शादी का झांसा देकर लड़की के साथ बलात्कार, पुलिस पर कार्यवाई न करने का आरोप

शादी का झांसा देकर लड़की के साथ बलात्कार, पुलिस पर कार्यवाई न करने का आरोप
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दिल्ली। इस साल आई एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं है। यहां तेजी से महिलाओं के साथ यौन हिंसा में बढ़ोतरी हो रही है। यौन हिंसा का एक ताजा मामला नागलोई से सामने आया है। आरोप है कि शादी का झांसा देकर लड़की के साथ गैंगरेप किया गया। परिजनों का आरोप है कि इतनी बड़ी घटना के बाद भी पुलिस साथ नहीं दे रही हैं, चूंकि अपराधी की पुलिस के साथ साठगांठ है।

क्या है पूरा मामला?

दिल्ली में रहने वाली रुबी (बदला हुआ नाम) पढ़ी लिखी नहीं है। लेकिन सामान्य लड़कियों की तरह उसके भी कुछ शौक हैं। उसमें एक शौक फोन रखने का था। उसके पास अपना एक छोटा कीपैड वाला फोन था। जिससे वह अपने ब्यॉय फ्रेंड से बात करती थी। रुबी और उसके ब्यॉयफ्रेंड की उम्र में काफी अंतर है। लड़के की पहली भी दो शादियां हो चुकी थी।

वह बताती है कि, एक दिन उनके घर में किसी की मृत्यु हो गई थी। वह परिवार के साथ अपने गांव गई थी। यहीं उसकी मुलाकाल छंगा उर्फ महबूब से हुई। इस मुलाकात के दौरान ही दोनों ने एक दूसरे का लिया और फोन पर बात होनी शुरु हुई।

वह बताती है, "बातचीत के तीन महीने के बाद ही उसने मुझे शादी के लिए भाग जाने के लिए कहा और मैं मान गई। अगस्त के महीने में एक दिन सुबह पांच बजे वह मेरी गली के पीछे आया और मैं उसके साथ चली गई।"

'नशीला पदार्थ पिलाकर किया बलात्कार'

"यहां से वह मुझे बुलंदशहर लेकर गया। जहां वह मुझे अपने घर नहीं लेकर गया। बल्कि एक किराए के कमरे में लेकर गया। जहां उसके कुछ और दोस्त भी आएं। जब मैंने महबूब से उनके (दोस्तों) के बारे में पूछा तो उसने कहा कि यह हमारे निकाह के लिए गवाह हैं।" रूबी ने बताया।

वह बताती है कि, "महबूब ने मुझे पहले खाना खाने के लिए कहा, इसी दौरान उन लोगों ने भी खाने के साथ कोल्ड ड्रिंक ली। इसी कोल्ड ड्रिंक में कुछ मिलाकर दिया। उसे पीते ही मुझे होश नहीं आया। उसके बाद उन लोगों में मेरे साथ रेप किया।"

"यह सिलसिला लगभग छह से सात दिन चला। महबूब रोज कुछ ऐसा नशीला पदार्थ खिलाता था। जिससे मुझे होश नहीं रहती थी। एक कमरे में ही मुझे कैद करके रखा गया था। जब उन्हें पता चला कि मेरे घरवालों ने मेरी गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाई है तो एक दिन मुझे घर लाने के बहाने शहर के चौहारे पर छोड़ गए। वहां हमारे किसी रिश्तेदार ने मुझे वहां देखा और मौसी को इसकी खबर दी। उसके बाद मेरे घरवाले मुझे बुलंदशहर से लेकर आएं।" रूबी ने अपनी आपबीती बताई।

'पुलिस ने पैसे भी लिए लेकिन नहीं दे रही है साथ'

रुबी अपने मौसी के यहां रहती है। उसकी मौसी ने द मूकनायक को बताया कि इस घटना के बाद पुलिस भी हमारा साथ नहीं दे रही है। वह कहती है, "यह सारा मामला अगस्त का है। लेकिन पुलिस ने अभी तक किसी अपराधी को पकड़ा नहीं है। जबकि इस मामले में हमने अपनी रिपोर्ट में छह लोगों का नाम दिया है।"

वह बताती है कि, "हमलोग पढ़े लिखे भी नहीं हैं, इसलिए पुलिस वाले हमारा फायदा उठा रहे हैं। लड़की का टेस्ट कराने और रिपोर्ट लिखने के लिए ही हम लोगों से 70 हजार ले लिए हैं। लेकिन अभी कुछ हुआ नहीं है। आई ज्योति ने हमसे इस रकम की मांग की थी और अब वह हमें कोई जानकारी भी नहीं दे रही है।"

द मूकनायक ने प्रेमनगर थाने के एसएचओ से इस मामले मं संपर्क करने की कोशिश की। लेकिन उन्होंने हमारे कॉल का कोई जवाब नहीं दिया।

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