भोपाल। मध्य प्रदेश के गुना जिला निवासी एक युवक को उसके रिश्तेदारों ने अगवा कर राजस्थान में सारी हदें पार कर दीं। उन्होंने युवक को पेशाब पिलाई, उसका मुंडन किया, महिलाओं के कपड़े पहनाए और मुंह काला कर चप्पलों की माला पहनाकर गाने पर डांस कराया। यह पूरा मामला युवक की बहन का ससुराल से फरार हो जाने को लेकर हुआ।
दरअसल, बंजारा समुदाय के एक युवक के साथ मारपीट की गई। जिन्होंने इस घटना को अंजाम दिया, वे युवक के रिश्तेदार हैं। वे युवक को अगवा कर राजस्थान के बारां जिले के अल्दान गांव में ले गए और उसे बंधक बनाकर मारपीट की। आरोपियों ने युवक को जूतों की माला पहनाकर उसका मुंडन कर दिया। इसके बाद उसे गांव में घुमाया। इसके बाद उसे पेड़ से बांधकर मारपीट की। युवक ने आरोप लगाया कि उसे पेशाब भी पिलाई गई है।
गुना पुलिस ने इस मामले में सोमवार देर रात आपराधिक प्रकरण दर्ज कर लिया है। आरोपितों को पकड़ने के लिए तीन थानों की पुलिस टीम गठित कर राजस्थान भेजा जा रहा है। इस मामले में पुलिस द्वारा पहले युवक की शिकायत पर कार्रवाई न करने और इसके बाद एसपी से शिकायत पर प्रकरण दर्ज होने से पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं।
फरियादी महेन्द्र सिंह ने पुलिस अधीक्षक (एसपी) को आवेदन दिया। जिसमें उसने बताया कि वह गांव-गांव खेतों से कचरा फेंकने का काम करता है। युवक का आरोप है, उसे सेन बोर्ड चौराहे के पास पेट्रोल पंप से सौदान पुत्र गुलाम सिंह, गुमान सिंह पुत्र बालूराम, ओमकार पुत्र गिरधारी के साथ 10-12 लोग आये और जबरन अपने साथ उठाकर ले गए। रास्ते में बदन पुत्र गुलाब, छोटू पुत्र धर्म बंजारा, रमेश पुत्र बालूराम, जगदीश, तोफान पुत्र बालूराम, प्रेम बंजारा पुत्र गुलाब सिंह बंजारा, नेदा पुत्र बाहू सिंह, कालूराम बंजारा, गुलाब व मथरीबाई मिली, जिन्होंने उसे बंधक बनाकर मारपीट की।
इस दौरान उन्होंने पेशाब पिलाकर, उसका मुंडन किया, घाघरा पहनाया व जूते-चप्पल की माला पहनाकर मुंह काला किया। फरियादी को पूरे गांव में घुमाया, इसके बाद पेड़ से बांध दिया और निर्वस्त्र कर दिया। महेंद्र के अनुसार यह लोग उसे बुधवार को जबरन अगवा कर पाटन, राजस्थान के झालावड़, अटरू आदि जगहों पर घुमाते रहे। पीड़ित युवक ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि कार्रवाई न होने की सूरत में उसे आत्महत्या करने के अलावा कोई अन्य रास्ता दिखाई नहीं दे रहा है।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक महेंद्र की चचेरी बहन की शादी आरोपियों के पक्ष में एक व्यक्ति से हुई थी। जो बाद में वहां से चली गई। इस पर 20 लाख रुपये झगड़ा प्रथा में देना तय हुआ था। अबकी बार भी रुपये देने की बात कह कर बमुश्किल छूटकर महेंद्र आया है। पूर्व मामले का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ लोग महेंद्र के साथ अमानवीय कृत्य करते हुए नजर आ रहे हैं। इस मामले में महेंद्र के परिजनों का कहना है कि हमारी बेटी को दुख दिए जाते थे।
गुना उप पुलिस अधीक्षक (एसडीओपी) विवेक अष्टाना, ने कहा कि युवक की शिकायत पर सात लोगों के खिलाफ अपहरण, बंधक बनाकर मारपीट करने, अमानवीय कृत्य और अपमानित करने की धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है। बमोरी, झागर, फतेहगढ़ और आस-पास के पुलिस थानों के बल को आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए राजस्थान भेज रहे हैं।
आज मध्य प्रदेश के कई ऐसे जिले हैं जहां चोरी चुपके बाल विवाह और सगाई की प्रथा चली आ रही है, लेकिन आजकल की लड़कियां जैसे ही जवान होती है तो अपने मनपसंद लड़के से शादी करना पसंद करती हैं। ऐसे में लड़की का पिता या पति पहली पत्नी को छोड़ने के लिए मुआवजा देता है, इस प्रथा में दूसरी शादी को नातरा और मिलने वाले मुआवजे को झगड़ा कहा जाता है। खास बात यह है कि यह कोई चोरी चुपके का खेल नहीं है या खुलेआम किया जाता है। नातरा प्रथा में बच्चों का विवाह परिवार बचपन में ही कर देते है। यह प्रदेश के राजगढ़, गुना जिले के आस-पास के ग्रामीण इलाकों में आज भी संचालित है। यदि नातरा से हुए संबंध में दंपति एक दूसरे को छोड़ते हैं, तब भी झगड़ा के तहत उन्हें पंचायत द्वारा तय की गई रकम देनी होती है।
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