Report – Huma Naaz
दिल्ली। 26 जनवरी को विवेक विहार थाने के कस्तूरबा नगर में एक लड़की के साथ इंसानियत को शर्मशार करने वाली घटना सामने आई थी, जिसमें लड़की के साथ कथित रूप से गैंगरेप के बाद उसके बाल काटकर उसके मुंह पर कालिख पोत दिया गया और चप्पलों की माला पहनाकर पूरे कस्बे में घुमाया गया था। इस घटना में भारी संख्या में लोगों के बीच थाली पीटकर उसके आत्म-सम्मान को तार-तार किया गया जिसे वहां का पूरा मोहल्ला मूकदर्शक बनकर देखता रहा।
मौके की पड़ताल में पाया गया कि, पुलिस चौकी भी घटनास्थल से लगभग 300 से 400 मीटर की दूरी पर स्थित था। इस घटना को अंजाम देने वाले 11 आरोपियों में 9 महिलाएं भी शामिल बताईं जा रहीं हैं। कथित तौर पर इन 9 महिलाओं ने अपने परिवार के लड़को को पीड़ित के साथ गैंगरेप के लिए प्रेरित किया। पीड़िता पर आरोपी परिवार वालों का आरोप था कि, उसकी वजह से उनके लड़के ने आत्महत्या की है। आरोपी परिवार के लड़के ने 12 नवंबर को आत्महत्या कर ली थी जिसके बाद आरोपी परिवार वालों ने पीड़िता के परिवार वालों का जीवन नर्क बना दिया।
घटना का विवरण
पीड़िता अपनी मां के गुजर जाने के बाद पिता की देखभाल के लिए अपने मायके रहने लगी थी। पिता वर्षों से बिस्तर पर हैं, पीड़िता सहित उसकी 2 बहने हैं, 4 साल पहले पीड़िता की शादी हो चुकी थी, उनका 3 वर्ष का एक बेटा भी है।
पीड़िता की बहन ने द मूकनायक को बताया कि, "लड़के (आरोपी पक्ष) ने आत्महत्या कर ली थी, वो 16 वर्ष का था और वह नशा करता था, साथ ही वह पीड़िता को परेशान भी करता था।"
पीड़िता की नानी, जो गांव में रहती हैं, ने बताया कि, कुछ समय पहले लड़के के घर वालों को फोन करके समझाई थी कि वो अपने बच्चे को समझायें। उन्होंने कहा कि, "लड़के की उनके घर वालों से कोई कहासुनी हुई जिसकी वजह से गुस्से में आकर उसने आत्महत्या कर ली।"
पीड़िता की बहन द मूकनायक को आगे बताती हैं कि, 12 नवंबर के बाद जब यह लड़का ज्यादा परेशान करने लगा तो पीड़िता अपने ससुराल चली गई। वहां पर भी उसने खुद को सुरक्षित महसूस नही किया तो कड़कड़डूमा गांव में किराए पर कमरा लेकर छुपकर रहने लगी।
"लड़के ने बहन का पता जानने के लिए मुझे भी परेशान किया। उसके विवाद करते ही पुलिस आती और मामले को शांत करा कर चली जाती।" पीड़िता की बहन ने बताया, "19 जनवरी को मेरी बहन के आय का एक मात्र सहारा ऑटो-रिक्शा भी जला दिया गया जिसके किराए से बहन का घर चलता था।"
पीड़िता की बहन ने बताया, 26 जनवरी को मैं छुपछुपा कर अपनी बहन से मिलने निकली, मेरा पीछा करते-करते आरोपी भी उसके घर पहुंच गए। वहां से मेरी बहन का अपहरण कर ऑटो में बिठाकर अपने घर ले आए। वहां पर उन्होंने उसके साथ ऐसी शर्मनाक घटना को अंजाम दिया।
पीड़िता की बहन ने बताया कि, आरोपियों ने उसका मोबाइल छीन लिया जिससे वह तुरंत पुलिस को फोन न कर सके।
"आरोपी परिवार से सारा मोहल्ला डरता है। वे अवैध शराब, गांजा, चरस बेचते हैं। आरोपी परिवार वाले मोहल्ले वालों को धमकी दी थी कि कोई बीच में मत आना, नहीं तो तुम्हरा भी अंजाम यही होगा," -पीड़िता की बहन ने बताया।
जानकारी करने पर पता चला है कि पीड़िता को अभी नारी सेवा केंद्र में रखा गया है।
मामले में अबतक क्या हुआ?
