भोपाल। राजधानी भोपाल के एक निजी स्कूल में 3 वर्षीय मासूम बच्ची से दुष्कर्म का मामला सामने आया है। स्कूल के वाशरूम में आरोपी घटना को अंजाम दिया। दरिंदगी करने वाले आरोपित को बच्ची डैडी अंकल कहकर बुलाती थी। राजधानी के एक निजी स्कूल में तीन साल की बच्ची के दुष्कर्म मामले में गुरूवार को हिंदू संगठनों और एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने स्कूल के बाहर जमकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने मांग उठाई कि बच्ची से दुष्कर्म करने वाले आरोपित शिक्षक कासिम रेहान को फांसी की सजा दी जाए। साथ ही स्कूल की मान्यता रद्द की जाए। इसके बाद प्रशासन हरकत में आया और स्कूल को सील कर दिया गया।
बता दें, 13 सितंबर को 35 वर्षीय शिक्षक कासिम रेहान ने तीन वर्ष सात माह की बच्ची से मौका पाकर स्कूल के वाशरूम में दुष्कर्म किया था। उसी रात बच्ची की कान्सटेबल मां ने पाया कि उसके प्राइवेट पार्ट में चोट के निशान हैं, जिसके बाद अगले दिन उन्होंने कमला नगर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। आरोपित को 16 सितंबर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। इधर मामला मुख्यमंत्री के संज्ञान में आया तो कमिश्नर ने चार सदस्यीय एसआइटी का गठन कर दिया है, जो घटना की जांच करेगा।
यूं तो पुलिस की जांच बच्ची की मेडिकल रिपोर्ट और स्कूल में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज पर काफी निर्भर करती है, लेकिन वास्तविकता यह है कि क्लास से वाशरूम के रास्ते में कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा है। साथ ही घटना को लेकर स्कूल में बच्चों की देखरेख और उन्हें वाशरूम तक ले जाने वालीं आया पर भी प्रश्नचिन्ह उठे हैं।
प्रशासन ने एसडीएम की अध्यक्षता में एक जांच समिति का गठन कर दिया है। 5 सदस्यीय जांच दल बनाया गया है। इस दल में जिला शिक्षा अधिकारी, महिला बाल विकास अधिकारी को भी शामिल किया गया है। एसडीएम अर्चना शर्मा ने बताया कि सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।
प्रदर्शन कर रहे संगठनों की मांग है कि जब तक स्कूल की मान्यता रद्द नहीं की जाएगी वे आंदोलन बंद नहीं करेंगे। हंगामा होने के बाद टीटी नगर एसडीएम अर्चना शर्मा ने मौके पर पहुंचकर आंदोलनकारियों से बातचीत की। स्कूल के बाहर प्रदर्शन कर रहे संस्कृति बचाओ मंच के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी ने बताया कि आरोपित शिक्षक कासिम रेहान का पुतला जलाया है। इस प्रदर्शन में एबीवीपी, संस्कृति बचाओ मंच के अलावा करणी सेना जैसे संगठनों के कार्यकर्ता भी शामिल हुए।
द मूकनायक से बातचीत में संस्कृति बचाओ मंच के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी ने कहा, "यह पहली घटना नहीं है, जब भोपाल में बच्चियों से रेप की घटना हुई हो। इससे पहले एक और घटना सामने आई थी जिसमें स्कूल बस ड्राइवर ने बच्ची के साथ गलत किया था। हाल ही में एक हॉस्टल में भी बच्ची के साथ घटना हुई है। हम आरोपी को फांसी की सजा दी जाए यह मांग कर रहे हैं। ताकि ऐसे अपराध न हों।"
35 वर्षीय आरोपित शिक्षक कासिम रेहान भोपाल में अपने परिवार के साथ रहता है। वह पिछले करीब दो वर्षों से स्कूल में कार्यरत है। बताया जा रहा है कि कुछ समय पहले ही उसका तलाक हुआ था। स्कूल प्राचार्य ने बताया कि स्कूल में नर्सरी से आठवीं कक्षा तक के करीब 150 बच्चे पढ़ाई करते हैं और 23 शिक्षक उन्हें पढ़ाते हैं। बच्चों की देखरेख के लिए तमाम व्यवस्थाएं स्कूल में हैं। कक्षा में एक शिक्षिका और आया हमेशा मौजूद रहती हैं। साथ ही वाशरूम के पास एक आया बैठती हैं, जो बच्चों को वाशरूम लाने और ले जाने का काम करती हैं। इतनी व्यवस्थाओं के बावजूद घटना होना हैरान करता है। उन्होंने बताया कि बच्ची को छोड़ने और ले जाने के लिए उसका चाचा आता था।
एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक 2022 में महिलाओं के खिलाफ अपराध के 4,45,256 मामले दर्ज किए गए, जो 2021 में 4,28,278 की तुलना में 4% की वृद्धि है। वहीं बच्चों के खिलाफ अपराध के 1,62,449 मामले दर्ज किए गए, जो 2021 की तुलना में 8.7% (1,49,404 मामले) की वृद्धि दर्शाते हैं। मध्य प्रदेश में भी बच्चों के खिलाफ मामले बढ़े हैं। आंकड़ों के अनुसार राजधानी भोपाल में साल 2022 में 758 अपराध बच्चों के खिलाफ दर्ज हुए।
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