जयपुर। राजस्थान में महिला उत्पीड़न की घटनाएं थम नहीं रही हैं। दौसा जिले के राहुवास थाना इलाके में चुनावी ड्यूटी में तैनात सब इंस्पेक्टर द्वारा चार साल की दलित मासूम से बलात्कार की घटना का मामला अभी शांत भी नहीं हो पाया था कि नागौर जिले के लाडनूं में 13 साल की नाबालिग से सामूहिक बलात्कार की घटना से प्रदेश की कानून व्यवस्था सवालों के घेरे में है। जयपुर जिले के कोटखावदा में गैंगरेप पीड़िता की संदिग्ध मौत ने भी पुलिस की कार्यशैली को कटघरे में खड़ा कर दिया है।
राजस्थान के नागौर जिले के लाडनूं कस्बे में नाबालिग बालिका से गैंग रेप का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार बीती रविवार रात को एक नाबालिग सहित दो युवक 13 साल की नाबालिग बालिका का अपहरण कर ले गए। तीनों ने नाबालिग के साथ सामूहिक बलात्कार किया। परिजन देर रात तक बालिका को तलाशते रहे। रेप के बाद आरोपी बालिका को बेहोशी की हालत में उसके घर के सामने पटक कर चले गए। लोगों ने उनका पीछा भी किया, लेकिन वे हाथ नहीं आए। वारदात में पीड़िता के नाबालिग पड़ोसी के शामिल होने की बात भी सामने आई है।
सोमवार सुबह वारदात का पता चलने पर आक्रोशित लोगों ने लाडनूं थाने का घेराव किया। तब जाकर पुलिस हरकत में आई और नाबालिग सहित तीन लोगों के खिलाफ अपहरण व बलात्कार के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की। जांच के दौरान पुलिस ने नाबालिग आरोपी को निरूद्ध करने के साथ ही लाडनूं निवासी जेसाराम पुत्र नेमाराम पाण्डर को गिरफ्तार कर लिया। तीसरा आरोपी महावीर बिरड़ा पुत्र विजयसिंह जाट फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
राजस्थान के जयपुर जिले के कोटखावदा थाना इलाके में सुनवाई नहीं होने पर गैंगरेप पीड़िता ने आत्महत्या कर ली। घटना सोमवार दोपहर की बताई गई है। बेटी का शव लेकर परिजन पुलिस थाने पहुंचे। जहां सोमवार शाम से मंगलवार सुबह तक ठिठुरती रात में शव के साथ न्याय की मांग को लेकर सड़क पर बैठे रहे। इस दौरान ग्रामीणों की भीड़ लग गई। इससे स्टेट हाईवे-2 पर जाम लग गया।
सूचना पर सोमवार देर रात डीसीपी योगेश गोयल, एडीसीपी पूनम चंद विश्नोई, एसीपी अजय कुमार शर्मा धरना स्थल पर पहुंचे। पुलिस अधिकारियों ने बेटी के शव के साथ प्रदर्शन कर रहे परिजनों से समझाइश की, लेकिन परिजन गैंगरेप के सभी आठ आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग पर अड़ गए। सोमवार रात पुलिस अधिकारियों की समझाइश बेनतीजा रही। पुलिस अधिकरियों ने मंगलवार सुबह परिजनों से समझाइश की। इसके बाद सुबह चार बजे आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर गिफ्तार करने की मांग पर सहमति के बाद परिजनों ने धरना समाप्त कर दिया। इसके बाद पुलिस शव लेकर महात्मा गांधी अस्पताल पहुंची। जहां पोस्टमार्टम किया गया।
