भोपाल। मध्य प्रदेश के भोपाल जिले के बैरसिया में एक 17 वर्षीय नाबालिग को अश्लील मैसेज भेजने और सोशल मीडिया पर धमकाने के मामले में प्रशासन ने सख्त कार्रवाई की है। इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों के खिलाफ रासुका की कार्रवाई की है। शुक्रवार को प्रशासन ने बैरसिया थाना प्रभारी नरेंद्र कुलस्ते और एसआई रिंकू सिंह को उनके पद से हटा दिया। गुनगा थाना प्रभारी अरुण शर्मा को बैरसिया का नया थाना प्रभारी नियुक्त किया गया है। इसके अलावा, प्रशासनिक फेरबदल के तहत आदित्य जैन को नया बैरसिया एसडीएम बनाया गया है।
प्रशासन ने नाबालिग को अश्लील मैसेज भेजने वाले दो युवकों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई की है। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने अनस खान उर्फ आदिल अहमद और अरमान खान के खिलाफ रासुका कार्रवाई की है। बता दें यह कार्रवाई गुरुवार को बैरसिया में घटना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के बाद की गई, जहां हिंदू संगठनों ने थाने का घेराव किया था। प्रदर्शनकारियों के दबाव के बीच कलेक्टर सिंह ने कार्रवाई का भरोसा दिया था, जिसके बाद शुक्रवार को आरोपियों पर रासुका की कड़ी कार्रवाई की गई।
गौरतलब है कि, गुरुवार को बैरसिया में हुई इस घटना के विरोध में भारी भीड़ जुटी थी, जिसमें भाजपा विधायक विष्णु खत्री भी शामिल हुए। बढ़ते हंगामे को देखते हुए कलेक्टर सिंह खुद मौके पर पहुंचे और कार की बोनट पर खड़े होकर प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, "जो भी शिकायतें हैं, उन पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी और आपको इसके बारे में सूचित भी किया जाएगा। हम ऐसी सख्त कार्रवाई करेंगे, ताकि भविष्य में कोई ऐसा अपराध न करे।" इसके बाद विरोध प्रदर्शन समाप्त हो गया।
भोपाल कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने इस मामले की जांच के लिए एक समिति गठित की है, जिसकी अध्यक्षता बैरसिया के एसडीएम दीपक पांडे करेंगे। एसडीओपी मंजू चौहान को इस जांच दल में सदस्य बनाया गया है। इस दल को सात दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपनी होगी। इसके साथ ही, कलेक्टर ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि अगर किसी के पास इस मामले से जुड़े साक्ष्य या दस्तावेज हैं, तो वे एक सप्ताह के भीतर एसडीएम कार्यालय में जमा कर सकते हैं।
पुलिस के अनुसार, बैरसिया थाना क्षेत्र की रहने वाली 17 वर्षीय पीड़िता को आरोपी अरमान मंसूरी सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक और इंस्टाग्राम पर अश्लील मैसेज भेजता था। वह पीड़िता को लगातार फॉलो करता था और भद्दे कमेंट्स करता था। जबरन बातचीत करने का दबाव बनाते हुए वह लड़की को धमकी देता था कि अगर उसने बात नहीं की, तो वह उसके मॉर्फ किए गए फोटो सोशल मीडिया पर वायरल कर देगा। तंग आकर पीड़िता ने इस बात की जानकारी अपनी मां को दी, जिन्होंने बाद में अपने पति के साथ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
इस मामले के बाद गुरुवार को बैरसिया में हिंदू संगठनों ने थाने का घेराव किया। बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा होकर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे थे। बैरसिया विधायक विष्णु खत्री ने भी प्रदर्शन का समर्थन किया। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह के हस्तक्षेप के बाद प्रदर्शनकारियों को शांत किया गया और उन्हें आश्वासन दिया गया कि दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कलेक्टर ने कहा, "आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। बाकी जांच दल की रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई करेंगे।" कलेक्टर ने यह भी कहा, कि स्कूलों के आसपास स्थित गुमठियों को भी जल्द ही हटाया जाएगा, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
इस घटना पर मध्य प्रदेश राज्य बाल संरक्षण आयोग ने भी संज्ञान लिया है। द मूकनायक प्रतिनिधि से बातचीत में आयोग के सदस्य ओंकार सिंह ने बताया कि घटना के संबंध में जांच प्रतिवेदन मांगा है। जांच के बाद वैधानिक कार्रवाई करेंगे। सिंह ने कहा, "प्रदेश में बच्चों के खिलाफ हो रही घटनाओं के सम्बंध में आयोग आरोपियों के किलाफ कठोर कार्यवाही करने की अनुशंसा करेगा।"
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