उत्तर प्रदेश: महिला नायब तहसीलदार के साथ रेप और हत्या की कोशिश, शिकायती पत्र में बताई हैवानियत की पूरी बात

महिला नायब तहसीलदार ने कहा, मुझे थप्पड़ मारे, मेरे कपड़े फाड़े, अपने दांतों से गाल, होठ, छाती और दोनों कंधों पर काटा.
एसडीम गुलाब चन्द्र के साथ पीड़िता
एसडीम गुलाब चन्द्र के साथ पीड़िता
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उत्तर प्रदेश। बस्ती जिले में एक महिला नायब तहसीलदार ने राजस्व अधिकारी पर उनके सरकारी आवास में आधी रात को घुसकर मारपीट कर रेप करने की कोशिश का आरोप लगाया है। महिला तहसीलदार का कहना है कि नायब तहसीलदार देर रात घर में घुस आया फिर उसने "मुझे थप्पड़ मारे, मेरे कपड़े फाड़े और अपने दांतों से गाल, होठ, छाती और दोनों कंधों पर काटा. नाकाम होने पर उसने जमीन पर गिराकर पीटा और गला दबाया", महिला अधिकारी ने बताया कि अधिकारी ने उसे मरा हुआ समझकर छोड़ दिया।

जानिए क्या है पूरा मामला?

यूपी के बस्ती जिले में महिला पीसीएस अधिकारी नायाब तहसीलदार के पद पर तैनात है। पीड़िता महिला नायब तहसीलदार ने कोतवाली में तहरीर देकर बताया कि, "12 नवंबर की रात करीब 1:00 बजे मेरे सरकारी आवास के बगल में रहने नायब तहसीलदार घनश्याम शुक्ल (36) आवास से निकलकर आए। उन्होंने मेरे आवास का दरवाजा खटखटाया। जब मैंने दरवाजा नहीं खोला, तो उसने लात मारकर दरवाजे को तोड़ दिया। इसके बाद वह मेरे कमरे में घुस आया और आते ही मुझे कई थप्पड़ मारे। कपड़े फाड़ दिए। इसके बाद मुझे जमीन पर गिराकर होठ, गाल और दोनों कंधों पर दांतो से काटा और रेप करने की कोशिश की। मैंने विरोध किया तो मेरा गला दबाकर हत्या करने की कोशिश की। मैं डर के मारे अपने तख्त के नीचे छिप गई, तो उसने वहां से घसीट लिया। इसके बाद मैं हाथ छुड़ाकर बाहर की ओर भागी और बाहर से दरवाजा बंद कर दिया।"

पीड़िता नायब तहसीलदार ने अपनी शिकायत में आगे कहा कि, "इसके बाद आरोपी घनश्याम शुक्ल आवास के पीछे वाले दरवाजे से आ गया और मुझे पकड़कर ले जाने लगा। मैंने झपट्‌टा मारकर हाथ छुड़ाया और आवास के दूसरे कमरे में घुसकर अंदर से कुंडी लगा दी। इसके बाद वो उस दरवाजे को भी लात मारकर तोड़ने लगा तो मैंने अंदर रखा तख्त दरवाजे पर भिड़ा दिया। इसके बाद उसने धक्का मारकर एक सिटकिनी तोड़ दी लेकिन बेलन बंद होने के कारण दरवाजा नहीं खुला। इसके बाद काफी देर तक आरोपी खिड़की के बाहर खड़े होकर गालियां देता रहा।"

"मैं तीन दिन सदमे में रही। मेरे पिता मेरे आवास पर आए लेकिन मैंने उनसे कुछ नहीं बताया। इसके बाद 15 नवंबर को अवकाश लेकर अपने घर गोरखपुर चली गई। घर जाकर हिम्मत करके अपने परिजनों को पूरी आपबीती बताई और मारपीट के निशान दिखाए। तब जाकर परिजनों के साथ आकर मैंने आरोपी नायब तहसीलदार के खिलाफ तहरीर देकर केस दर्ज कराया है", नायब तहसीलदार ने पुलिस को दिए तहरीर में बताया.

इस मामले में एएसपी दीपेंद्र नाथ चौधरी ने द मूकनायक को बताया कि, "तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है। नायब तहसीलदार के खिलाफ धारा 376, 307, 452, 323, 504, 354, 511 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की विवेचना कोतवाली पुलिस कर रही है। जांच के आधार पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।"

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