भोपाल। मध्य प्रदेश में लगातार बच्चों के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं। इनमें सर्वाधिक मामले यौन शोषण के सामने आरहे हैं। राजधानी भोपाल में इसी सप्ताह एक तीन साल की बच्ची से स्कूल टीचर ने रेप की घटना की थी। इस घटना के बाद कई सामाजिक संगठन सड़को ओर उतर आए थे। जिनकी मांग की आरोपी टीचर को फांसी की सजा सुनाई जाए।
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की रिपोर्ट के अनुसार, 2022 में बच्चों के खिलाफ अपराध के 1,62,449 मामले दर्ज किए गए, जो 2021 की तुलना में 8.7% की वृद्धि है। राजधानी भोपाल में भी बच्चों के खिलाफ अपराध की संख्या में वृद्धि हुई है, जहां 2022 में 758 मामले दर्ज किए गए। बीते सप्ताह में, भोपाल में एक तीन साल की बच्ची के साथ स्कूल शिक्षक द्वारा दुष्कर्म की घटना सामने आई, जिसने समाज में आक्रोश पैदा कर दिया था।
इसके अलावा, हाल ही में रीवा में एक तीन साल की बच्ची के साथ दरिंदगी की कोशिश की गई, जिसमें आरोपी बच्ची का रिश्तेदार निकला। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और पीड़ित बच्ची का उपचार अस्पताल में कराया गया है।
रीवा बिछिया थाना, पुलिस के मुताबिक घटना बच्ची के ननिहाल में हुई। जहां रिश्ते के 17 वर्षीय नाबालिग भाई ने बच्ची के साथ दुष्कर्म की कोशिश की। बताया गया कि बच्ची को नहलाने के बाद उसकी मां अंदर चली गई और किसी दूसरे काम में व्यस्त हो गई। तभी घर में मौजूद नाबालिग आरोपी बच्ची को खिलाने के बहाने ले गया और दुष्कर्म की कोशिश की।
पुलिस के मुताबिक आरोपी पीड़ित बच्ची का मौसेरा भाई है। जो जिले के अतरैला थाना क्षेत्र का रहने वाला है और ननिहाल आया हुआ था। जहां से घटना को अंजाम देने के बाद वह इंदौर फरार हो गया था।
घटना के संबंध में एसपी विवेक सिंह ने बताया कि बीते दिन बच्ची की मां सहित परिजनों ने बिछिया थाने पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई थी। घटना करने वाले नाबालिग को गिरफ्तार कर लिया गया है। जिसे शुक्रवार को न्यायालय में पेश किया गया।
इधर, भोपाल में बीते सप्ताह तीन वर्षीय बच्ची के साथ घटना होने के बाद से ही लोगों में गुस्सा है। बता दें 13 सितंबर को एक निजी स्कूल के 35 वर्षीय शिक्षक कासिम रेहान ने तीन वर्ष सात माह की बच्ची से मौका पाकर स्कूल के वाशरूम में दुष्कर्म किया था। उसी रात बच्ची की कान्सटेबल मां ने पाया कि उसके प्राइवेट पार्ट में चोट के निशान हैं, जिसके बाद अगले दिन उन्होंने कमला नगर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। आरोपित को 16 सितंबर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। इधर मामला मुख्यमंत्री के संज्ञान में आया तो कमिश्नर ने चार सदस्यीय एसआइटी का गठन कर दिया है, जो घटना की जांच कर रहा है।
भोपाल में गुरुवार को बच्ची रेप के मामले में सामाजिक संगठनों ने आरोपी को फांसी की सजा दिए जाने की मांग की। प्रदर्शन कर रहे संगठनों की मांग है कि जब तक स्कूल की मान्यता रद्द नहीं की जाएगी वे आंदोलन बंद नहीं करेंगे। हंगामा होने के बाद टीटी नगर एसडीएम अर्चना शर्मा ने मौके पर पहुंचकर आंदोलनकारियों से बातचीत की। स्कूल के बाहर प्रदर्शन कर रहे संस्कृति बचाओ मंच के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी ने बताया कि आरोपित शिक्षक कासिम रेहान का पुतला जलाया है। इस प्रदर्शन में एबीवीपी, संस्कृति बचाओ मंच के अलावा करणी सेना जैसे संगठनों के कार्यकर्ता भी शामिल हुए।
बच्चों के साथ होने वाली घटनाओं के बढ़ते मामलों ने समाज में गहरी चिंता पैदा कर दी है। इस मामले में भोपाल के मनोचिकित्सक डॉक्टर सत्यकान्त त्रिवेदी ने कहा कि बच्चे ऐसी घटनाओं के लिए आसान शिकार होते हैं क्योंकि वे घटना को बताने में सक्षम नहीं होते और समझ नहीं पाते कि क्या करना है।
डॉक्टर त्रिवेदी ने द मूकनायक से बातचीत में कहा, "बच्चों के साथ रेप की घटनाएं मल्टीफेक्टोरीयल के कारण होती हैं। आरोपी द्वारा गंदे नशे और सेक्स के प्रति कुंठा होना इसके मुख्य कारण हैं। इसके अलावा, समाज में बढ़ती अपराधिक प्रवृत्ति और नैतिक मूल्यों का पतन भी इसके लिए जिम्मेदार हो सकते हैं।"
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