MP में नहीं थम रहे यौन शोषण के मामले, रतलाम में पाँच साल की बच्ची से दुष्कृत्य, SIT गठित

पुलिस अधीक्षक (एसपी) अमित कुमार ने इस केस को चिन्हित प्रकरण में लिया है। ताकि जल्द से जल्द जांच कर मासूम को न्याय दिलाया जा सके। पैरेंट्स द्वारा स्कूल प्रबंधन पर लगाए गए आरोपों व स्कूल में घटी घटना को देखते हुए एसपी ने एसआईटी गठित कर दी है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में बच्चों से यौन शोषण की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है। बीते एक महीने करीब एक दजर्न छेड़छाड़ और दुष्कर्म घटनाएं बच्चों के साथ हुई हैं। हाल ही में प्रदेश के रतलाम के प्राइवेट स्कूल में 5 साल की बच्ची के साथ यौन शोषण के मामले में रतलाम एसपी अमित कुमार ने SIT (स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम) का गठन कर दिया है। टीम को 15 दिन में अपनी जांच कर रिपोर्ट पेश करना होगी।

पुलिस ने बच्ची के साथ घटी घटना को चिन्हित व सनसनी खेज प्रकरण में लिया है। जल्द से जल्द कोर्ट के सामने पेश भी किया जाएगा। इधर, रतलाम पुलिस ने स्कूल, कॉलेज व हॉस्टल के लिए 18 बिंदुओं की एडवाइजरी भी जारी की है। जिसका पालन अनिवार्य किया गया है।

जानिए पूरा मामला?

रतलाम के प्राइवेट स्कूल में यूकेजी की छात्रा के साथ यौन शोषण की घटना सामने आई थी। घटना के बाद से ही परिजनों और स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों में भी आक्रोश है। क्लास टीचर से लेकर स्कूल प्रिंसिपल और डायरेक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर सोमवार को पैरेंट्स ने स्कूल में हंगामा किया था। करीब तीन घंटे तक चले हंगामा व विरोध प्रदर्शन के बाद जिला प्रशासन के अधिकारियों ने स्कूल को पांच दिन के लिए ताला लगाकर सील कर दिया है। जब तक स्कूल प्रबंधन सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं करता, तब तक स्कूल को नहीं खोला जाएगा।

इस घटना के बाद पुलिस अधीक्षक (एसपी) अमित कुमार ने इस केस को चिन्हित प्रकरण में लिया है। ताकि जल्द से जल्द जांच कर मासूम को न्याय दिलाया जा सके। पैरेंट्स द्वारा स्कूल प्रबंधन पर लगाए गए आरोपों व स्कूल में घटी घटना को देखते हुए एसपी ने एसआईटी गठित कर दी है। एसआईटी के प्रमुख रतलाम सीएसपी अभिनव वारंगे होंगे। टीम में थाना औद्योगिक क्षेत्र प्रभारी वीडी जोशी व अन्य 5 लोग शामिल रहेंगे। टीम हर एक पहलू व घटनाक्रम से जुड़ी बारिकी की सूक्ष्मता से जांच कर अपनी रिपोर्ट देंगे।

स्कूल प्रबंधन को नोटिस

सोमवार को स्कूल में हुए हंगामा और विरोध प्रदर्शन के बाद थाना औद्योगिक क्षेत्र में कई पैरेंट्स ने अपने बयान दर्ज कराए हैं। बयानों के आधार पर थाने से स्कूल प्रबंधन को एक नोटिस भी जारी कर जवाब मांगा गया है। एएसपी राकेश खाखा ने बताया कि मामले को चिन्हित एवं सनसनी खेज प्रकरण में लिया है, ताकि जल्द से जल्द कोर्ट में पेश किया जा सके। एसआईटी का गठन किया है। जांच में जो भी तथ्य आते है उसके अनुरुप आगे की कार्रवाई की जाएगी। स्कूलों, कॉलेज व हॉस्टल के लिए सुझाव जारी किए है। सुझाव के निर्देशों का पालन करना होगा। स्कूल में पुलिस पहुंच कर चर्चा कर रही है।

