बूंदी। 'इंसान से बड़ा हैवान कोई नहीं', का जीता-जागता उदाहरण हमें राजस्थान में देखने को मिल। राजस्थान में आदिवासी नाबालिग बालिका से गैंगरेप के बाद उसकी हत्या के मामले में दिल को दहला देने वाला खुलासा सामने आया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में इंसानियत को शर्मसार कर देने वाले तथ्य सामने आए हैं।
क्या है पूरा मामला
राजस्थान के बूंदी जिले में 23 दिसंबर को आदिवासी नाबालिग बालिका से कथित रूप से गैंगरेप किया गया, उसके बाद उसकी हत्या कर दी गई थी। उसकी हत्या के मामले में पुलिस सूत्रों के मुताबिक मृतका की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चौंकाने वाली गंभीर बात सामने सामने आई है। इस रिपोर्ट में पता चला है कि हत्या के बाद भी आरोपियों ने उसके मृत शव के साथ रेप करना जारी रखा। वे शव को नौंचते रहे और रेप करते रहे। पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। जल्द ही उनके खिलाफ कोर्ट में चालान पेश किया जायेगा।
न्यूज18 के अनुसार, जब मृतका की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आई तो पुलिस की आंखों में भी आंसू आ गये। पुलिस सूत्रों के अनुसार मृतका की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया है की दरिंदे नाबालिग की हत्या कर दिये जाने के बाद भी उसके शव से दुष्कर्म करते रहे। मृतका के प्राईवेट पार्ट सहित शरीर पर चोटों के 30 निशान पाये गये हैं।
बकरियां चरा कर घर लौट रही थी नाबालिग
यह वारदात बूंदी जिले के बसोली थाना इलाके के काला कुआ गांव के पास 23 दिसंबर को हुई थी। पीड़िता आरोपियों के पड़ोस में रहती थी। नाबालिग जब बकरियां चरा कर घर लौट रही थी तभी तीनों उसे अकेली देखकर उस पर टूट पड़े थे। वहां तीनों ने नाबालिग बालिका के हाथ पैर बांध कर उससे गैंगरेप किया। जब पीड़िता ने इस घटना की जानकारी गांव में लोगों को बताने के बारे में बोला तो उसे पत्थरों से पीट-पीट कर उसकी हत्या कर दी।
आरोपी की अंडरवियर से हुई पहचान
आदिवासी नाबालिग लड़की से गैंगरेप के बाद की गई उसकी हत्या के मामले का पर्दाफाश आरोपी की अंडरवियर से हुआ है। जंगल में हुई इस वीभत्स वारदात के बाद एक आरोपी की अंडरवियर घटनास्थल पर ही छूट गई थी। बस यही वह सबूत था जिससे पुलिस ने महज 12 घंटे के भीतर ही (सुलतान भील) को दबोच लिया। उसके बाद उसने अपने साथियों (छोटू भील 62 वर्ष) और एक नाबालिग के नाम भी उगल दिये। पुलिस की इस जांच में उसकी डॉग स्क्वायड ने भी अहम भूमिका निभाई है।
इस पूरी घटना पर पुलिस अधीक्षक जय यादव ने इसे दर्दनाक घटना बताया है। उन्होंने कहा कि, "मेरे सेवाकाल की यह पहली दर्दनाक घटना है। एक नाबालिग के साथ दिल को दहला देने वाला कृत्य किया गया है। बहुत ही घिनौना और शर्मनाक है। हर हाल में अपराधियों को सजा दिलवाएंगे।"
पुलिस करेगी आरोपियों के खिलाफ चालान पेश
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुये इसे केस ऑफिसर स्कीम में लेकर इसकी जांच शुरू की। पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिल गई है। अब एफएसएल रिपोर्ट आने का इंतजार है। पुलिस इस मामले में एक दो दिन में आरोपियों को खिलाफ चालान कोर्ट में चालान पेश कर देगी। पकड़े गये आरोपियों में सुलतान भील (27) और छोटूलाल भील (62) सहित 16 वर्षीय एक नाबालिग शामिल है।
कोई वकील नहीं करेगा आरोपियों की पैरवी
दिल को दहला देने वाली इस घटना की अभिभाषक परिषद ने भी कड़ी निंदा की है। अभिभाषक परिषद ने बार के किसी भी सदस्य द्वारा आरोपियों की पैरवी नहीं करने का फैसला लिया है। परिषद ने कहा कि आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के लिए प्रयास किये जायेंगे।
आपको बता दें कि, पुलिस ने इस मामले में सबसे पहले आरोपी सुल्तान भील को पकड़ा था। उसके बाद पूछताछ में उसने अपना जुर्म स्वीकार करते हुये अन्य आरोपियों के नाम बताये। इस पर पुलिस ने उनको भी दबोच लिया। पीड़िता के परिवार को जल्द से जल्द न्याय मिलने की उम्मीद है।
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