उत्तर प्रदेश। सहारनपुर जिले के बालिका सुधार गृह में मैनेजर द्वारा लड़कियों से अश्लील हरकत करने के साथ ही उनका नहाते समय अश्लील वीडियो बनाने का मामला सामने आया है। वहीं लड़कियों ने कर्मचारियों द्वारा प्राइवेट पार्ट में मिर्ची लगाने का आरोप भी लगाया है। बालिका सुधार गृह में निरीक्षण करने पहुंची महिला पीसीएस अधिकारी से लड़कियों ने शिकायत की है। इस शिकायत को पढ़कर हर किसी के रौंगटे खड़े हो गए। इस मामले में 4 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है, जबकि मैनेजर को बर्खास्त कर दिया गया है। इसके साथ ही बालिका गृह में उसके प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गई है।
2 दिन पहले एसडीएम सदर कीर्ति सिंह बालिका सुधार गृह का निरीक्षण करने पहुंची थीं। यहां लड़कियों ने प्रबंधक और अधीक्षिका की प्रताड़ना की शिकायत की। बालिका गृह में रहने वाली एक लड़की ने आरोप लगाया कि मैनेजर छेड़खानी करता है। ऑफिस में बुलाकर कहता है कि तुम बहुत पसंद हो। पीड़िता ने एसडीएम सदर कीर्ति सिंह के नाम से 2 पेज की लिखित शिकायत की है। इस मामले में एसडीएम ने शुक्रवार को निरीक्षण के दौरान की जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र को सौंप दी। डीएम ने आईएएस कृतिराज, पीसीएस अफसर किंशुक श्रीवास्तव और महिला दारोगा सुनीता मालान की संयुक्त टीम को सुधार गृह भेजकर जांच कराई। इस दौरान एक-एक लड़की से अकेले बात की गई। लड़कियों ने छेड़खानी, मारपीट के साथ अवैध वसूली के आरोप लगाए। जिसके बाद जिलाधिकारी ने सुधार गृह के 5 कर्मचारियों को बर्खास्त कर उनकी सेवाएं समाप्त कर दी। इनमें प्रबंधक, अधीक्षिका, शिक्षिका, रसोइया, हाउस कीपर शामिल हैं।
मामले के सामने आने के बाद, बालिका गृह में प्रबंधक के जाने पर रोक लगा दी गई है। इस सुधार गृह का संचालन एक निजी संस्था द्वारा किया जाता है। एसडीएम ने प्रबंधक समेत 4 के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। शुक्रवार को बाल सुधार गृह का एक वीडियो भी वायरल हुआ है। इसमें मीडिया कर्मी के सवाल पर लड़कियां आरोप लगा रहीं हैं कि उनको न्यूड करके वीडियो बनाया गया। प्राइवेट पार्ट पर मिर्च लगाई गई।
"कीर्ति मैम, मुझे आपकी मदद की जरूरत है। क्योंकि मेरे साथ नाइंसाफी हुई है। मैम, मुझे आपको बताना है कि प्रबंधक ने मेरे साथ कई बार छेड़खानी करने की कोशिश की। मुझे बात करने के बहाने ऑफिस में बुलाता था। फिर बोलता था कि तुम मुझे बहुत पसंद हो। मेरा हाथ भी पकड़ा और बोला कि अगर तुम मेरी बात मान लोगी, तो मैं तुम्हें घर भेज दूंगा। उस वक्त मैं रोती हुई वापस आ गई। मुझसे बाकी लड़कियों ने पूछा कि क्या हुआ? मैंने उनसे मदद मांगी। बताया कि मेरे साथ क्या हुआ। मैंने कहा कि तुम सबको उसके खिलाफ आवाज उठानी होगी। इस बात को सुनकर सब लड़की पीछे हट गईं। बोलीं- तेरे चक्कर में हमें नहीं पड़ना है। फिर दो-तीन दिन बाद, मुझे सर ने बुलाया और बोले कि तू लड़कियों को मेरे खिलाफ क्यों भड़का रही है। तू मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकती है। मैंने बोला कि मैं सबको बताऊंगी। फिर प्रबंधक ने मैडम को बुलाया। वो मुझे भंडार कक्ष में ले गईं और बहुत मारा। तब से मैं बहुत डरी हुई थी। जब आप यहां आई थीं, तब भी मैंने आपको कुछ नहीं बताया। क्योंकि मुझे डर था कि मैं अकेली रह जाऊंगी। लेकिन, मैम अब मेरे साथ लड़कियां खड़ी हैं। उन्होंने मुझे हिम्मत दी। कहा कि कब तक तू सहेगी। अब तू हिम्मत कर, आज तेरे साथ ऐसा हुआ है, कल किसी और के साथ होगा। तेरी वजह से बहुत लड़कियां उसके चंगुल से बच जाएंगी। प्रबंधक ने मुझे कहा कि तू कुछ भी कर ले। तेरी बात पर कोई विश्वास नहीं करेगा। मैं तेरे पति को सब बता दूंगा। फिर तू यहीं पर रहेगी। ना इधर की, ना उधर की। मैम आप भी एक लड़की हो। आप तो मेरी फीलिंग समझोगी। अगर प्रबंधक ने मेरे पति को भड़का दिया तो मैं कहां जाऊंगी। प्लीज मैम मेरी मदद करो।"
मिली जानकारी के मुताबिक बालिका सुधार गृह का संचालन राजसी डेवलपमेंट एंड रिसर्च संस्थान द्वारा संचालित किया जाता है। लड़कियों का आरोप है कि जब उनके परिवार के लोग उनसे मिलने के लिए आते हैं, तो स्टाफ पैसे की डिमांड करता है। जो वीडियो वायरल हुआ है उसमें एक लड़की यह कहते हुए नजर आ रही है कि यहां छेड़खानी होती है। मारपीट की जाती है। वीडियो बनाकर दूसरे लोगों को दिखाया जाता है। कपड़े उतरवा दिया जाता था। वीडियो में कुछ बच्चों ने अपनी चोट भी दिखाई। बालिका सुधार गृह में बागपत, शामली, मुजफ्फरनगर और सहारनपुर की लड़कियां रहती हैं।
लड़कियों का आरोप है कि उनका इस बालिका गृह में उत्पीड़न हो रहा है। उन्हें खाना भी ठीक से नहीं दिया जाता है। वह परेशान होकर धरने पर बैठ गई थीं। तेज धूप में कुछ लड़कियों की तबीयत खराब हो गई। उन्हें जनता अस्पताल ले जाना पड़ा था।
इस मामले में जनकपुरी थाना प्रभारी सनुज यादव ने द मूकनायक प्रतिनिधि को बताया, "मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।"
वहीं इस मामले में सहारनपुर के जिलाधिकारी दिनेश चंद्र ने द मूकनायक प्रतिनिधि को बताया, "बालिका सुधार गृह के संबंध में शिकायत मिली थी। 3 सदस्यीय कमेटी से जांच कराई गई। जांच रिपोर्ट के आधार पर एफआईआर कराई है। प्रबंधक द्वारा गलत व्यववहार की बात सामने आई। यौन उत्पीड़न की बात अभी जांच में नहीं आई है। इस मामले में एसएसपी से विस्तृत जांच के लिए आग्रह किया गया है।"
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