मध्य प्रदेश: आदिवासी दंपति की सरेराह पिटाई, पुलिस ने वायरल वीडियो देख दर्ज की FIR

पिछले तीन सालों से प्रदेश आदिवासी अत्याचारों में टॉप पर बना हुआ है। 2,521 मामलों के साथ राजस्थान दूसरे और 742 मामलों के साथ महाराष्ट्र तीसरे स्थान पर है।
सांकेतिक फोटो.
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भोपाल। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में आदिवासियों के खिलाफ सर्वाधिक अत्याचार के मामले सामने आते हैं। एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक एमपी में साल 2022 में आदिवासी अत्याचार के 2979 मामले दर्ज किए गए। वर्तमान वर्ष की खत्म होती पहली तिमाही में अब तक एक दर्जन से ज्यादा घटनाएं दर्ज की जा चुकी हैं। ताजा मामला प्रदेश के बड़वानी जिले से सामने आया है। जहां एक दुकानदार ने आदिवासी दंपती (Tribal couple) को सरेराह पीटा। पति को बचाने आई आदिवासी महिला के साथ भी आरोपियों ने बदसलूकी की है। मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

दरअसल, मंगलवार को बड़वानी (Badwani) से एक वीडियो सामने आया था, जिसमें एक युवक आदिवासी को पीटते हुए दिखाई दे रहा है, इसी वीडियो में आरोपी महिला को भी धक्का देते हुए दिख रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने मामले में संज्ञान लेकर दो आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। पीड़ित पक्ष को शिकायत करने के लिए बुधवार को थाने बुलवाया गया है।

क्या पूरा मामला?

जानकारी के मुताबिक, बड़वानी शहर के बस स्टैंड पर रितेश वर्मा की पान की दुकान है। उसका आदिवासी दंपती से किसी बात को लेकर विवाद हो गया था। इसके बाद उसने मारपीट शुरू कर दी। आरोपी के साथी ने दंपती के साथ गाली-गलौच की। इस घटना का वीडियो जयस के राष्ट्रीय अध्यक्ष लोकेश मुजाल्दा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से कार्रवाई की मांग की, जिसके बाद पुलिस ने स्वतः संज्ञान लेकर दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। 

आदिवासी युवक की पिटाई करते वीडियो में कैद हुए आरोपी।
आदिवासी युवक की पिटाई करते वीडियो में कैद हुए आरोपी।

आदिवासियों पर बढ़ रहा अत्याचार

आदिवासी युवक के साथ मारपीट का वीडियो वायरल होने के बाद जय आदिवासी युवा संगठन (जयस) ने नाराजगी जाहिर की है। द मूकनायक से बातचीत में जयस की राष्ट्रीय प्रभारी सीमा वास्कले ने कहा- "देश के मूलनिवासी आदिवासी महिला-पुरुषों के खिलाफ आपराधिक घटनाएं बढ़ रही हैं। खासकर आदिवासी बहुल इलाकों में अत्याचार के मामले अधिक सामने आते हैं। हमने सरकार से हमेशा यह मांग की है कि आदिवासियों के खिलाफ हो रही घटनाओं को फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाना चाहिए। पुलिस को भी तुरंत मामला दर्ज करना चाहिए ताकि घटनाएं कम हो सकें।"

इधर, द मूकनायक प्रतिनिधि से बातचीत करते हुए पुलिस अधीक्षक पुनीत गहलोत ने बताया कि आदिवासी युवक से मारपीट का वीडियो वायरल हुआ था। हमने तुंरत इस मामले में आरोपियों के खिलाफ मारपीट सहित एट्रोसिटी का मामला दर्ज किया है। यह अभी पता नहीं लगा है कि दोनों की बीच विवाद क्यो हुआ। पुलिस ने दोनों ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, पूछताछ की जा रही है। 

NCRB: देशभर में एसटी पर अत्याचारों पर एमपी टॉप पर

एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक साल 2022 में आदिवासियों के उपर 2979 मामले सामने आए जो कि पिछले साल के क्राइम के मुकाबले में 13 फीसदी अधिक हैं। पिछले तीन सालों से प्रदेश आदिवासी अत्याचारों में टॉप पर बना हुआ है। 2,521 मामलों के साथ राजस्थान दूसरे और 742 मामलों के साथ महाराष्ट्र तीसरे स्थान पर है। 

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आदिवासियों के दमन व अत्याचार के मामलों में शीर्ष पर एमपी-NCRB रिपोर्ट
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महिलाओं पर अत्याचार मामले में दिल्ली तीसरे साल भी टॉप पर, NCRB आंकड़ों ने दावों की निकाली हवा

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