नई दिल्ली। पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय सेक्स रैकेट का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने दो महिलाओं को मुक्त कराया है। इनसे युगांडा से भारत लाकर वेश्यावृत्ति करवाई जा रही थी। पुलिस ने दो विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है।
नौकरी दिलवाने का झांसा देकर पीड़ित महिलाओं को भारत लाया गया था। दक्षिण-पूर्व जिला पुलिस ने मानव तस्करी करने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश कर दो आरोपी तंजानियाई नागरिक लिडिया विलिबैड उलोटू और नाइजीरियाई नागरिक ओसामा रेनेर उर्फ रे को गिरफ्तार किया है।
स्थानीय मीडिया में प्रकाशित खबर के अनुसार दक्षिण-पूर्व जिला पुलिस उपायुक्त राजेश देव ने बताया कि पुलिस टीम ने सूचना के बाद गली नंबर-37, आरजेड-3271बी में छापेमारी कर यहां बंधक बनाकर रखी गईं युगांडा की दो महिलाओं को मुक्त करा लिया। एक महिला 11 दिसंबर, 2022 और दूसरी महिला 29 अप्रैल, 2023 को भारत आई थीं।
आरोपियों ने उन्हें भारत में नौकरी दिलाने का झांसा दिया था। जब दोनों भारत पहुंचीं तो उन्हें तुगलकाबाद लाया गया और उन्हें बताया कि उनके वीजा और टिकटों में 1.5 लाख रुपए खर्च हुए हैं। दोनों में से प्रत्येक को 4.5-4.5 लाख रुपए वापस करने होंगे।
जब महिलाएं पैसे नहीं दे पाई तो आरोपियों ने उनका वीजा व अन्य कागजात छीन लिए और उनसे जबरदस्ती वेश्यावृति कराने लगे। आरोपी लिडिया बाडू एप की मदद से ग्राहक तलाश करता था। आरोपी वेश्यावृत्ति से कमाए पैसों को भी अपने पास रख लेते थे।
पुलिस को एक गैर सरकारी संगठन मनोबल से एक पत्र प्राप्त हुआ था, जिसमें बताया गया था कि युगांडा की एक महिला को नौकरी का झांसा देकर भारत आने का प्रलोभन दिया गया, लेकिन यहां आने के बाद उसे वेश्यावृत्ति के लिए मजबूर किया गया।
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