मिलने गए तो प्रधानाचार्य ने जातिसूचक शब्दों से उसको अपमानित करके भगा दिया। बच्चों की माँ ने इसकी शिकायत बेसिक शिक्षा अधिकारी, पुलिस अधीक्षक व जिलाधिकारी से की है। पीड़िता पिंकी ने पूरे मामले को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ को आईजीआरएस पर शिकायत भी की है। इसके साथ ही वह 2 अगस्त 2022 को अपने परिवार के साथ तख्ती लेकर जिलाधिकारी कार्यालय भी पहुंच गई थी। वहीं इस मामले को लेकर बेसिक शिक्षा अधिकारी वीरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि खण्ड शिक्षाधिकारी ने कल नाम लिखाने की बात कही है। इसके साथ ही इसमें जो भी दोषी होगा कार्रवाई की जाएगी।

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