उक्त मामले में अभी तक 9 लोगों की गिरफ्तारी हुई है, अन्य 2 आरोपी फरार बताए गए हैं। आरोपी परिवार के घर के सामने पुलिसबल तैनात है, और घर में ताला लगा हुआ है।
पीड़िता का घर और आरोपी परिवार का घर काफी करीब है। मामले में अधिक जानकारी के लिए द मूकनायक संवाददाता ने मोहल्ले वालों से बात करने की कोशिश की लेकिन कोई भी इस पर बात करने के लिए तैयार नहीं हुआ।
पीडिता की नानी ने कहा कि, "रेप करने वालों को मौत की सजा हो, और महिलाओं को कम से कम 20 वर्ष की सजा हो।"
परिवार की आर्थिक स्थिति खराब
पीड़ित परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत ही खराब है। इनके कमाई का एक मात्र सहारा ऑटो रिक्शे को आरोपियों ने जला दिया गया है। पीड़िता की बहन ने बताया कि, अब उनके पास कमाई का कोई जरिया नहीं है, वह अकेले पीड़िता के बेटे और पिता दोनो को संभाल रही है। नाना-नानी गांव से आए हुए हैं वह भी बुजुर्ग हैं। बुजुर्ग नाना न्याय के लिए भाग दौड़ मे लगे हुए दिखाई दिए।
पीड़िता की बहन ने बताया कि, राजनीतिक दलों से आए लोगों ने थोड़ी बहुत आर्थिक सहायता की है। लेकिन उन्हें जीवन यापन के लिए एक निश्चित आय की जरूरत है।
घटना को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश
इस घटना के प्रकाश में आने के बाद कुछ लोगो ने सामाजिक माहौल बिगाड़ने की भी कोशिश की। सोशल मीडिया पर पीड़िता के आत्महत्या का अफवाह वाला मैसेज वायरल होने के बाद सोमवार को 4 बजे सिख सगठनों से जुड़े लोग पीड़िता के कस्तूरबा नगर स्थित घर पर इकट्ठा होने लगे। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हालात को संभालने की कोशिश की।
पुलिस ने मामले में भड़काऊ पोस्ट करने वाले 2 ट्विटर अकाउंट और पीड़िता की पहचान उजागर करने वाले यूट्यूब चैनल चलाने वालों पर मुकदमा भी दर्ज किया है।
डीसीपी शहादरा ने बताया कि, "पुलिस ने 2 ट्वीटर अकाउंट @sukhpreet skatch और @star नाम के खिलाफ़ धारा 153 और 153A के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्होंने अपने ट्वीट में दावा किया है कि एक धर्म विशेष की महिला के साथ दूसरे धर्म के लोगों ने इस शर्मनाक घटना को अंजाम दिया है।"
इसके अलावा, यूट्यूब चैनल चलाने वाले मदनलाल के खिलाफ़ 228A के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। इनपर यूट्यूब चैनल के जरिए पीड़िता का पहचान उजागर करने और अफवाह फैलाने का आरोप है।
पुलिस के अनुसार, सोशल मीडिया पर किए जा रहे पोस्ट की बारीकी से जांच करने पर पता चलता है कि, इसप्रकार की पोस्ट पंजाब, उत्तर प्रदेश, कनाडा, ब्रिटेन, युएइ से की जा रही है। ताकि घटना को सांप्रदायिक रंग दिया जा सके।
पुलिस ने बताया कि, पीड़िता का परिवार और आरोपी का परिवार दोनों एक ही समुदाय के हैं। उनके पुरखे पंजाब के हैं।
द मुकनायक की टीम ने उनकी नानी और छोटी बहन से बात की, दोनों ने ही इस बात की पुष्टि की है कि आरोपी का परिवार और उनका परिवार दोनों एक ही समुदाय से हैं।
पुलिस ने बताया कि, "मामले में 8 महिला समेत 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया ,है 3 नाबालिग को भी हिरासत में लिया गया है। पुलिस के आला अधिकारियों ने एसआईटी से जल्द जांच पूरी कर फरवरी में ही अदालत में चार्जशीट दाखिल करने को कहा है। पुलिस ने सोमवार को फोरेंसिक की टीम को बुलाया और सबूतों को भी इकट्ठा किया है। जब्त किए गए ऑटो से भी सैंपल उठाए गए हैं साथ ही जब्त किए गए मोबाइल फोनों की भी जांच की जा रही है।"
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