स्कूलों के लिए पुलिस ने जारी की एडवाइजरी

स्कूलों में लगातार हो रही मासूम बालिकाओं के साथ घटनाओं को लेकर रतलाम पुलिस अलर्ट हो गई है। पुलिस द्वारा स्कूल प्रबंधनों के लिए एडवाइजरी जारी की है। रतलाम एसपी अमित कुमार के निर्देश पर जिलेभर में थानों की पुलिस स्कूल पहुंचकर बच्चों से चर्चा कर सुरक्षा की जानकारी देने में जुट गई है। पुलिस ने 18 बिंदुओं की एडवाइजरी सुझाव के रुप में जारी की है। 15 दिन के अंदर स्कूल प्रबंधन को सारे नियमों का पालन करना होगा।

रतलाम शहर समेत ग्रामीण अंचलों में पुलिस स्टूडेंट की सुरक्षा के मापदंड देखने के लिए स्कूल में पहुंचने लग गई है। रतलाम में महिला डीएसपी अजय सारवान एवं महिला थाना प्रभारी पार्वती गौड़ ने कॉन्वेंट स्कूल तथा बंजली में शासकीय माध्यमिक एवं प्राथमिक स्कूल में पहुंच कर स्टूडेंट से चर्चा की। सुरक्षा को लेकर जागरूक किया। अधिकारियों ने स्कूल बिल्डिंग के कैमरे तथा स्कूल में अन्य बच्चों की सुविधाओं संबंधित जानकारी ली। पुलिस का यह अभियान जिले के सभी थाना अंतर्गत स्कूलों में चलेगा। साथ ही पुलिस की एडवाइजरी का पालन भी स्कूल प्रबंधन को करना होगा।

थाना प्रभारियों ने अपने-अपने क्षेत्रों के स्कूलों में जाकर एडवाइजरी का पैंपलेट भी दिया। बच्चों से चर्चा कर सुरक्षा की जानकारी दी। बच्चों से चर्चा कर उन्हें अपने मोबाइल नंबर भी नोट कराए। बताया कि कभी भी किसी भी समय आपको हमारी जरूरत लगे आप फोन लगाकर अपनी समस्या बता सकते है। एसपी अमित कुमार के अनुसार जिले में यह अभियान नियमित चलाया जाएगा।

इन निर्देशों का करना होगा पालन

पुलिस के द्वारा जारी किए गए निर्देश अनुसार, स्कूल कॉलेज और हॉस्टल की सुरक्षा और संचालन को अधिक प्रभावी बनाने के लिए उपरोक्त नियमों का पालन अनिवार्य रूप से किया जाना है। इन नियमों का उद्देश्य छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और किसी भी प्रकार की अवांछित गतिविधियों को रोकना है।

सभी कर्मचारियों का पुलिस सत्यापन और संदिग्ध गतिविधियों की रिपोर्टिंग पुलिस को देना अनिवार्य होगा, ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना होने से पहले ही उसे रोका जा सके। इसके साथ ही, सीसीटीवी कैमरों की अनिवार्यता, सुरक्षा कर्मियों की तैनाती और सुरक्षा समिति का गठन स्कूल और कॉलेजों की सुरक्षा को और सुदृढ़ बनाएगा।

इसके अतिरिक्त, रैगिंग जैसी घटनाओं को रोकने के लिए एंटी रैगिंग एक्ट के प्रावधानों का पालन करना आवश्यक है, और हर संस्थान में हेल्पलाइन नंबर भी प्रदर्शित करना होगा। इन नियमों से सभी संस्थानों में सुरक्षा और अनुशासन का स्तर बढ़ेगा।

बाल आयोग ने जांच प्रतिवेदन मांगा

मध्य प्रदेश राज्य बाल संरक्षण आयोग ने रतलाम पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर जांच प्रतिवेदन मांगा है। द मूकनायक प्रतिनिधि से बातचीत करते हुए आयोग के सदस्य ओंकार सिंह ने बताया, की एसपी से प्रतिवेदन मांगा है। जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

NCRB: बच्चों के खिलाफ बढ़ रहे अपराध

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की रिपोर्ट के अनुसार, 2022 में बच्चों के खिलाफ अपराध के 1,62,449 मामले दर्ज किए गए, जो 2021 की तुलना में 8.7% की वृद्धि है। राजधानी भोपाल में भी बच्चों के खिलाफ अपराध की संख्या में वृद्धि हुई है, जहां 2022 में 758 मामले दर्ज किए गए। इसी महीने में, भोपाल में एक तीन साल की बच्ची के साथ स्कूल शिक्षक द्वारा दुष्कर्म की घटना सामने आई थी, जिसने समाज में आक्रोश पैदा कर दिया था।

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