समझाइश के बाद पुलिस के उच्चाधिकारियों के निर्देश पर कोटखावदा थाना पुलिस ने आठ लोगों को नामजद करते हुए आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। थानाधिकारी सीताराम खोजा ने बताया कि पीड़िता के पिता ने इस संबंध में मामला दर्ज कराया है। रिपोर्ट में बताया कि सोमवार शाम को जब घर लौटा तो घर के सामने बने बॉथरूम के पीछे बेटी का शव पड़ा मिला। पीड़िता के पिता ने दो माह पूर्व 18 सितम्बर को भी कोटखावदा पुलिस थाने में आरोपियों के खिलाफ शिकायत दी थी। शिकायत में बताया था कि उनकी बेटी कक्षा 11 में पढ़ाई कर रही थी। रामकेश पुत्र चौथू मीना आए दिन रास्ता रोककर छेड़छाड़ करता था। सिम व मोबाइल देकर बातचीत करने का दबाव बना रहा था। बात नहीं करने पर जान से मारने की धमकी देता था। जब उन्हें इस बात का पता चला तो मोबाइल को छीन लिया। इसके बाद रामकेश मीना का साथी रामप्रसाद घर आया और प्रार्थी की बेटी को दूसरा मोबाइल और सिम देकर बात नहीं करने पर जान से मारने की धमकी दी। मामले में जांच और कार्रवाई के बाद बयानों के आधार पर बलात्कार की बात सामने आई। इस पर आठ लोगों के खिलाफ नामजद मामला दर्ज किया गया, लेकिन पुलिस ने अभी तक भी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया है।
पिता ने आरोप लगाया कि आरोपी और उसके परिवार के लोग मामले में समझौते के लिए दबाव बना रहे थे। समझौता नहीं करने पर जान से मारने की धमकी दे रहे थे। आरोपियों की गिरफ्तारी और न्याय नहीं मिलने पर बेटी और परिवार काफी परेशान था। आरोपियों ने ही प्रार्थी की बेटी को आत्महत्या करने पर मजबूर किया है।
इधर, दिल्ली में तैनात वायु सेना के एक कर्मचारी पर अपनी ही बेटी के साथ रेप करने का आरोप लगा है। आरोप है कि बेटी का रेप करने के बाद आरोपी पिता ने उसके साथ अप्राकृतिक सेक्स भी किया।
वायुसेना के कर्मचारी की इस घिनौनी करतूत से परिजन और पुलिस भी दंग रह गई। आरोपी दिल्ली में तैनात है। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। एयरफोर्स कर्मचारी पर आरोप है कि उसने अपनी 17 साल की नाबालिग बेटी का रेप करने के बाद अप्राकृतिक सेक्स भी किया। घर से फरार होने से पहले आरोपी पिता ने अपनी नाबालिग बेटी को जान से मारने की धमकी भी दे डाली। पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया है। मंगलवार को पुलिस उसे कोर्ट में पेश करेगी। सीओ रायपुर अभिनय चौधरी ने बताया कि आरोपी की पत्नी ने घटना को लेकर तहरीर दी थी।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने मुखर्जी नगर इलाके में एक बाल संरक्षण गृह में दो किशोरों का साथी कैदियों द्वारा यौन शोषण किए जाने संबंधी खबर पर दिल्ली सरकार और राजधानी के पुलिस प्रमुख को नोटिस जारी किया है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। आयोग ने एक बयान में कहा कि खबर के अनुसार आरोपियों ने पीड़ितों को यह बात किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी भी दी। एनएचआरसी ने मीडिया में आई उस खबर पर स्वतः संज्ञान लिया है, जिसमें कहा गया है कि मुखर्जी नगर इलाके में एक बाल संरक्षण गृह में बंद दो किशोरों का साथी कैदियों द्वारा यौन शोषण किया गया। आयोग ने कहा कि समाचार रिपोर्ट की सामग्री यदि सच है तो यह मानवाधिकारों के उल्लंघन का गंभीर मुद्दा है जो चिंता का विषय है। बयान में कहा गया कि खबर में आई घटना स्पष्ट रूप से इंगित करती है कि संबंधित अधिकारी किशोरों की रक्षा करने में विफल रहे हैं। आयोग ने दिल्ली के मुख्य सचिव और पुलिस आयुक्त से चार सप्ताह में इस संबंध में विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा है।
द मूकनायक की प्रीमियम और चुनिंदा खबरें अब द मूकनायक के न्यूज़ एप्प पर पढ़ें। Google Play Store से न्यूज़ एप्प इंस्टाल करने के लिए यहां क्लिक करें.