भोपाल। मध्य प्रदेश के सीधी पेशाब कांड में अब एक नया मोड़ आ गया है। एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में पीड़ित आदिवासी दशमत वीडियो में खुद को पहचानने से इंकार करता दिख रहा है। इंटरव्यू सामने आने के बाद विपक्ष ने सरकार से सवाल पूछना शुरू कर दिए है। कांग्रेस के नेता दावा करते हुए सरकार से सवाल पूछ रहे है कि मुख्यमंत्री ने क्या दूसरे व्यक्ति से माफी मांगी, असली पीड़ित लापता है? वहीं प्रशासन ने सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो का खंडन किया है।
सोशल मीडिया पर एक न्यूज चैनल के इंटरव्यू एक शॉर्ट वीडियो को इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसी और शख्स को पीड़ित बताकर घटना के बाद उसके पैर धोए थे। दावा ये भी है कि असली पीड़ित गायब है। वीडियो में पीड़ित आदिवासी दशमत रावत का कहना है कि यह वीडियो तीन साल पुराना है। उसके इस बयान के बाद से ही राजनीतिक बयानबाजी भी बढ़ गई है एक तरफ दशमत रावत के बयानों के बाद कांग्रेस जमकर बीजेपी पर तंज कस रही है।
दशमत के द्वारा इंटरव्यू में बताया कि यह घटना साल 2020 में रात के करीब 10 से 11 बजे के बीच में हुई थी। उसने यह भी बताया कि उसने भी घटना के दौरान शराब पी रखी थी और वह होश में नहीं था। पीड़ित आदिवासी युवक दशमत के इस बयान के बाद बवाल हो गया और लोगों ने कहा कि यह असली पीड़ित नहीं है, लेकिन प्रशासन ने इसका खंडन किया है और कहा कि वो ही असली पीड़ित है। सोशल मीडिया पर सवाल उठते देख सीधी एसपी डॉ. रविन्द्र वर्मा ने बयान जारी कर बताया कि पुलिस जांच के अनुसार वायरल हुई वीडियो में दिख रहा युवक दशमत ही है। प्रवेश शुक्ला ने ही दशमत पर पेशाब किया था।
यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ. विक्रांत भूरिया ने पेशाब कांड के पीड़ित आदिवासी को लेकर सवाल किया है। डॉ. भूरिया ने ट्वीट कर लिखा कि, "सीधी पेशाब कांड में बड़ा खुलासा, मामा ने किसी और के पांव धोने की नौटंकी की, असली पीड़ित लापता हैं क्या ? बीजेपी का इतना बड़ा षड्यन्त्र? मामा अब इस्तीफा दो।"
सीधी पेशाब कांड में ग्राउंड जीरो पर पहुचीं द मूकनायक की टीम ने पेशाब कांड के हर एक पहलू की पड़ताल की है। सीधी जिले के कुरबी गाँव पहुँचकर हमने पीड़ित दशमत की पत्नी आशा से बातचीत की थी। आशा ने द मूकनायक के कैमरे पर कहा था कि जब पेशाब कांड का वीडियो वायरल हुआ था। तब उसने मोबाइल पर देखा था। पीड़ित की पत्नी ने कहा कि उसे देख कर यह बुरा लगा कि कोई उसके पति पर पेशाब कर रहा है। पीड़ित दशमत की पत्नी के इस बयान के बाद यह स्पष्ट है कि वायरल वीडियो में दशमत ही है। जिसकी पहचान उसकी पत्नी ने की है।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने कांग्रेस के विधायकों के साथ मिलकर राज्यपाल को ज्ञापन दिया है। इसमें आदिवासी अत्याचारों पर रोक लगाने की मांग की गई है। कांग्रेस ने कहा कि असल दशमत कौन है इसकी जांच के लिए कमेटी का गठन किया जाए। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को विधानसभा के सत्र में उठाया जाएगा।
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