लखनऊ। रिहाई मंच ने चलचित्र अभियान की टीम पर बागपत में भाजपा समर्थकों द्वारा हमले और पत्रकार-फिल्मकार अविनाश दास की गुजरात पुलिस द्वारा गिरफ्तारी की कड़ी निंदा की. हालांकि, गुरुवार को फ़िल्म निर्देशक अविनाश दास की पत्नी स्वर्ण कान्ता ने बताया, 'हम सबको बधाई, अविनाश घर आ रहे हैं'.
रिहाई मंच अध्यक्ष मुहम्मद शुऐब ने कहा कि, जीएसटी और महंगाई को लेकर बागपत के किशनपुर बिराली में चलचित्र अभियान के पत्रकारों विशाल और शाकिब पर भाजपा समर्थक द्वारा हमला उनकी बौखलाहट को बताता है कि वो आम जन की बात मीडिया में आने से डरते हैं. चलचित्र के पत्रकार जीएसटी और महंगाई पर जनता की राय ले रहे थे तो क्या इसमें गुनाह कर रहे थे. क्या अब महंगाई से त्रस्त जनता की आवाज को सामने लाना गुनाह बन गया है. कैमरा आदि छीनना बताता है कि संघ ने अपराधियों की फौज तैयार की है जो इस तरह के हमले करती है.
मुहम्मद शुऐब ने कहा कि, "तीस्ता सीतलवाड़, हिमांशु कुमार जैसे मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के रवैये ने भी ऐसे तत्वों का मनोबल बढ़ाया है. जब इंसाफ की बात करना किसी खास विचारधारा का विरोध या किसी खास विचारधारा का समर्थन समझा जाए तो इंसानियत खतरे में पड़ जाती है."
रिहाई मंच महासचिव राजीव यादव ने पत्रकार-फिल्मकार अविनाश दास की गुजरात पुलिस द्वारा गिरफ्तारी का विरोध करते हुए उनकी तत्काल रिहाई की मांग की. उन्होंने कहा, "सुप्रीम कोर्ट इस बात को कहने पर मजबूर हो रहा है कि वो एक पत्रकार को लिखने-बोलने से कैसे रोक सकता है और पुलिस सरकार की कठपुतली बनकर गिरफ्तारी पर गिरफ्तारी करती जा रही है."
उन्होंने कहा कि, जिस तरह पुराने पोस्ट-ट्वीट खोज-खोजकर मामले बनाए जा रहे हैं वो साबित करता है कि ये सब भाजपा साजिश के तहत करवा रही है. ऐसा नहीं होता तो सबकी गिरफ्तारी हो जा रही है पर नुपुर शर्मा की नहीं हुई.
आपको बता दें कि, पत्रकार व फिल्मकार अविनाश दास की रिहाई की सूचना गुरुवार को उनकी पत्नी स्वर्ण कान्ता ने दी है। उन्होंने लिखा कि, 'हम सबको बधाई, अविनाश घर आ रहे हैं'.
द मूकनायक की प्रीमियम और चुनिंदा खबरें अब द मूकनायक के न्यूज़ एप्प पर पढ़ें। Google Play Store से न्यूज़ एप्प इंस्टाल करने के लिए यहां क्लिक करें.