जयपुर। राजस्थान के आदिवासी बहुल प्रतापगढ़ जिले में एक आदिवासी महिला को निर्वस्त्र कर परेड करवाने का एक अमानवीय कृत्य सामने आया है। घटना गुरुवार की बताई जाती है जिसका वीडियो शुक्रवार को वायरल होने के बाद पुलिस को इसकी जानकारी हुई और त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
वायरल वीडियो में भीड़ एक गर्भवती को जबरदस्ती निर्वस्त्र कर परेड करवा रही है। यहां तमाशबीन और सहयोगियों में महिलाएं भी शामिल है। आरोपी पीड़िता का पति सहित ससुराल पक्ष के अन्य लोग हैं। बताया जा रहा है कि नाता-प्रथा के विवाद को लेकर पति आधा दर्जन से अधिक लोगों के साथ महिला के पीहर पहुंचा था। जहां से उसका अपहरण कर घटना को अंजाम दिया। घटना गुरुवार 31 अगस्त की बताई गई है। वीडियो एक सितम्बर शुक्रवार को वायरल हुआ।
वीडियो वायरल होने के बाद पीड़िता ने पति सहित 10 लोगों को नामजद करते हुए अन्य लोगों के खिलाफ सम्बंधित पुलिस थाना धारियाबाद में प्राथमिकी दर्ज कराई। महिला पर क्रूरतापूर्ण कृत्य को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी गम्भीरता से लेते हुए डीजीपी उमेश मिश्रा को तत्काल कार्रवाई कर आरोपियों को कड़ी सजा दिलाने के निर्देश दिए। इस पर बांसवाड़ा आईजी एस परमाला व एसपी प्रतापगढ़ अमित कुमार ने लगभग आधा दर्जन पुलिस टीमों का गठन कर 12 घंटे में घटना में शामिल एक बालअपचारी को निरुद्ध कर सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया। दो नामजद आरोपियों में एक पीड़िता की ननद व एक अन्य आरोपी की तलाश में पुलिस टीमें लगातार संदिग्ध ठिकानों पर दबिश दे रही है।
डीजीपी उमेश मिश्रा के निर्देश पर शनिवार सुबह धारियाबाद पुलिस थाने पहुंचे एडीजी क्राइम दिनेश एमएन ने प्रेस कांफ्रेंस कर घटना का खुलासा करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की पुष्टि की। एीडीजी ने पत्रकारों को बताया कि पीड़ित पक्ष की और से पुलिस थाने में दर्ज एफआईआर के अनुसार पीड़िता करीब 15 दिन पहले पीहर गई थी। वहां वह अपने जानकार शिवा नाम के एक व्यक्ति के साथ रह रही थी। इससे नाराज आरोपी पति व उसके साथ 7 अन्य लोग पीडि़त महिला के पीहर गए। वहां जाकर आरोपी पीड़िता की इच्छा के विरुद्ध जबरदस्ती पकड़ कर ससुराल लेकर आए। ससुराल लाकर महिला को तीन लोगों ने निर्वस्त्र किया। इस दौरान आरोपियों ने महिला के साथ हुई क्रूरता का वीडियो बनाकर वायरल भी कर दिया।
वीडियो वायरल होने के बाद एक सितम्बर शाम आठ बजे के लगभग इस घटना की सूचना प्रतापगढ़ पुलिस अधीक्षक अमित कुमार को मिली। घटना को गम्भीरता से लेते हुए प्रतापगढ़ एसपी ने तत्काल कार्रवाई करते हुए पीड़िता की पहचान की। यह पता लगाया कि यह महिला कौन है। कहां की रहने वाली है। पुष्टि होने के बाद धारियाबाद एसएचओ को मौके पर रवाना किया गया। आधा दर्जन से अधिक पुलिस टीमे गठित कर आरोपियों की तलाश में रवाना की गई। एडीजी क्राइम दिनेश एमएन ने बताया कि 12 घंटे में सभी आरोपियों को पकड़ लिया गया।
एडीजी ने बताया कि महिला के अपहरण में आठ लोग में शामिल थे। इनमें एक बाल अपचारी को निरुद्ध कर वीडियो बनाने वाले पिन्टू तथा महिला के पति सहित घटना में शामिल 7 लोगों को पुलिस ने पकड़ लिया है। एडीजी ने बताया कि इसके अलावा निर्वस्त्र करने में तीन लोग थे। इनमें पति काना व उसके साथी शामिल थे। एडीजी ने बताया कि घटना स्थल पर महिला को निर्वस्त्र करने के लिए आरोपियों को उकसाने व अपराध कारित करने को बढ़ावा देने वाले भी पुलिस हिरसात में लिए गए हैं।
