भोपाल। मध्य प्रदेश में लगातार आदिवासियों के साथ घटनाएं सामने आती रहीं हैं। सीधी पेशाब कांड, नेमावर हत्या कांड सहित दर्जनों गंभीर मामले पिछले सालों में सामने आ चुके हैं। हाल ही में प्रदेश के बैतूल जिले में एक आदिवासी युवक की पिटाई का वीडियो सामने आया है। जिसमें एक आदिवासी युवक को बेरहमी से पीटा जा रहा है। 2 मिनट 42 सेकेंड के इस वीडियो में दिख रहा है कि एक शख्स युवक को बेरहमी से पीट रहा है, पिटाई के बाद उसे मुर्गा बनने को भी कहा गया। इधर, कांग्रेस ने इस मामले में तत्काल जांच और कार्रवाई की मांग की है।
जानकारी के अनुसार, यह घटना शनिवार रात की है, और रविवार को यह वीडियो सामने आया है। वीडियो वायरल होने के बाद बैतूल कोतवाली थाने में एट्रोसिटी एक्ट और अन्य धाराओं में एक नामजद और तीन अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
आदिवासी युवक को पीटने का वायरल वीडियो में आरोपी, आदिवासी युवक के चेहरे पर कभी घूंसा तो कभी लात मारता है। उसे गालियां देता है। पीड़ित पीटने वाले से गुहार लगाता है, गिड़गिड़ता है, उसके पैर पड़ता है, लेकिन वह नहीं सुनता और उसे मारना जारी रखता है।
तभी पीछे से किसी की आवाज आती है। वह युवक को मुर्गा बनने के लिए कहता है। युवक मुर्गा बन जाता है। मुर्गा बनने के बाद भी आरोपी उसकी पीठ पर हाथ की कुहनी से मारता है। तभी उसका साथी उसे मारने से रोकता है। लेकिन वह नहीं मानता है।
वीडियो में युवक को बेरहमी से पीटने वाले आरोपी का नाम चंचल राजपूत बताया जा रहा है। जो बजरंग दल के नर्मदापुरम संभाग का सह संयोजक है। पीड़ित युवक राज उइके एक डीजे वाले के यहां काम करता है। डीजे के मालिक का आरोपी चंचल राजपूत से पुराना विवाद था। इसे लेकर ही उससे मारपीट की गई है। खबर लिखे जाने तक किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
द मूकनायक से बातचीत करते हुए, पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ चौधरी ने बताया कि, वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने पीड़ित युवक का पता लगाया। उसने बताया कि वह एक डीजे वाले के यहां काम करता है। डीजे के मालिक का आरोपी चंचल राजपूत से पुराना विवाद था। इसे लेकर ही उससे मारपीट की गई है। पीड़ित ने आरोपी चंचल का नाम पुलिस को बताया। बाकी तीन अन्य आरोपियों को वह पहचानता नहीं है। पुलिस ने एक नामजद और तीन अज्ञात आरोपियों के खिलाफ एट्रोसिटी और मारपीट का मामला दर्ज कर लिया है।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस मामले में भाजपा और सरकार पर निशाना साधा है। कमलनाथ ने अपने सोशल मीडिया एक्स अकाउंट पर लिखा कि, "एमपी पहले ही आदिवासी अत्याचार में देश में नंबर वन है। इस तरह की घटनाएं बताती है कि भाजपा सरकार की मानसिकता आदिवासी विरोधी है।" कमलनाथ ने इस मामले में मुख्यमंत्री से सख्त कार्रवाई की मांग की है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने आदिवासी युवक के साथ मारपीट का ये वीडियो सोशल मीडिया में शेयर किया। उन्होंने इस मामले में तत्काल जांच और कार्रवाई की मांग की है। पटवारी ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, "एक ओर नरेंद्र मोदी जी का भाषण जिसमें आदिवासियों के उत्थान/सम्मान का झूठ बोला जा रहा था! दूसरी तरफ बैतूल में आदिवासी भाई राज उईके पर अत्याचार करते बजरंग दल समर्थक! मोहन यादव जी, प्रधानमंत्री जी तो चले गए! लेकिन, अब आप अपनी आंखों से भाजपा के आदिवासी सम्मान का सच देखिए! जुल्म इतना भी मत कीजिए कि न्याय से विश्वास ही उठ जाए! तत्काल जांच करवाइए, कार्रवाई कीजिए!"
एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक साल 2022 में आदिवासियों को उपर 2979 मामले सामने आए जो कि पिछले साल के क्राइम के मुकाबले में 13 फीसदी अधिक हैं। पिछले तीन सालों से प्रदेश आदिवासी अत्याचारों में टॉप पर बना हुआ है। 2,521 मामलों के साथ राजस्थान दूसरे और 742 मामलों के साथ महाराष्ट्र तीसरे स्थान पर है।
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