जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में स्थित चांदी की टकसाल क्षेत्र में रहने वाले एक आदिवासी युवक ने आत्महत्या कर ली। इससे पहले पीड़ित रामप्रसाद मीना ने एक वीडियो जारी कर राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ. महेश जोशी सहित यहां के कुछ बिल्डर व अन्य लोगों के द्वारा प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। इसके बाद सुभाष चौक पुलिस थाने में मंत्री सहित कई लोगों पर नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपियों में सरकार के मंत्री का नाम होने से मामले की जांच सीआईडी सीबी को सौंपी जाएगी।
वीडियो वायरल होने के बाद जयपुर शहर की राजनीति में बवाल मच गया है। यहां नगर निगम के अधिकारियों पर भी मंत्री व बिल्डरों से मिलीभगत के आरोप लगे हैं। रामप्रसाद की मौत के बाद सेवानिवृत्त आरएएस अधिकारी जगमोहन मीना बीती सोमवार रात से ही पीड़ित परिवार के घर पर डेरा डाले हैं। आपको बता दें कि जगमोहन मीना भाजपा से राज्यसभा सासंद डॉ. किरोड़ी लाल मीना के भाई है। उधर, भाजपा व आम आदमी पार्टी भी राजनीतिक रणनीति के तहत इस मामले को भुनाने का प्रयास कर रही है।
आदिवासी समुदाय से आने वाला रामप्रसाद मीना (43) चांदी की टकसाल इलाके में काले हनुमान मंदिर के पास रहते थे। जहां वह अपने पट्टे शुदा भूखण्ड पर मकान तामीर करवा रहा था। आरोप है कि हेरिटेज नगर निगम के अधिकारी मकान को तामीर में अड़ंगा अड़ा रहे थे। मकान का निर्माण रोकने के लिए एक गार्ड भी तैनात किया गया था। सूत्र बताते हैं कि शनिवार-रविवार की दरमियानी रात को रामप्रसाद के परिवार ने घर की छत डालने के लिए सेट्रिंग करवा कर बजरी व अन्य निर्माण सामग्री मंगवाई थी। निगम को विजिलेंस टीम ने रात को मौके पर पहुंच कर काम रुकवा दिया। ऐसे में मजदूर भी लौट गए। विजिलेंस रामप्रसाद के घर पर डेरा डाले रही। काम नहीं करने दिया।
रामप्रसाद मीना के पिता राकिशोर मीना कहते हैं कि काले हनुमानजी के मंदिर के पास ही वह चाय की दुकान करते हैं। उन्होंने कहा मेरे परिवार को कांग्रेस नेता मकान नहीं बनाने दे रहे। मीडियाकर्मियों से बात करते हुए रामकिशोर मीना कहते हैं कि मकान निर्माण में रुकावट का कारण जानने के लिए कई बार नगर निगम अधिकारियों से भी मिला, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है। बार-बार चक्कर लगाने पर निगम वालों ने बताया कि मंत्री महेश जोशी व पार्षद तुम्हारा मकान नहीं बनने दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे परिवार के सदस्य कई दिनों से सड़क पर सो रहे हैं। छत नहीं है। यह लोग छत नहीं डालने दे रहे हैं।
हमारे पास में ही एक बहुमंजिला होटल बन रहा है, लेकिन अफसरों को नजर नहीं आ रहा। अफसरों ने राजनेताओं और बिल्डरों के दबाव में हमारे घर पर परमानेंट गार्ड लगा दिया। इससे मेरा बेटा रामप्रसाद तनाव में आ गया। तनाव में आकर ही उसने जान दी है। रामकिशोर ने कहा उनके नाम पट्टा है। उसी पर रहने के लिए मकान बना रहे हैं। रामप्रसाद के दो बेटी व एक छोटा बेटा है। अब न घर बनाने वाला बचा न कमाने वाला।
मृतक के घर वालों के अनुसार रामप्रसाद मीणा गत सोमवार सुबह जल्दी ही घर से निकल गया था। निवास से करीब 200 मीटर दूर ट्रांसपोर्ट कंपनी के ऑफिस में पहुंचा था। सुबह पांच बजे ऑफिस खोलने के बाद बाहर चौकीदार चला गया। यहां रामप्रसाद ने फंदा लगाकर अपनी जान दे दी। सुबह छह बजे के लगभग वहां से गुजर रहे एक ऑटो रिक्शा चालक ने डेड बॉडी फंदे से झूलते देखी तो पुलिस को सूचना दी।
आपको बता दें कि अपनी इहलीला समाप्त करने से पहले रामप्रसाद मीणा ने मोबाइल से वीडियो बनाया था। इस वीडियो में रामप्रसाद मीना ने कहा मेरा नाम रामप्रसाद मीना है। मेरे को और मेरे परिवार को बहुत ज्यादा टॉर्चर किया जा रहा है। टॉर्चर करने वालों में गिराधारी जी का मंदिर 339 राजामल का तालाब चांदी की टकसाल के देवेंद्र शर्मा, ललित शर्मा और होटल रॉयल शेरेटन के मालिक मुंजी टांक इनके साथ देवा अवस्थी, लालचंद देवनानी और कैबिनेट मंत्री महेश जोशी ने हमारे परिवार को इतना टॉर्चर कर रखा है कि आज मैं आत्महत्या करने जा रहा हूं।
राजस्थान में इन दिनों शासन-प्रशासन से प्रताड़ित एससी, एसटी के लोगों द्वारा सुनवाई नहीं होने पर सरकार से हटकर अपनी जाति के संगठनों व नेताओं से न्याय की गुहार लगाने का चलन बढ़ा है। यह गम्भीर मामला है। हाल ही में अलवर में ऐसे ही एक परिवार ने बेटी की शादी में भीमसेना से मदद मांगी है। वहीं रामसप्रसाद मीना ने भी आत्महत्या से पहले बनाए वीडियो में परिवार को न्याय दिलाने की डॉ. किरोड़ी लाल मीना से गुहार लगाई है।
मृतक रामप्रसाद मीणा के बेटे अंकित मीणा ने कहा कि पिताजी जानते थे कि उनकी मौत के बाद पुलिस पूरे मामले को दबा देगी। इसलिए उन्होंने मरने से पहले वीडियो बनाकर मेरी बहन को भेजा। पुलिस जब तक मोबाइल को अनलॉक करती और देखती, तब तक बात सभी तक पहुंच गई, जिनके नाम लिए हैं, इन सब लोगों ने पिताजी को इतना परेशान किया कि वो खुद अपनी जान लेने पर मजबूर हो गए और आत्महत्या कर ली।
मृतक की पुत्री कहती हैं यह 6 लोग थे जो मेरे पापा को बहुत टॉर्चर कर रहे थे। मेरे पापा मरे नहीं है। उनका मर्डर हुआ है। मेरे पापा हमसे 10 दिन दूर नहीं रह सकते थे। जिंदगी भर के लिए कभी छोड़ कर नहीं जा सकते थे। हमारी कोई मांग नहीं है। मेरे पापा को बस इंसाफ चाहिए।
सुभाष चौक थानाधिकारी रामफूल मीना ने कहा कि एफआईआर मृतक के भाई महावीर मीना ने दी है। इसमें मंत्री महेश जोशी सहित कई लोगों के नाम है। यह जांच का विषय है। जांच सीआईडी सीबी को सौंपी जाएगी।
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