नई दिल्ली। जीबी पंत अस्पताल परिसर में 40 वर्षीय दलित महिला के साथ रेप मामले ने एक नया मोड ले लिया है, परिजनों का आरोप है कि महिला के साथ रेप नहीं बल्कि गैंगरेप हुआ था। पुलिस ने इस मामले में आईपीसी 376/ 376D/ 323 की धाराओं में मामला दर्ज किया है। हालांकि, पुलिस अभी तक इसे रेप की घटना ही मान रही है। अभी तक मामले में मुख्य आरोपी शाकिर को ही पुलिस गिरफ्तार कर सकी है। महिला के पोस्टमार्टम के बाद उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया है।
घटना 1 मई 2023 की है। रात में दिल्ली के जीबी पंत अस्पताल के तीसरी मंजिल, वॉर्ड नंबर-23 के एसी प्लांट में महिला के साथ वारदात को अंजाम दिया था। रात को महिला को शख्स ने एलएनजेपी अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती कराया था। वहां महिला ने पुलिस को उस युवक का नाम लेकर बताया कि उसने अस्पताल में भर्ती कराया। तीन दिन तक मामला दबा रहा। 3 मई को जब पुलिस को इसकी जानकारी हुई तो हड़कंप मच गया। अस्पताल में महिला स्टाफ के साथ गैंगरेप और दरिंदगी के बाद इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। महिला का इलाज एलएनजेपी अस्पताल में चल रहा था। अस्पताल सूत्रों का कहना है कि जिस तरह की इंजरी महिला को हुई थी, उसके आधार पर कहा जा सकता है कि पीड़िता के साथ गैंगरेप के अलावा मारपीट भी हुई है। उसके प्राइवेट पार्ट में जख्म के अलावा आंत में भी चोट पहुंची थी और एक दांत भी टूटा पाया गया था। महिला की मौत संक्रमण की वजह से मल्टी ऑर्गन फेल्योर से हुई।
जानकारी के अनुसार, महिला की स्थिति शुरू से ही गंभीर थी। उसके इलाज के लिए एलएनजेपी अस्पताल के डॉक्टरों की टीम गठित की गई थी। गायनी विभाग की एक्सपर्ट, सर्जरी और इमरजेंसी के डॉक्टर इसमें शामिल थे। मरीज की हालत को देखते हुए उसे तुरंत आईसीयू में एडमिट कर इलाज शुरू किया गया था। बाद में उसे वेंटिलेटर पर रखा गया था। प्राइवेट पार्ट में इंजरी की सर्जरी की गई थी। पीड़िता को आंत और गर्भाशय तक में चोट पहुंची थी। इलाज के दौरान पेट में इन्फेक्शन हो और धीरे-धीरे यह इन्फेक्शन बढ़ता चला गया और उसे सेप्टीसीमिया का संक्रमण हो गया। बताया गए कि उसका ब्लड प्रेशर लो हो गया था और इसी वजह से मल्टी ऑर्गन फेल हो गया, जिसकी वजह से मौत हो गई।
परिजनों के मुताबिक, मंगलवार दोपहर को 40 वर्षीय पीड़ित महिला के शव का कल्याणपुरी बस स्टैंड के पास स्थित शमशान में अंतिम संस्कार कर दिया गया। महिला की मौत के बाद उसके पांच बच्चे अनाथ हो गए। पांच बच्चों में सबसे बड़ा बेटा 20 साल का, दूसरा बेटा 15 साल का, तीसरा बेटा 10 साल, 7 साल की बेटी और 4 साल का सबसे छोटा बेटा है। इनमें सबसे बड़े बेटे के कंधों पर परिवार की जिम्मेदारी आ गई है, जबकि वह अभी 12वीं की पढ़ाई कर रहा है।
