भोपाल। मध्य प्रदेश के सीधी में आवाज बदलने वाले एक एप से झांसा देकर 7 से ज़्यादा आदिवासी लड़कियों से रेप की वारदात सामने आई है। इस घटना के बाद आदिवासी संगठनों में रोष है। प्रदेश में लगातार आदिवासियों के खिलाफ घटनाएं सामने आ रही हैं।
पुलिस के मुताबिक मैजिक वॉइस एप के जरिये तीन आरोपियों ने सात से अधिक कॉलेज छात्राओं को झांसा देकर उनके साथ बलात्कार किया। आरोपी एप से कॉलेज टीचर बनकर महिला की आवाज में बात करते और स्कॉलरशिप के लिए दस्तावेज मंगवाने के नाम पर सुनसान जगह बुलाते थे। शक न हो, इसके लिए उन्हें पहले ही बता देते कि उन्हें तय स्थान पर लेने के लिए एक लड़का बाइक से आएगा जो उन्हें टीचर के पास पहुंचा देगा। मामले की सभी पीड़िताएं आदिवासी वर्ग की हैं। आरोपी उन कॉलेज छात्राओं को निशाना बनाते थे, जहां स्कॉलरशिप मिलती है।
एक पीड़िता ने पुलिस से शिकायत की तो जांच में खुलासा हुआ। लोकेशन ट्रेस कर पुलिस ने मुख्य आरोपी को पकड़ा। पूछताछ में दो और लोगों के शामिल होने की जानकारी मिली। पुलिस अफसरों के मुताबिक अभी तक आरोपियों ने 7 छात्राओं से बलात्कार की बात कबूली है। 4 छात्राओं ने एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस के मुताबिक पीड़िताओं की संख्या और भी अधिक हो सकती है। आरोपियों से पूछताछ जारी है।
पुलिस ने मुख्य आरोपी ब्रजेश प्रजापति और उसके साथी राहुल प्रजापति और संदीप प्रजापति को पकड़ा है। आरोपी पेशे से मजदूर है, पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि यूट्यूब पर इस तरह के आवाज बदलने वाले एप की जानकारी ली और इसे अपने मोबाइल पर इंस्टॉल किया। इसके बाद से छात्राओं को निशाना बनाना शुरू किया। पुलिस मामला दर्ज कर आरोपियों से पूछताछ कर रही है। पुलिस को आशंका है कि उन्हें और पीड़िताओं की जानकारी मिल सकती है।
ब्रजेश और उसके दोस्तों ने सीधी जिले के एक सरकारी कॉलेज के वॉट्सएप ग्रुप से छात्राओं के फोन नंबर निकाले थे। इन पर रंजना मैडम बनकर कई बार कॉल कर उन्हें विश्वास में लेते थे। आरोपियों ने बताया कि ये सब तीन महीने से कर रहे थे।
द मूकनायक से सीधी के पुलिस अधीक्षक डॉ. रविन्द्र वर्मा ने बताया कि फिलहाल 4 लड़कियों की शिकायत पर अलग-अलग बलात्कार के मामले दर्ज किए गए हैं। इस प्रकरण में तीन आरोपी है, जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। एसपी ने आगे कहा- "अन्य लड़कियां भी पीड़ित है उनसे भी शिकायत दर्ज करवाएंगे, अभी और पीड़िताएं मिलने की आशंका है।"
इधर, आईजी रीवा रेंज महेंद्र सिंह सिकरवार ने मीडिया को बताया अभी तक आरोपियों ने सात छात्राओं से रेप की बात कबूली है, पर ये संख्या अधिक भी हो सकती है। इसकी जांच की जा रही है। इस बारे में पुलिस मुख्यालय को अवगत कराया गया है।
इस मामले में कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर आदिवासियों के प्रति गंभीर न होने के आरोप लगाएं हैं, इसके साथ उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
द मूकनायक प्रतिनिधि से बातचीत करते हुए आदिवासी कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष रामू टेकाम ने कहा, "भाजपा की सरकार आदिवासियों के लिए कभी गम्भीर रही ही नहीं। आज पूरे देश में सबसे ज्यादा अपराध मध्य प्रदेश में आदिवासियों पर हो रहे हैं। सीधी में सात लड़कियों के साथ रेप की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है, इसी सीधी में एक आदिवासी के मुंह पर भाजपा के पदाधिकारी ने पेशाब किया था। हम उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हैं।"
एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक साल 2022 में आदिवासियों पर अत्याचार के 2979 मामले सामने आए जो कि पिछले साल के क्राइम के मुकाबले में 13 फीसदी अधिक हैं। पिछले तीन सालों से प्रदेश आदिवासी अत्याचारों में टॉप पर बना हुआ है। 2,521 मामलों के साथ राजस्थान दूसरे और 742 मामलों के साथ महाराष्ट्र तीसरे स्थान पर है।
द मूकनायक की प्रीमियम और चुनिंदा खबरें अब द मूकनायक के न्यूज़ एप्प पर पढ़ें। Google Play Store से न्यूज़ एप्प इंस्टाल करने के लिए यहां क्लिक करें.