देश की बड़ी कंपनियां ट्रांसजेंडर कर्मचारियों की तेजी से कर रही हैं भर्ती, क्या है वजह?

टाटा स्टील तो अब तक 120 ट्रांसजेंडर कर्मचारियों की नियुक्ति भी कर चुकी है। कंपनी ने हाल ही में 50 नए ट्रांसजेंडर कर्मचारियों की भर्ती की पहल की है।
देश की बड़ी कंपनियां ट्रांसजेंडर कर्मचारियों की तेजी से कर रही हैं भर्ती, क्या है वजह?
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नई दिल्ली: ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए यह एक अच्छी खबर हो सकती है कि देश में टाटा स्टील, आरजे कॉर्प, पब्लिसिस सेपिएंट जैसी अन्य बड़ी कंपनियां ट्रांसजेंडर कर्मचारियों की भर्ती कर रही है। हालांकि, उनकी संख्या कम है लेकिन नियमित कार्यालय कार्य में उनकी भागीदारी वृद्धि की दिशा में यह एक स्पष्ट उभार है। कुछ कंपनियों ने इसके लिए अपनी पॉलिसी भी बदली है। टाटा स्टील तो अब तक 120 ट्रांसजेंडर कर्मचारियों की नियुक्ति भी कर चुकी है। कंपनी ने हाल ही में 50 नए ट्रांसजेंडर कर्मचारियों की भर्ती की पहल की है। इसके लिए करीब 300 आवेदन आए। कंपनी ने इस बैच में 14 ट्रांसजेंडरों को नियुक्ति भी की है।

डिजिटल सर्विस कंपनी पब्लिसिस सैपिएंट ने रेनबो इंटर्नशिप जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से ट्रांसजेंडर कर्मचारियों को काम पर रखा है। ईएसएल स्टील भी प्रशासन/सुरक्षा कार्यों में ट्रांसजेंडर कर्मचारियों को नियुक्त करने की योजना तैयार की है। पेप्सिको ने भी ऐसी योजना बनाई है।

हार्मोन थेरेपी के लिए ज्यादा स्टाइपेंड की पेशकश

कई कंपनियां अपनी नीतियों को ट्रांसजेंडरों के अनुकूल बना रही हैं। इसके लिए नियुक्ति नियमों में बदलाव शुरू किया है। कुछ लोग ट्रांसजेंडर कर्मचारियों को प्रशिक्षित कर रहे हैं। कम्पनियाँ हार्मोन थेरेपी के लिए ज्यादा स्टाइपेंड भी दे रही हैं। अधिकांश कंपनियां अब ट्रांसजेंडर कर्मचारियों को स्वास्थ्य बीमा लाभ दे रही हैं जिनमें हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी के साथ-साथ लिंग परिवर्तन सर्जरी भी शामिल है।

मित्र ट्रस्ट की इंद्राणी द मूकनायक को बताती हैं कि, "हम सभी ट्रांसजेंडर के लिए काम करते हैं, ज्यादातर वह लोग जो शिक्षा और स्वास्थ्य से दूर हैं। कुछ और ना होने की वजह से ट्रांसजेंडर सेक्स वर्कर का काम भी करते हैं। क्योंकि उनके पास कोई और रास्ता नहीं होता है। अब उनके लिए थोड़ा अच्छा होगा। अगर कंपनियां अभी से हायर करना शुरू कर रही हैं। तो सोचिए जो इस समय ट्रांसजेंडर पढ़ाई कर रहे हैं, उनका जीवन कितना अच्छा होगा। आगे के लिए वह सिर्फ पढ़ाई की तरफ ही ध्यान देंगे। यह कंपनियां बहुत ही अच्छा कर रहीं हैं। वह अपने ही लोगों के साथ काम नहीं करेंगे। वह उन लोगों के साथ भी काम करेंगे जो उनको अपना समझे। दूसरे लोगों का भी नजरिया बदलेगा ट्रांसजेंडर्स के लिए। इसके साथ उनके स्वास्थ्य का भी ध्यान रखा जाएगा, जो एक अच्छी शुरुआत है. हमारी गरिमा ग्रह से भी बहुत सारे ट्रांसपोर्टेशन वहां नौकरी के लिए गए हैं।"

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