मध्य प्रदेशः आदिवासी परिवार की 4 वर्षीय मासूम बच्ची से बलात्कार, खेत में खून से लथपथ मिली

मध्य प्रदेशः आदिवासी परिवार की 4 वर्षीय मासूम बच्ची से बलात्कार, खेत में खून से लथपथ मिली
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भोपाल। मध्यप्रदेश में लगातार दलित व आदिवासी समाज के उत्पीड़न की खबरें मिलती रहती हैं। एनसीआरबी 2021 के आंकड़ों में भी मध्यप्रदेश आदिवासी और बच्चों के खिलाफ घटी घटनाओं में शीर्ष पर रहा है। एक बार फिर आदिवासी परिवार की चार साल की मासूम बच्ची से बलात्कार का मामला प्रकाश में आया है। मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में दीपावली पर रिश्तेदार के घर आई चार साल की बालिका रहस्यमय ढंग से लापता होने के करीब 14 घंटे बाद गंभीर अवस्था में मिलती है। प्रथम दृष्टया बालिका के साथ दुष्कर्म की आशंका जताई जा रही है। इससे मामला सनसनीखेज हो गया है। संदिग्ध को हिरासत में लेने के साथ ही बालिका को गंभीर अवस्था में जिला अस्पताल खंडवा में भर्ती किया गया है।

पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने बताया कि सोमवार सुबह सूचना मिली कि जसवाड़ी में अपने रिश्तेदार के घर रह रही बच्ची सोते समय लापता हो गई। उन्होंने कहा कि आरोपी रविवार-सोमवार की दरमियानी रात को चार वर्षीय इस बच्ची को पास के गन्ने के खेत में ले गया, जहां उसने उसके साथ दुष्कर्म किया एवं उसके बाद करीब एक किलोमीटर दूर ले जाकर झाडि़यों में उसे वह फेंक आया। उन्होंने बताया कि परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने लापता बच्ची की तलाश शुरू की। सिंह ने कहा कि इसी बीच जांच के दौरान पुलिस के सामने राजकुमार (25) नामक एक संदिग्ध का नाम सामने आया था, जो रात में इस परिवार के पास खाट मांगने गया था। उनके अनुसार आरोपी की तलाश शुरू की गई और सोमवार शाम को उसे पकड़ने में कामयाबी मिली। आरोपी पास में बने ढ़ाबे में ही काम करता है।

झाडि़यों में मिली बच्ची

पुलिस के मुताबिक राजकुमार से पूछताछ की तो उसने पूरा घटनाक्रम बताया, जिसके बाद उसकी निशानदेही पर ढूढने पर बच्ची झाडि़यों में बेसुध मिली। बच्ची को तुरंत इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। पुलिस के अनुसार प्रारंभिक उपचार के बाद बच्ची को बेहतर इलाज के लिए सोमवार रात इंदौर रेफर किया गया। पुलिस का कहना है कि इस दौरान आरोपी लगातार भ्रमित करने का प्रयास भी कर रहा था। सिंह ने बताया कि आरोपी के खिलाफ भादसं की धारा 363 (अपहरण) एवं 376 (बलात्कार) के साथ-साथ पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।

द मूकनायक से बातचीत करते हुए मध्यप्रदेश बाल संरक्षण आयोग के सदस्य बृजेश चौहान ने कहा कि मामला आयोग ने संज्ञान में लिया है। बच्ची के साथ हुई अप्रिय घटना के दोषी को छोड़ा नहीं जाएगा। हमने इस पूरे मामले में एसपी को पत्र लिख कर जांच प्रतिवेदन मांगा है। जांच के बाद दोषी को कठोर सजा दिलाने के लिए प्रयास करेंगे।

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