भोपाल। मध्य प्रदेश में बच्चों के खिलाफ हो रहे अपराधों में 8 से लेकर 13 वर्ष तक के बच्चे यौन शोषण जैसे अपराध का शिकार बन रहे हैं। द मूकनायक ने पिछले कुछ सालों में बच्चों के साथ पेश आई घटनाओं का विश्लेषण किया तो यह बात सामने आई है कि इस आयु वर्ग के बच्चों के साथ बलात्कार की घटनाएं सर्वाधिक हैं।
हाल ही में भोपाल में फिर एक बच्ची के साथ बलात्कार की घटना सामने आई है। यहां भी एक आठ साल की मासूम के साथ रेप किया गया है। भोपाल के मिसरोद थाना क्षेत्र में दूसरी कक्षा की 8 साल की बच्ची के साथ एक निजी बोर्डिंग स्कूल के हॉस्टल में घटना हुई है।
बच्ची 15 दिन पहले ही हॉस्टल में आई थी। मंगलवार रात पुलिस ने बलात्कार और पॉक्सो एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की है। हॉस्टल वार्डन समेत तीन लोगों को आरोपी बनाया गया है। इधर, स्कूल संचालिका ने सभी आरोप बेबुनियाद बताए हैं।
पीड़ित बच्ची की मां का आरोप है कि मिसरोद थाने के एसआई प्रकाश राजपूत ने हॉस्पिटल में शिकायत दर्ज न करने का दबाव बनाया था। एसआई श्वेता शर्मा का कहना है कि इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। मिसरोद पुलिस के मुताबिक बच्ची के पेरेंट्स ने 15 दिन पहले ही बच्ची का हॉस्टल में दाखिला कराया था। बच्ची के पिता बिजनेसमैन और मां गृहिणी हैं, जो इंदौर में रहते हैं।
बच्ची की मां ने बताया कि पिछले रविवार को वह बच्ची को हॉस्टल से बाहर घुमाने लाई थीं। इस रविवार को बच्ची से फोन पर बात की तो वह रोने लगी। वीडियो कॉल पर बोली। पीड़िता की माँ ने कहा- "जब मैंने कुछ पूछा तो वार्डन ने फोन कट कर दिया। मैं तुरंत सोमवार को इंदौर से स्कूल पहुंची। फिर बच्ची को लेकर जेपी अस्पताल गई, जहां चेकअप के बाद डॉक्टर ने बताया कि बच्ची के प्राइवेट पार्ट में सूजन और ब्लीडिंग हुई है।"
बच्ची की मां ने आगे कहा- "मैं बेटी से मिली तो वह लिपटकर रोने लगी, उसे बाहर लेकर आई। उसने कार में बताया कि चार-पांच दिन पहले शाम को उसने दाल-चावल खाए थे। बाद में हॉस्टल की वार्डन ने उसे दोबारा दाल-चावल खिलाए थे। उसे उस रूम में ले जाकर खिलाया गया, जो अभी रहने के लिए चालू भी नहीं हुआ है। रात में जब नींद खुली तो वह अपने कमरे और बिस्तर पर नहीं थी। एक मोटे से दाढ़ी वाले अंकल उसके साथ गलत काम कर रहे थे। पास में खड़े अंकल बोल रहे थे कि मोदी सर, बच्ची को होश आ गया है।"
"अंकल ने दो-तीन बार बोला। इसके बाद मेरी आंख पर हाथ रख दिया। मेरे पेट में दर्द हो रहा था और प्राइवेट पार्ट से ब्लड आ रहा था। बेहोश हो गई। सुबह होश आया तब वार्डन से कहा कि मेरे पेट में पेन हो रहा है।" बच्ची ने मां को बताया।
हाल ही में 24 अप्रेल 2024 को जबलपुर में रिश्तेदार ने ही आठ साल की बच्ची को 20 रुपए का लालच देकर रेप किया था। पुलिस ने इस मामले में आरोपी पर रेप और पाक्सो की कार्यवाही कर जेल भेजा था। जुलाई 2023 में इंदौर के लसूड़िया थाना क्षेत्र में आठ साल की बच्ची से ठेकेदार ने रेप किया था। सितंबर 2023 में उज्जैन में एक 12 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना सामने आई थी।
भोपाल में मार्च 2021 में अयोध्या नगर इलाके में नगर निगम के एक कूड़ेदान के भीतर 8 साल की बच्ची के साथ कथित तौर पर रेप किया गया था। आरोपी ने बच्ची को 5 रुपये दिए और उसे बताया कि वह किसी से इस बारे में बात न करे।
भोपाल के मनोचिकित्सक डॉक्टर सत्यकान्त त्रिवेदी ने कहा कि इस उम्र के बच्चे ऐसी घटनाओं के लिए आसान शिकार होते हैं। ऐसे बच्चे घटना को बताने में ज्यादातर सक्षम नहीं होते, वह समझ नहीं पाते कि क्या करना है। बच्चों के साथ रेप की घटनाएं मल्टीफेक्टोरीयल के कारण है। आरोपी द्वारा गंदे नशे और सेक्स के प्रति कुंठा होना इसके मुख्य कारण है।
एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक 2022 में महिलाओं के खिलाफ अपराध के 4,45,256 मामले दर्ज किए गए, जो 2021 में 4,28,278 की तुलना में 4% की वृद्धि है। वहीं बच्चों के खिलाफ अपराध के 1,62,449 मामले दर्ज किए गए, जो 2021 की तुलना में 8.7% (1,49,404 मामले) की वृद्धि दर्शाते हैं। मध्य प्रदेश में भी बच्चों के खिलाफ मामले बढ़े हैं। आंकड़ों के अनुसार राजधानी भोपाल में साल 2022 में 758 अपराध बच्चों के खिलाफ दर्ज हुए।
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