एडीजी क्राइम दिनेश एमएन ने बताया कि तीन मुख्य आरोपी पुलिस से बचने के लिए भागते हुए चोटिल हुए हैं। तीनों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सभी का उपचार अभी चल रहा है। उपचार के बाद उन्हें भी अरेस्ट कर लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि आरोपियों को पकडऩे में एसपी प्रतापगढ अमित कुमार आईजी बांसवाड़ा एस परमाला के सुपरविजन में सभी आरोपी पकड़ लिए गए हैं। अभी नामजद आरोपियों में एक रोपा है। व एक महिला है जो महिला की ननद है और अन्य आरोपियों को इस कृत्य के लिए प्रोत्साहित कर रही थी। उनकी पुलिस तलाश कर रही है। इनके अलावा कुछ लोगों की पहचान की गई है जो मौके पर थे।
उन्होंने कहा कि दस लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर हुई है। इसके अलावा वीडियो देख कर कुछ लोगों को और हमने इसमें जोड़ा है। पीड़िता के पिता के बयान से सात आठ और लोग इस अपराध में आरोपी बन सकते हैं।
एडीजी ने बताया कि पीड़िता की विशेषज्ञों की निगरानी में काउंसलिंग की जा रही है। उन्होंने बताया कि राजस्थान में ऐसी महिलाओं के लिए हर जिले में वन स्पोट कांउसलर होता है। इसमें पुलिस की महिला सुरक्षा सखी व सरकार से महिला परामर्श केन्द्र की पूरी टीम आ गई है। अभी डिविजनल कमिश्नर हमारे साथ ही है। इनके निर्देशन में टीम पीड़िता की काउंसलिंग कर रही है। इसके अलावा भी सरकार से जो जो मदद मिल सकती है दिलाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि अपराध की गम्भीरता को देखते हुए स्पेशल जांच कमेटी बनाई गई है। इसमें एक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, डीवाईएसपी, एक महिला डीवाईएसपी व इंस्पेक्टर को शामिल किया गया है। यह टीम त्वरित गति से जांच कर जल्दी ही चार्जशीट दाखिल करेगी। उन्होंने कहा कि जांच दल में सीआईडी हिनस क्राइम मॉनेटरिंग युनिट एक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी को भी शामिल करेंगे। इस प्रकरण में प्रतिदिन एसपी व आईजी के अलावा में खुद भी मॉनिटर करूंगा। इस प्रकरण में स्पेशल पीपी नियुक्त करके फास्ट ट्रैक में प्रतिदिन हेयरिंग कर जल्दी इस कैस में सजा कराई जाएगी।
आईजी बांसवाड़ा एस परिमला ने बताया कि प्रतापगढ़ जिले के धारियाबाद तहसील क्षेत्र के एक गांव में एक गर्भवती महिला को नग्न कर घुमाने की हमे सूचना मिली थी। इसका वीडियो शोसल मीडिया में वायरल हो रहा है। इस पर हमने तुरंत टीमे गठित कर आरोपियों की तलाश शुरू की। एसपी अमित कुमार के निर्देशन में पुलिस टीमों को सफलता मिली। आईजी एस परिमला ने बताया कि पीड़िता गर्भवती होने की बात कही गई है।
घटना को लेकर राजस्थान के डीजीपी उमेश मिश्रा ने कहा कि प्रतापगढ़ में महिला से दुर्व्यवहार मामले में 10 व्यक्ति नामजद है। आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस घटना को लेकर पीड़ित महिला ने पति सूरज, वेणिया, नेतिया, नाथू, महेंद्र सहित 10 लोगों को नामजद करते हुए अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाई है। रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने धारा 323, 341, 342, 354, 354 ख, 294, 365, 120, 504, 506, 498 ए, 509 आईपीसी और धारा 4/6 स्त्री अशिष्ट रूपन अधिनियम और धारा 67 ए आईटी एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। प्राथमिकी दर्ज करने के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी पति कान्हा गमेतिया, नेतियां, बेनिया व पिंटू को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में एक बाल अपचारी को निरुद्ध किया गया है। पुलिस ने तमाशबीन पुनिया, खेतिया, व मोतीलाल को भी गिरफ्तार किया है।
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