उत्तर प्रदेश। अमेठी जिले के जामों से मंगलवार को आरिफ के दोस्त सारस पक्षी को रायबरेली जिले के समसपुर पक्षी विहार में लाया गया था। जिसके बाद बुधवार सुबह सारस पक्षी लापता हो गया था। देर रात उसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर फिर वायरल हुआ। इस वीडियो में पक्षी 5 किमी दूर एक गांव में दलित परिवार के घर पहुंच गया। जिसके बाद समसपुर पक्षी विहार की टीम देर रात उसे ई-रिक्शा के जरिये दोबारा पक्षी विहार ले गए थे। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सारस पक्षी को पक्षी विहार के एक कमरे में कैद कर लिया गया है।
सूत्रों का कहना है कि उसे रात में खाना दिया गया था। आज दिनभर पक्षी एक कमरे में बन्द रहा। उस कमरे में दिनभर ताला लटका रहा। वहीं इस मामले में रेंज अधिकारी रूपेश श्रीवास्तव का कहना है कि सारस पक्षी को अन्य पक्षियों के साथ छोड़ा गया है। पक्षी की निगरानी के लिए टीमें भी लगाई गई हैं।
बता दें कि, यूपी में अमेठी जिले की गौरीगंज तहसील के जामो विकास खण्ड के मंडका गांव में किसान मोहम्मद आरिफ को बीते अक्टूबर 2021 में एक घायल सारस खेत में पड़ा मिला था। तब से वह उसकी सेवा कर रहे थे। एक बार सोशल मीडिया पर आरिफ के साथ सारस का वीडियो वायरल हो गया। उसके बाद वह अखबारों और चैनलों की सुर्खियों में आ गया। जिसके बाद अखिलेश यादव सारस से मिलने पहुंच गए। अखिलेश के आरिफ और सारस से मिलने के बाद राजनीति गरम हो गई।। बीते 21 मार्च 2023 को अमेठी जिला प्रशासन की टीम रायबरेली के समसपुर पक्षी विहार के कर्मचारियों और अधिकारियों के साथ आरिफ के घर पहुंच गई।
आरिफ ने बताया, "समसपुर पक्षी विहार की टीम उसे मेरे घर से एक पिकप में भरकर ले गए थे। मैं भी उसे छोड़ने के लिए गया था। मुझे पक्षी विहार न आने की चेतावनी भी दी गई थी।"
गांव के रहने वाले एक व्यक्ति ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, "बुधवार यानी 22 मार्च 2023 की दोपहर में सारस उड़कर केरमुआ गांव पहुंच गया था। वहां गांव के लोगों ने उसे पकड़ लिया। गार्ड को जब जानकारी मिली तो उसे वहां से छुड़ाया गया। इसके बाद सारस बिसैया गांव में होमगार्ड सतीश के घर पर पाया गया था।"
रायबरेली के सलोन के बिसैया गांव के रहने वाले दिलीप कुमार ने बताया, 22 मार्च 2023 की शाम को लगभग 7 बजे पक्षी गांव के बाहर घूर पर बैठा था। लगभग 10 कुत्ते उसे चारों ओर से घेरे हुए थे। मैंने उन्हें भगाया और अपने भाई सतीश को फोन किया। वह सलोन थाने में होमगार्ड हैं। उनकी ड्यूटी फ़ायर स्टेशन में लगी हुई है। उन्होंने उसे सुरक्षित घर लाने को बोला। सारस बहुत भूखा था। उसे हमने खाना खिलाया। मेरे भाई ने समसपुर पक्षी विहार के अधिकारियों को सूचना दी। जिसके बाद वह रात 11 बजे इसे ई-रिक्शा में रखकर ले गए थे।
इस घटना का वीडियो सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए सरकार पर निशाना साधा। जिसके बाद मामला तूल पकड़ लिया।
अखिलेश के वीडियो ट्वीट करने के बाद सियासत गरम होने लगी। पक्षी विहार के पास रहने वाले एक व्यक्ति ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, "पक्षी को वीआइसी बिल्डिंग में रखा गया है। इस बिल्डिंग में पक्षियों का म्यूजियम है। इसका किचन साफ रहता है जिसमें उसे बन्द किया गया है। कर्मचारियों ने उसे रात में खाना दिया था। दिनभर मीडियाकर्मी आते रहे इस दौरान कमरे में ताला मारकर चाभी हटा दी गई। जिसके बाद आज पूरा दिन म्यूजियम बन्द रहा। उसमें किसी भी व्यक्ति को जाने नहीं दिया गया। उसे दिन में न तो खाना दिया गया और न ही पानी। हम सब चाहते हैं उसे छोड़ दिया जाए। हम गांव के ही हैं इसलिये कुछ नहीं कर सकते।"
इस मामले में समसपुर पक्षी विहार के रेंज अफसर रूपेश श्रीवास्तव बताते हैं, "पक्षी को बिसैया गांव से पक्षी विहार लाया गया था। जिसके बाद उसे अन्य 72 पक्षियों के साथ छोड़ दिया गया। पक्षी की लगातार निगरानी की जा रही है। गांव के लोगों के बीच पक्षी को लेकर लोगों के बीच प्रचार किया गया।"
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