परिवार ने बताया कि कुछ समय पहले ही महिला के पति की कैंसर से मौत हो गई थी। जैसे-तैसे महिला की सैलरी से ही परिवार का खर्च चल रहा था। परिवार ने बताया कि वह 15 साल से जीबी पंत अस्पताल में आया की नौकरी कर रही थी। परिवार मूल रूप से कानपुर का है। केस की तफ्तीश को लेकर परिवार ने फिर से पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए। परिजनों ने कहा कि महिला से एक अकेला शख्स इतनी बड़ी वारदात करने की हिम्मत नहीं जुटा सकता। परिजनों का कहना है कि इसमें एक और शख्स शामिल है, जिसे पुलिस ने न तो अभी तक पकड़ा है और ना तो पूछताछ की है। परिवार ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस ने एफआईआर करने में देरी की। उधर पुलिस का कहना है कि एफआईआर में जो बयान दर्ज हैं और जो धाराएं लगाई गई हैं, उसी दिशा में तफ्तीश चल रही है। तमाम सीसीटीवी कैमरे भी चेक किए गए हैं।
महिला को अस्पताल में भर्ती करवाने वाले से लेकर अन्य भूमिका भी संदेह के दायरे में हैं। आरोप है कि पीड़ित महिला के साथ ऐसी हैवानियत हुई कि उसकी इलाज के दौरान रविवार को मौत हो गई। इसके बाद पुलिस हत्या की धारा को भी जोड़ रही है। उधर, परिवार ने पहले ही दिन से पुलिस की जांच सवाल खड़े किए हुए हैं। परिवार का कहना है कि उन्हें पुलिस की जांच पर भरोसा नहीं है। परिवार का आरोप है कि महिला से दरिंदगी के दौरान बहुत कुछ गलत हुआ। पुलिस ने ऐसे आरोपों को सही नहीं बताया है। पुलिस का दावा है कि, केस की तफ्तीश सभी एंगल को ध्यान में रखकर चल रही है। दूसरी ओर, अस्पताल प्रशासन का कहना है कि महिला के सिर और उसके प्राइवेट पार्ट के अंदरूनी हिस्सों में गंभीर चोटें थीं। इसकी वजह से सर्जरी के बाद महिला की हालत नाजुक बनी हुई थी। वारदात के छह दिन बाद उनकी मौत हो गई। मामले में गिरफ्तार आरोपी शाकिर अस्पताल के बाहर रेहड़ी लगाकर फल बेचता था। कुछ समय पहले ही महिला की उससे पहचान हुई थी।
बेहोश होने से पहले महिला ने शाकिर नाम के आरोपी का नाम पुलिस को बताया था। पुलिस ने भर्ती कराने वाले से बातचीत की तो पुलिस को उस पर शक हुआ। पुलिस को उसने बताया कि उसे महिला जीबी पंत अस्पताल के गेट नंबर-6 पर पड़ी मिली। वह उसे एक अन्य युवक की मदद से रिक्शा में डालकर अस्पताल लाया था। पुलिस ने अस्पताल की सीसीटीवी कैमरों की पड़ताल की तो पता चला कि घटना वाले दिन वारदात से पहले भर्ती कराने वाला भी महिला के साथ तीसरी मंजिल पर एसी रूम के पास देखा गया था। फिलहाल पुलिस ने रेप, गैंगरेप के बाद हत्या के तहत मामले की जांच कर रही है।
पिछले कुछ दिनों से इस अस्पताल की लिफ्ट में एक सिक्योरिटी गार्ड की महिला के साथ अश्लील हकरत की एक विडियो वायरल है। इसी तरह एक अन्य विडियो में एक कपल अश्लील हरकतें करते दिख रहे हैं। नर्सिंग यूनियन के प्रेजिडेंट लीलाधर रामचंदानी ने कहा कि इसके अलावा कई घटनाएं चोरी की भी हुई हैं जिसमें मोबाइल, लैपटॉप से लेकर जूते-चप्पल तक गायब हो रहे हैं। मरीज, डॉक्टर, स्टाफ सब परेशान हैं। इसको लेकर कई बार शिकायतें की गई हैं। लिफ्ट में हुई घटना की शिकायत भी की गई, लेकिन प्रशासन ने कुछ नहीं किया।
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